असल जिन्दगी में बेहद शर्मीले सनी देओल की एक्शन हीरो की इमेज कैसे बन गयी यह उन्हें आज तक समझ नही आया। सनी इन दिनोंबेहद व्यस्त हैं क्योंकि उनकी आने वाली फिल्म "घायल वन्स अगेन " का पूरा दारोमदार उनके ही कंधे पर है इस फिल्म में वो अभिनयतो कर ही रहे है इसके अलावा फिल्म की कहानी भी सनी ने लिखी है और निर्देशन भी उनका ही है। मीडिया और पार्टियों से दूर रहने वालेसनी आज उन सब प्लेटफार्मों में अपनी फिल्म का प्रचार करने में जी जान जुटे हैं यह सोच कि आज यह सब करना जरुरी है। सनी सेपूछने पर तमाम टी वी शो में फिल्म के प्रचार करने पर आप कैसा महसूस करते है ? उन्होंने जवाब दिया " यह सब मेरी फिल्म से जुड़ाहुआ है इसलिए मुझे यह सब करने में बहुत मज़ा आ रहा है। सच मानिये तो मैं बहुत एन्जॉय कर रहा हूँ। "
फिल्म "घायल " के सीक्वेल को बनाने में २५ साल का समय क्यों लगाया ? क्योंकि मैं ऐसी फिल्म बनाना चाहता था जिसे दर्शक देखें औरउससे खुद को जोड़े और मैं अपनी इस फिल्म के बारें में दिल पर हाथ रख कर कह सकता हूँ कि जब दर्शक इस फिल्म देख कर बाहरनिकलेगें तो कुछ न कुछ अपने साथ जरूर लेकर जायेगें।
" प्रशंसक आपको एक्शन हीरो के रूप में जानते हैं कैसे आपकी यह इमेज बनगयी ? के जवाब में उन्होंने कहा कि ,"मुझे आज तक समझ नही आया कि कैसे क्या हुआ ? जबकि मेरी फिल्म "ग़दर -एक प्रेम कथा " भीपूरी तरह से एक प्रेम कहानी थी ,मेरे हिसाब से इससे अच्छी तो कोई प्रेम कहानी हो ही नही सकती। एक सिंड्रेला जैसी प्रेम कहानी है इसफिल्म की , नही तो क्या कभी एक प्रिंसेज और एक ट्रक ड्राइवर एक साथ हो सकते हैं ?
फिर तो इमेज को देखते हुए इस फिल्म में खूब एक्शन होगा ? सनी ने मुस्कुराते हुए कहा ," हालांकि अपनी इमेज से बाहर निकलनाकिसी भी कलाकार के बस में नही होता हम सभी को अपनी इमेज के मुताबिक काम करना पड़ता है लेकिन इस फिल्म में एक्शन है जरूरहै लेकिन ऐसा नही है कि मैं मार रहा हूँ और विलेन दूर उड़ कर जा रहा है। " सनी आप ने कभी किसी टी वी शो में काम नही किया अभीतक क्यों ? मुझे किसी ने ऑफर ही नही किया आज तक , शायद लोगों को लगता है कि मैं फिल्मों में ही काम कर सकता है। " जिस तरहसे आज हमारे देश का माहौल है उसे देखते हुए आप देशभक्ति की कोई पर फिल्म नही बना रहे ? सनी ने जवाब दिया ," आपको याद होतो मैंने शहीद भगत सिंह पर फिल्म बनाई थी लेकिन जनता उसे देखने ही नहीं गयी , मुझे लगता है कि आज के युवा हमारे इतिहास केबारें में जानना नहीं चाहते।" पिछले दिनों सारे देश में सहनशीलता और असहनशीलता को लेकर जो बहस हुई उसके बारें में आपका क्याकहना है ? मुझे लगता है जैसे मैं अपने आप को जी रहा हूँ वैसे ही लोग अपने आप को जी रहे हैं। लोग सहनशील हैं या नही हैं इस बात कोमीडिया में जरिये कहना हर किसी का व्यक्तिगत निर्णय है। " क्या हमारा देश बहुत बुरा हो गया है कि हमें बाहर जाकर बस जाना चाहिये? "देश कभी भी बुरा नही होता "
कभी भी किसी ने किसी भी समारोह में आपको अपने परिवार के साथ नही देखा क्या कारण है इसका ? देखिये न तो मैं किसी अवार्डसमारोह में जाता हूँ और न ही किसी पार्टी में जाता हूँ तो आप कैसे देखेगें मुझे मेरे परिवार के साथ। फिल्म के प्रोमोशन के लिए जाता हूँ तोवहाँ फिल्म के कलाकार जाते हैं मेरे साथ। " आपके बेटे करन को कब देखेगें दर्शक ? मैं करन को लांच करूँगा ऐसी मेरी योजना है लेकिनउसके बारें में बातें फिर कभी। "
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