Monday, September 25, 2017

इंडिया मोस्ट ट्रस्टेड ब्रैंड अवार्ड 2017


आई बी सी अमेरिका के हेमंत कौशिक ने इंडिया मोस्ट ट्रस्टेड ब्रैंड अवार्ड २०१७ के लिए हर क्षेत्र से लोगों को मुंबई के लीला होटल में आमंत्रित किया और उन्हें अवार्ड देकर सम्मानित किया। इस अवार्ड में लिबास के रियाज़ और रेशमा गांगजी ,यशराज फिल्मस के आशिष सिंह ,आजतक के साहिल , सास बहु बेटियां शो आजतक के अमित त्यागी ,बॉलीवुड फोटोग्राफर योगेन शाह ,ब्राईट के योगेश लखानी ,संदीप सोपारकर  और कई कॉरपोरेट जगत से लोग आये। ब्रैंड्स में एल आई सी ,एटलस साईकल ,यशराज फिल्म्स , ओरा डायमंड ,आजतक ,इंडिया टुडे , वोडाफोन  ,पान विलास पान मसाला और कई बड़े नाम भी उपस्थित थे। हेमंत कौशिक ने बताया की इस अवार्ड के ज़रिये वो कंज़्यूमर को ब्रांड की सफलता के बारे में बताते हैं और ब्रांड को और प्रमोट करने का मौका मिलता है। रियाज़ गांगजी ने बताया की तीसरे साल इस अवार्ड को पाकर मैं बहुत खुश हूँ। इस अवार्ड में चीफ गेस्ट थे विजय शिवतारे मंत्री महाराष्ट्र और सतिंदर सिंह आहूजा जो कौंसुल ऑफ़ जॉर्जिया।  दोनों मेहमानों ने हेमंत कौशिक के साथ सारे कॉर्पोरेट को अवार्ड दिया। 

Thursday, September 21, 2017

हिंदी फिल्म --- भूमि

हिंदी फिल्म --- भूमि 
रिलीज़ --  २२ सितम्बर 
बैनर  --  टी सीरीज़ और लीजेंड स्टुडियोज़ 
निर्माता -- भूषण कुमार, संदीप सिंह और उमंग कुमार  
निर्देशक --उमंग कुमार  
कहानी --- संदीप सिंह 
स्क्रीन प्ले -- राज शांडिल्य 
कलाकार -- संजय दत्त, अदिति राव हैदरी , शरद केलकर और सिद्धांत गुप्ता। 
संगीत -- सचिन - जिग़र 
बैक ग्राउंड संगीत -- इस्माइल दरबार
गीतकार - - प्रिया सरैया, बादशाह ,वायु , अन्विता दत्त,उत्कर्ष नैथानी।    
गायक - गायिका -- नेहा कक्क़ड,बेनी दयाल,राहत फतेह अली खान, बादशाह,दिव्या कुमार, जोनिता गाँधी,संजय संघवी,सुखविंदर सिंह ,अजय शांडिल्य
 और संजय दत्त। 
  बदले  और दिल को छू लेने वाली भावनाओं वाली इस फिल्म "भूमि " के निर्देशक हैं फिल्म "मैरी कॉम" और "सरबजीत" के निर्देशक उमंग कुमार। करीब ३ साल बाद संजय दत्त की कोई फिल्म रिलीज़ होगी और वो है फिल्म "भूमि" ।  इससे पहले २०१४ में फिल्म "पी के" आयी थी जिसमें संजय दत्त ने काम किया था।  पिता और पुत्री के रिश्तों पर आधारित इस फिल्म से संजय दत्त एक बार फिर से अपनी अभिनय पारी शुरू कर रहे हैं.  संजय दत्त ने "भूमि" जैसी ही फिल्म "पिता " (२००२ ) में  की थी.फिल्म "पिता " में भी संजय अपनी बेटी का बदला लेते हैं । सनी लियोनी भी फिल्म में एक गीत में दिखाई देंगी।      
 इस फिल्म भूमि की कहानी है अरुण (संजय दत्त ) और उसकी बेटी भूमि ( अदिति राव हैदरी ) की.पिता पुत्री दोनों  का एक छोटा सा हँसता हुआ परिवार है। दोनों बस एक दूसरे के लिए ही जीते हैं. आगरा में जूते की दूकान चलाने वाले अरुण के लिए उसकी बेटी ही सब कुछ है और जैसा कि हर पिता चाहता है कि उसकी बेटी को एक अच्छा जीवनसाथी और घर मिले। जिसके साथ वो हँसी खुशी अपना जीवन व्यतीत करे ऐसा ही कुछ अरुण भी अपनी बेटी के लिए चाहता है, इसलिये वो भूमि की शादी नीरज ( सिद्धांत गुप्ता ) से तय भी कर देता है और सपने देखता है कि अपनी  बेटी भूमि की शादी के  , लेकिन इन दोनों के भाग्य में कुछ और ही लिखा है तभी तो धौलपुर का रहने वाला धौली (शरद केलकर ) जो  लड़कियों की ख़रीद फ़रोख़्त करता है वो भूमि का अपहरण करके उसका यौन उत्पीड़न करके  भूमि और उसके पिता अरुण के सपने  चूर चूर कर  देता है। 
 इस वजह से भूमि को मुहल्ले और समाज में बदनामी झेलनी पड़ती है.पुलिस में धौली के ख़िलाफ़ मुकदमा करने पर भी भूमि को न्याय नहीं मिलता  बल्कि अदालत में भी उसका मज़ाक उड़ता है और उसके चरित्र पर भी तरह - तरह के सवाल उठाये जाते हैं। पुलिस भी धौली जैसे अपराधी के साथ हो जाती है. आखिर में भूमि का पिता अरुण मामला अपने हाथ में लेता है और वो भूमि के अपमान का बदला लेने निकलता है और उसका कहर धौली पर टूटता है.

क्या अरुण भूमि के अपमान का बदला लेने में कामयाब हो पाता है ? क्या अरुण अपनी बेटी भूमि की शादी कर पाता है या उसका यह सपना अधूरा ही रह जाता है ? जानने के लिए देखिये फिल्म "भूमि "

Wednesday, September 20, 2017

मैं जल सेना के लिए गीतों को गाना चाहता हूँ -- प्रमोद चौधरी


कुछ समय पहले एक फिल्म रिलीज़ हुई थे "लव है यार - एक्सेप्ट  इट" के गीत हे भगवान करो कल्याण के गायक प्रमोद चौधरी की अहम पहचान यह है कि वो मर्चेंट नेवी में कप्तान हैं। बीच समन्दर में खड़े पानी के जहाज़ में अपने  केबिन के अंदर रियाज़ कर अपने सुरों को सवांरने वाले  गायक प्रमोद चौधरी  ने क्या जमाना, कौन है वो इन दोनों फिल्मों के अलावा भी कई फिल्मों में गीतों को गाया है। फिल्म "कौन है वो " में उन्होंने लोकप्रिय गायिका अनुराधा पौड़वाल के साथ जुगलबन्दी की है. 
बिहार के दरभंगा से ताल्लुक रखने वाले प्रमोद जब ३ वर्ष के थे तभी से उनकी रूचि संगीत के प्रति हो गयी थी। प्रमोद ने बताया कि, "जब माँ को घर का काम करना होता था तब वो मेरे पास रेडियो  रख देती थी और मैं घंटो चुपचाप रेडियो  में बजने वाले गीतों  को सुना करता था। फिर थोड़ा बड़ा  होने पर  माँ के साथ आरती और भजन में सुर मिलाने लगा।  

पिता एयरफोर्स में थे तो जगह - जगह ट्रांसफर होने पर स्कूलों में संगीत के विषय के तहत प्रमोद  संगीत की तालीम भी लेने लगे। गुरु उमेश पांडेय से भी इन्होने संगीत सीखा। जब नेवी ज्वाइन किया तब जहाज़ पर अपने साथ कीबोर्ड ले गये और जब भी समय मिलता उसके साथ संगीत में रच बस जाते। प्रमोद  का कहना है कि," जब वो जहाज़ का हूटर भी सुनते हैं तो उन्हें उसमें भी संगीत ही सुनाई देता है।  प्रमोद को मुकेश और किशोर गीत गाना और सुनना पसंद करते हैं। नेवी में होने वाले संगीत के हर कार्यक्रम में उनके बुलाया जाता है।  यह उनकी गायकी का ही कमाल है कि नेवी सर्कल में उन्हें सिंगिंग कैप्टेन के रूप में जाना जाता है।

सन २०१२ में इन्होने ऑन लाइन संगीत प्रतियोगिता मोबी सुर में हिस्सा लिया था जिसमें शंकर महादेवन जज थे। इस प्रतियोगिता में प्रमोद तीन राउंड तक प्रथम आते रहे लेकिन बाद में पता नहीं कहाँ और क्या गड़बड़ हुई नहीं जानते।  टी वी के  गीत - संगीत के रियल्टी शो के बारें में उनका कहना है कि इन सभी में ३० साल की अधिक आयु वालों को मौका नहीं दिया जाता नहीं तो वो भी इनमें शामिल जरूर होते। लेकिन फिर भी प्रमोद निराश नहीं हुए हैं अपनी संगीत प्रतिभा को आम लोगों के बीच पंहुचाने के लिए उन्होंने यू ट्यूब का सहारा लिया। यू ट्यूब में उनके करीब २२  वीडियो अप लोड  हुए हैं।  साथ ही प्रमोद में माता की भेटों को रिकॉर्ड भी किया है।

अपनी संगीत साधना में प्रमोद अपनी पत्नी निरमा का बहुत बड़ा योगदान मानते हैं ,उनका कहना है कि मैं  तो शिप से वापस आकर अपनी संगीत साधना व्यस्त जाता हूँ।  घर सारी जिम्मेदारी अकेले ही निरमा निभाती है। प्रमोद की पत्नी उनकी कटु आलोचक भी हैं , अगर मेरी कोई भी रचना  में उन्हें कोई कमी नज़र आती है वो तुरंत बता देती हैं।  उनकी आलोचना की वजह से कई रचना को रद्द भी किया है। 

कैप्टेन प्रमोद की  दिली इच्छा है कि किसी फिल्म में देश भक्ति का कोई गीत गायें। इस बारें में वो कहते हैं , "क्योंकि मैं जल सेना में काम करता हूँ और जल सेना मेरे दिल के काफी करीब हैं. अभी तक जितनी भी फ़िल्में बनायी हैं सभी में थल सेना को लेकर गीत जरूर बने हैं लेकिन जल सेना को लेकर कोई भी गीत नहीं बना। इसलिए मैं जल सेना पर देशभक्ति गीत गाना चाहता हूँ और सभी को यह बताना चाहता हूँ कि जल सेना भी देश भक्ति और बहादुरी में किसी से पीछे नहीं है."    

यू ट्यूब में उनकी गायकी की प्रसिद्धि की वजह से बॉलीवुड में भी उनके नाम की चर्चा होने लगी है। कई नामी गीतकारों और संगीतकारों से उनकी बात भी चल रही है। अब दिन दूर नहीं जब समंदर की लहरों में गूँजने वाली कैप्टेन प्रमोद की आवाज़ देश के घर - घर में गूँजने लगे. 




"जुनून या धैर्य की मिसाल" अमरदीप सिंह नट


आज के बेहद लोकप्रिय डांसर और मनोरंजन में से एक, अमरदीप सिंह नाट ने दुनिया में अपनी बहुमुखी प्रतिभा को एक सुपर-डुपर रोबोटिक्स डांसर के रूप में दिखाया है। मूलतः पंजाब से, अमरदीप का जन्म  ८ जुलाई १९९० को हुआ था और मुंबई में वह छोटे से बड़े हो गए। उन्होंने मुंबई के सुप्रसिद्ध कॉलेज से अपनी पढ़ाई पूरी की है और नाचने में अपने गहन जुनून के साथ अपना करियर शुरू करने का फैसला किया है।

अमरदीप रोबोट्स के प्रति बहुत ज्यादा आकर्षित थे और अपने बचपन से रोबोट्स की तरह नृत्य करने का सपना देख रहे थे। हालांकि वह मध्यवर्गीय परिवार के हैं, लेकिन उन्होंने कभी न कुछ नृत्य मास्टर्स से खुद को प्रशिक्षित करने के बारे में सोचा था। जब भी वह किसी भी प्रकार के संगीत को सुनना शुरू कर देता है या छत पंखे के चलने के अजीब आवाज भी सुनता है, तो वह उस ध्वनि को नृत्य करने के लिए एक तरह से उछलकर उठाता है। वह अपने स्वयं के अवधारणाओं को बनाने के लिए इस्तेमाल करते थे, अपना मुखड़ा लिखते थे और अपने संगीत पर प्रदर्शन करते थे।


उनकी दिलचस्प यात्रा स्थानीय कार्यशालाओं के साथ शुरू होती है, कॉलेज में होने वाली घटनाएं और साथ ही मंच प्रदर्शन भी करती हैं। साथ ही उन्होंने कुछ टीवी चैनल पर जैसे डीडी नेशनल पर एयरटेल क्रेजी किया रे, चैनल वी पर फुटलूज, कलर टीवी पर इंडियाज गोट टेलेन्ट और स्टार प्लस चैनल पर इंडियाज डासिंग सुपरस्टार पर नृत्य का जलवा दिखाया है। नृत्य की उनकी अनूठी शैली के कारण वह "ज़िंदारॉबोट" के नाम से लगातार पब्लिक का ध्यान केंद्रित करते रहे।


नृत्य उनके लिए पागलपन था और उन्हें लोकप्रिय टीवी श्रृंखला से कई बार रिजेक्ट किया गया, लेकिन वह आगे बढ़ते रहे और हमेशा सफलता और उपलब्धि पर ध्यान केंद्रित करते रहे। अमरदीप ने डांस प्लस के सीजन १ में एक भयानक रोबोटिक प्रदर्शन प्रस्तुत किया, लेकिन उनका साथ भाग्य ने नहीं दिया। फिर से, उसने डांस प्लस के सीजन २ में भयानक रोबोट का प्रदर्शन दिया, लेकिन फिर भी उनकी संघर्ष की यात्रा अपने मुकाम तक नहीं पहुंच सकी। अंत में,डांस प्लस सीजन ३ में उन्होंने अपने जुनून में "जुनून या धैर्य की मिसाल" के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत किया 
अमरदीप सिंह नात नृत्य + सीजन ३ फाइनल में चार उम्मीदवारों में से एक है। अपनी यात्रा में सभी बाधाओं को पार करते हुए, अब वह लाखों प्रशंसकों और अनुयायियों के संग्रह में उल्लेखनीय समृद्धि से उबर चुका है। उनके नृत्य वीडियो १५  लाख से अधिक लोगों ने देखा और हजारों खूबसूरत टिप्पणियों और लाखों पसंद को पार कर रहे हैं। भगवान ने उसे अपने सपनों को पूरा करने में आशीष दी, 

Tuesday, September 19, 2017

शेफ फिल्म देखने के बाद आप जिंदगी के बारे में सोचना शुरू कर देंगे -- राजा कृष्णा मेनन

 फिल्म शेफ की कैसे तैयारी शुरू हुयी ?
जब हम लोग फिल्म 'एयरलिफ्टकी शूटिंग राजस्थान में कर रहे थे उस समय प्रोड्यूसर विक्रम मल्होत्रा आये और उन्होंने मुझसे पूछा कि एक अंग्रेजी फिल्म है 'शेफआपने देखी हैमैं उनसे कहा की हाँ मेरी देखी है 
जबरदस्त फिल्म है .
फिर आगे क्या हुआ ?
उन्होंने मुझसे पूछा की अगर उसके राइट्स वो लें तो क्या मैं बनाऊंगामैं हक्का बक्का रह गया और उनसे
 थोड़ा टाइम लिया . फिर मैं, रितेश और सुरेश (मेरी लेखक टीमके साथ बैठकर इसकी कहानी पर काम 
कियाक्योंकि हमें फ्रेम तो फ्रेम वो वाली फिल्म नहीं बनानी थी
 फिल्म की खासियत क्या है ?
हमने सिर्फ रिलेशनशिप ,खाना और जर्नी को मद्देनजर रखाइस तरह से शेफ की जर्नी शुरू हुयीकाम से 
प्यारप्यार से काम में सबकुछ रह गयायही इस फिल्म का मुद्दा हैएक इंसान जिसने सबसे ऊपर अपने काम को रखा है.
 फिल्म की यूएसपी क्या है ?
इस फिल्म के बाद आप जिंदगी के बारे में सोचना शुरू कर देंगेकाम और पर्सनल लाइफ के बारे में जरूर 
सोचेंगे
सैफ को कैसे लिया गया?
जब विक्रम ने मुझसे पूछा की लीड रोल कौन प्ले कर सकता है ,तो मेरे मुँह से झट से 'सैफ अली खानका नाम निकलाक्योंकि सैफ का स्टारडम अप्रोच करने लायक है जिससे डर नहीं लगताटॉप शेफ का काम करने के लिए वो फिट थे
शेफ की जिंदगी फिल्म में कैसी है ?
शेफ की जिंदगी में काम के हिसाब से सब कुछ है लेकिन परिवार में वाइफ ने तलाक ले लिया है और बेटा बात नहीं करताये सबकुछ एक पिता के तौर 
पर सैफ जरूर निभा सकते थे
फिल्म की शूटिंग कहाँ कहाँ हुयी ? 
पिक्चर न्यूयॉर्क में शुरू होती हैलेकिन ज्यादातर हिस्से केरल में शूट किया गया हैकेरल में इसलिए हमने 

शूट किया उसके बाद गोवा,अमृतसर और दिल्ली में शूट की
फ़ूड ट्रक के बारे में बताएं ?
वो ट्रक हमने पूरा बनाया हैडबल डेकर बस हैउसकी छत को निकाल करके लाइव किचन बनाया. 3 महीने में ट्रक बनकर आयी
अपकमिंग :
मैं 2 स्क्रिप्ट पर काम कर रहा हूँ , देखिये कौन सा काम आगे स्टार्ट करता हूँ

मंत्र मुग्ध कर देने वाली आवाज़ के धनी अमीन सयानी की यादें

91 साल की उम्र में अमीन सयानी जी का निधन हो गया। उनको हम देश का पहला आर जे भी कह सकते हैं। रेडियो सिलोन में गीतों का कार्यक्रम ब...