Friday, December 1, 2017

एक बार फिर धमाल मचाने की तैयारी में लगे खेसारीलाल और लालबाबू पंडित



भोजपुरिया सुपर स्‍टार खेसारीलाल यादव और निर्देशक लालबाबू पंडित एक बार फिर से बॉक्‍स ऑफिस पर धमाल मचाने की तैयारी में लग गए हैं। जी हां, इन दिनों की जोड़ी भोजपुरी फिल्‍म ‘राजा जानी’ में के जरिये एक और फिल्‍म की शूटिंग में इन दिनों भगवान भोलेनाथ की नगरी देवघर, झारखंड में कर रहे हैं। यह शूटिंग एक महीने तक चलेगी। बता दें कि इससे पहले खेसारीलाल यादव ने लालबाबू पंडित के साथ अभी हाल ही में सुपर डूपर हिट फिल्‍म ‘जिला चंपारण’ की थी। जिसे दर्शकों ने खूब प्‍यार दिया था। इस फिल्‍म ने बिहार-झारखंड में तो जबरदस्‍त करोबार किया ही था, मगर उत्तर प्रदेश में एक खास रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया था। ‘जिला चंपारण’ भोजपुरी सिनेमा की पहली ऐसी फिल्‍म थी, जो यूपी के भोजपुरी के 75 प्रतिशत सिनेमाघरों में एक साथ रिलीज हुई थी। अब एक बार फिर लालबाबू पंडित खेसारीलाल यादव को लेकर ‘राजा जानी’ बना रहे हैं।

इस फिल्‍म को लेकर जितने उत्‍साहित खेसारीलाल यादव हैं, उतने ही आशान्वित लालबाबू पंडित हैं। खेसारीलाल ने कहा कि ‘राजा जानी’ जबरदस्‍त एंटरटेंमेंट वाली फिल्‍म है और लालबाबू का जवाब नहीं है। वे काफी अच्‍छे निर्देशक हैं, जिन्‍होंने मुझ पर ‘जिला चंपारण’ के बाद इस फिल्‍म के लिए भी विश्‍वास जताया। वहीं, खेसारीलाल ने भगवान शिव की नगरी में शूटिंग के बारे में कहा कि बाबा के दरबार में आकर हमेशा मेरी आत्‍मा को सुकून मिलता है। हालांकि हम कभी – कभी सावन में इनके दरबार में हाजिरी लगाते हैं, मगर इस बार हमें बाबा की नगरी को भी करीब से जानने का मौका मिल रहा है। हमने अपनी फिल्‍म ‘राजा जानी’ के भोले भंडारी से आशीर्वाद भी लिया है और उनसे विनती की है कि भोजपुरी इंडस्‍ट्री की और तरक्‍की हो।
वहीं, लालबाबू पंडित ने कहा कि आज के दौर में भोजपुरी फिल्‍म इंडस्‍ट्री में खेसारीलाल यादव बेहद खास हैं। वे जबरदस्‍त के कलाकार हैं। वैसे इस फिल्‍म की पटकथा भी खेसारीलाल के ध्‍यान में रखकर ही ‘राजा जानी’ की स्क्रिप्‍ट तैयार की गई है, जो काफी मजेदार है। हमने अभी फिल्‍म की शुटिंग शुरू की है, जिसे 2018 में रिलीज करने की योजना है।

No comments:

Post a Comment

मंत्र मुग्ध कर देने वाली आवाज़ के धनी अमीन सयानी की यादें

91 साल की उम्र में अमीन सयानी जी का निधन हो गया। उनको हम देश का पहला आर जे भी कह सकते हैं। रेडियो सिलोन में गीतों का कार्यक्रम ब...