Saturday, December 6, 2014

फिल्म समीक्षा --- एक्शन जैक्सन "एक्शन जैक्सन " में न तो अच्छा एक्शन है और जैक्सन तो न के बराबर है

फिल्म  "एक्शन जैक्सन" की बहुत चर्चा हो रही थी।  इस चर्चा के कई कारण थे, जिनमें से एक कारण तो यह था कि इस फिल्म में पहली ही बार अजय देवगन और प्रभुदेवा साथ काम कर रहे थे , एक निर्देशक के रूप में प्रभुदेवा की  पिछली सभी फ़िल्में दर्शकों ने पसंद की थी।  इन सबके अलावा प्रभुदेवा की फिल्मों में एक्शन तो होता ही है इसके साथ - साथ डांस भी भरपूर होता है और फिर इस फिल्म के शीर्षक में तो एक्शन के साथ -- साथ जैक्सन भी जुड़ा हुआ है। 

दोहरी भूमिका में हैं अजय,  एक छिछोरा टाइप का गुंडा है जबकि दूसरा हाई - फाई टाइप का गुंडा , विशी मुंबई में है जबकि ए जे बैंकाक में है.  दोनों का ही काम लोगों का मारना पीटना है ,  ख़ुशी ( सोनाक्षी ) की बेकार किस्मत अच्छी हो जाती है जब वो विशी ( अजय ) को बिना पैंट के एक बार देख लेती है और फिर धीरे - धीरे दोनों में प्यार भी हो जाता है। ए जे ( अजय ) को अनुषा ( यामी ) से प्यार है लेकिन ए जे के बॉस जेवियर (आनंद राज ) की बहन मरीना ( मनस्वी ममगाई ) ए जे के लिए पागल है वो उसके लिए कुछ भी कर सकती है।  ऐसा भी कि कोई ए जे से बात कर ले तो वो उसे मार डालती है।  बस क्या होता है मरीना और उसका भाई ए जे और अनुषा के पीछे पड़ जाते हैं। फिल्म के आखिर तक मरीना की चाहत होती है तो बस ए जे लेकिन हमेशा की अंजाम वही होता है नायक जीतता है और खलनायक मरता है.

जैसा जिसको काम मिला सबने अच्छा किया लेकिन फिर भी मनोरंजन का  नामो निशान नही फिल्म में।  इंटरवल से पहले की फिल्म बहुत ही बेकार , बाद में कुछ ठीक लगता है जब दूसरे अजय देवगन यानि ए जे  के बारे में बताया जाता  है।  यामी के लिए करने जैसा कुछ भी नही फिल्म में , पुरानी फिल्मों की वैम्प की तरह मनस्वी बहुत ही कम कपड़ो में हैं बस नायक को पाना चाहती हैं।  सोनाक्षी ठीक लगी हैं , अजय देवगन पूरी फिल्म में हैं लेकिन उनके प्रशंसकों को निराशा ही हाथ लगी है।  

प्रभु की पिछली फिल्मों की तरह इस फिल्म में भी कुछ संवाद हैं जो सुनने में अच्छे लगते हैं।
"एक्शन जैक्सन " में न तो अच्छा एक्शन है और जैक्सन तो न के बराबर है।  इसकी उम्मीद तो पहले ही से थी क्योंकि अजय देवगन अभिनेता तो अच्छे हैं लेकिन डांस करना उनके बस की बात नही है।  "पंजाबी मस्त " गीत में तो अजय बिलकुल सनी देओल की तरह डांस करते हैं।  गीत - संगीत भी ज्यादा लोकप्रिय नही है फिल्म का, जबकि प्रभुदेवा की फिल्मों में अच्छा गीत संगीत होता है।  



     

No comments:

Post a Comment

मंत्र मुग्ध कर देने वाली आवाज़ के धनी अमीन सयानी की यादें

91 साल की उम्र में अमीन सयानी जी का निधन हो गया। उनको हम देश का पहला आर जे भी कह सकते हैं। रेडियो सिलोन में गीतों का कार्यक्रम ब...