रिलीज़ --- ४ अगस्त
बैनर ---- रेड चिलीज़ एंटरटेनमेन्ट
निर्माता --- गौरी ख़ान
निर्देशक,लेख़क, स्क्रीन प्ले,कहानी --- इम्तियाज़ अली
कलाकार -- शाहरुख़ खान, अनुष्का शर्मा,सयानी गुप्ता, इवलिन शर्मा, चंदन रॉय सान्याल,
बैक ग्रॉउंड म्यूजिक - हितेश सोनिक
संगीतकार --- प्रीतम
गायक - गायिका -- सुनिधि चौहान, शाहिद माल्या, अरिजीत सिंह, शाल्मली खोलगडे, देव नेगी,नूरां सिस्टर, अमन त्रिखा और शेफ़ाली अल्वारेस।
रोमांटिक - कॉमेडी फिल्म "जब हैरी मेट सेजल" के निर्देशक हैं इम्तियाज़ अली। इन्होने २००७ में भी शाहिद कपूर और करीना कपूर को लेकर कुछ इसी नाम से मिलती हुई फिल्म "जब वी मेट" बनाई थी. इम्तियाज़ अली की सभी फ़िल्में सफर ( यात्रा ) पर ही आधारित होती हैं उनकी इस फिल्म की कहानी भी यूरोप की यात्रा पर आधारित है. शाहरुख़ ख़ान और अनुष्का शर्मा की जोड़ी वाली यह तीसरी फिल्म है। अनुष्का ने अपना फ़िल्मी कॅरियर शाहरुख़ खान के साथ फिल्म "रब ने बना दी जोड़ी" ( २००८ ) से ही किया था. इसके बाद २०१२ में यश चोपड़ा की आख़िरी फिल्म "जब तक हैं जान " में दोनों ने साथ में काम किया था।
फिल्म "जब हैरी मेट सेजल" की कहानी है सेजल जवेरी ( अनुष्का शर्मा ) की. गुजरात की रहने वाली सेजल की सगाई हो चुकी है लेकिन शादी से पहले वो यूरोप घूमना चाहती है और जब वो यूरोप घूमने जाती है तब उसकी मुलाक़ात हैरी यानि हरिंदर सिंह नेहरा (शाहरुख़ खान ) से होती है जो कि अनुष्का का टूर गाइड है। सेजल और हैरी सारा यूरोप साथ में घूमते हैं लेकिन जब सेजल टूर से भारत वापस आने वाली होती है तब उसे पता चलता है कि उसकी सगाई की अँगूठी कहीं खो गयी है ,जब सेजल भारत में अपने मंगेतर को फोन करके अँगूठी के बारें बताती है तब उसका मंगेतर सेजल से कहता है कि किसी भी कीमत पर अँगूठी को ढूंढ कर लेकर आये। अब सेजल और हैरी खोई हुई अँगूठी को ढूँढने की कोशिश करते हैं क्योंकि अँगूठी के बिना सेजल भारत वापस नहीं जाना चाहती चाहे उसकी फ्लाइट ही छूट जाये।
क्या सेजल को अपनी खोई अँगूठी वापस मिल पाती है ? अँगूठी को ढूँढ़ने में सेजल और हैरी के साथ क्या - क्या घटनायें होती हैं ?
यही दिखाया है फिल्म "जब हैरी मेट सेजल " में।
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