Tuesday, August 28, 2018

कहानी - हिंदी फिल्म -- यमला पगला दीवाना फिर से

कहानी - हिंदी फिल्म -- यमला पगला दीवाना फिर से

रिलीज़ -- ३१ अगस्त

बैनर --   सनी साउंड्स प्रा लिमि, इंटरकट एंटरटेनमेंट, पैन इंडिया लिमिटेड   

  निर्माता -- कामायनी पूनिया शर्मा, आरुषि मल्होत्रा 
  निर्देशक  -- नवनियत  सिंह 
 संवाद -- बँटी राठौर
कहानी और पटकथा -- धीरज रतन 
कलाकार -- धर्मेंद्र, सनी देओल, बॉबी देओल,  कृति खरबंदा,असरानी, सतीश कौशिक और बिन्नू ढिल्लों 
गीत --  डी सोल्डिएर्ज,पुलकित ऋषि       
संगीत -- संजीव -दर्शन, सचेत - परम्परा, विशाल मिश्रा,डी सोल्डिएर्ज 
बैक ग्राऊँड संगीत -- राजू सिंह 
गायक -- हैरी संधू , सचेत टंडन 


१९७५ में अभिनेता धर्मेंद्र की आयी फिल्म "प्रतिज्ञा" के गीत "मैं जट्ट यमला पगला दीवाना" को लेकर बनायी गयी 
पहली फिल्म " यमला पगला दीवाना" २०११  में रिलीज हुई। इसके बाद इसी फिल्म की दूसरी सीरीज " 
यमला पगला दीवाना - २" २०१३ में रिलीज हुई। फिल्म "यमला पगला दीवाना फिर से" इस सीरीज़ की तीसरी
 फिल्म है। निर्देशक नवनियत सिंह 
की 
यह पहली हिंदी फिल्म है. पिछले १४ सालों में इन्होने अनेकों पंजाबी 
फिल्मों को निर्देशित किया है. जिनमें मेल 
करा दे रब्बा (२०१० ) धरती ( २०११) सिंह वर्सेज कौर और रँगीले 
( २०१३ ) प्रमुख हैं. पहली फिल्म  " यमला पगला 
दीवाना" (२०११ ) को निर्देशित किया समीर कार्णिक ने और दूसरी 
फिल्म  " यमला पगला दीवाना - २" को 
निर्देशित किया था संगीत सीवान ने। पिछली फिल्मों की तरह ही
 " यमला पगला दीवाना " की तीसरी फिल्म में 
धर्मेंद्र,सनी देओल और बॉबी देओल हैं लेकिन पिछली फिल्मों की 
तरह इस फिल्म में भी नयी नायिका कृति 
खरबंदा हैं। कन्नड़ और तेलुगु की अनेकों फिल्मों में काम कर चुकी 
कृति की पहली हिंदी फिल्म "राज : रीबूट "
 ( २०१६ ) थी इसके बाद उनकी फिल्म  "गेस्ट इन लंदन " और 
"शादी में आना जरूर " आयी थी.  फिल्म
 "रेस - ३ " में दर्शकों को बॉबी का काम पसंद आया था। इससे पहले २०१७ में फिल्म "पोस्टर बॉयज" भी आयी 
थी इस फिल्म में  भी सनी देओल उनके साथ थे.सनी देओल ने २०१६ में फिल्म "घायल वन्स अगेन " को
 निर्देशित किया और इस फिल्म में अभिनय भी किया। अभिनेता धर्मेंद्र, सनी और बॉबी तो हैं ही इस फिल्म में ,
इनके अलावा सलमान खान , रेखा,  शत्रुघ्न सिन्हा और सोनाक्षी सिन्हा भी अतिथि कलाकार के रूप में दिखाई देंगे। 
 फिल्म की कहानी है दो भाइयों पूरन ( सनी देओल ) और काला ( बॉबी देओल ) की।  पूरन बहुत ही नेकदिल 
इंसान है जबकि काला जो सिर्फ पैसों के लिए ही जीता है।  पूरन जो कि एक वैद्य भी है इसलिए अपने पूर्वजों से 
विरासत में मिली आयुर्वेद की ऐसी जड़ी बूटी जिससे मनुष्य की सारी बीमारियाँ  जड़ से दूर हो जाती हैं उससे 
गरीबों का इलाज कर उनकी जिंदगी बचाता है जबकि काला उसे बेचकर रुपये कमाना चाहता है।  परमार 
( धर्मेंद्र )  उम्र दराज़ है लेकिन फिर भी बहुत ही रंगीन मिजाज़ , लड़कियों के पीछे भागने वाला व्यक्ति है 
लेकिन साथ ही वो बहुत ही शातिर वकील भी है।  परमार , पूरन और काला के घर में बतौर पेइंग गेस्ट भी रहता है।
 पूरन और काला अपने एक मुक़दमे की पैरवी के लिये परमार को अपने साथ गुजरात ले जाते हैं। गुजरात में काला 
को चीकू ( कृति खरबंदा ) नाम की एक गुजराती लड़की मिलती है जिससे काला को प्यार हो जाता है।


क्या परमार,पूरन और काला का मुक़दमा जीत जाता है ? क्या चीकू को भी काला से प्यारहो जाता है ? क्या पूरन
 हमेशा की तरह जड़ी बूटी से गरीबों का निशुल्क इलाज़ करता है ? 

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