Monday, July 18, 2016

ग्रेट ग्रैंड मस्ती की असफलता का ठीकरा

"मस्ती" सीरीज़ की तीसरी फिल्म "ग्रेट ग्रैंड मस्ती"  असफल हो गयी और इस असफलता का ठीकरा इस फिल्म की टीम यानि निर्माता , निर्देशक और फिल्म के सभी कलाकारों ने ऑनलाइन फिल्म के लीक होने पर फोड़ दिया।  फिल्म रिलीज़ होने से पहले जब मीडिया ने फिल्म के निर्देशक और कलाकारों से फिल्म के लीक होने के बारें में पूछा तो प्रोक्डक्शन हॉउस के तरफ से खड़े एक सज्जन ने कहा कि इस बारें में  प्रोक्डक्शन हॉउस एक प्रेस रिलीज़ जारी करेगी लेकिन कुछ नहीं हुआ। फिर जब फिल्म रिलीज़ हो गयी और जो फिल्म का हश्र हुआ जो कि होना ही था। कब तक दर्शक फूहड़ हास्य देखेगें , कब तक निर्माता , निर्देशक महिला - पुरुषों  के अंगो को  अश्लीलता से पेश करेगें और यह कह कर पल्ला झाड़ लेगें कि आपने फलाँ फिल्म देखी वो तो इससे भी फूहड़ थी यानि अच्छी फिल्म नहीं बल्कि फूहड़ फिल्म बनाने की प्रतियोगिता चल रही है। 

जब फिल्म सफल नहीं हुई जैसा कि फिल्म की टीम उम्मीद कर रही थी कि इस  बार तो हम १०० करोड़ का आँकड़ा पार करके १५० करोड़ या उससे भी ज्यादा कमा लेगें। लेकिन ऐसा हुआ नहीं तो फिर फिल्म की टीम ने एक प्रेस वार्ता बुलाई जिसमें फिल्म के निर्देशक , सभी कलाकारों के अलावा फिल्म की एक निर्माता एकता कपूर ने भी इसमें हिस्सा लिया और सभी ने ऑनलाइन लीक को जम कर कोसा , सभी के सभी बहुत ही उदास दिखाई दे रहे थे हद तो जब हो गयी जब फिल्म की अभिनेत्री उर्वशी रौतेला फिल्म की असफलता को  लेकर रो पड़ी और उन्होंने इस फिल्म को बॉलीवुड की सबसे बड़ी कॉमेडी फिल्म दिया।  बेचारी २२ साल की इस अभिनेत्री ने जब वो तीसरी क्लास में पढ़ती थी तब अपने परिवार के साथ "मस्ती " सीरीज़ पहली  फिल्म थी और बहुत खुश थी इस फिल्म का हिस्सा बन कर। रितेश ने  कहा ,"यह घटना हम सभी के लिये एक बुरे सपने जैसी है। " सभी ने कुछ न कुछ कहा। 

चलो यह बात मानी कि फिल्म का ऑनलाइन लीक होना बिलकुल भी सही नहीं है और इसके खिलाफ कुछ तो कड़े कानून बनने चाहिये। पहले फिल्म "उड़ता पंजाब " और    अब "ग्रेट ग्रैंड मस्ती " का लीक होना सही मायने में फ़िल्मी दुनिया के लिये अच्छी बात नहीं है करोड़ो रुपये लगे होते हैं फिल्म को बनाने में साथ में कितनी मेहनत लगी होती है. लेकिन साथ में  यह बात भी  सही नहीं है कि फिल्म के लीक होने से फिल्म बुरी तरह असफल हो जाती है क्योंकि फिल्म समीक्षकों ने भी इसे अच्छे स्टार नहीं दिये थे।  वैसे भी यह माना जाता है कि जिस फिल्म को समीक्षक बुरा कहते हैं अक्सर वो फिल्म चल जाती है। फिल्म वही असफल होती है जो सही मायने में अच्छी नहीं होती है।  

हो सकता एडल्ट कॉमेडी के नाम पर फूहड़ता पेश करने वाले निर्माता निर्देशकों को कुछ समझ आये साथ में उन सभी कलाकारों को भी जो इस तरह की फिल्मों में काम भी करते हैं और यह भी कहते हैं कि "मैं यह बिलकुल नहीं करने वाला था लेकिन मैंने गुरु जी के कहने पर की , या  हैं कि ठीक है मैंने सेक्स कॉमेडी की है लेकिन मैं महिलाओं का बहुत सम्मान करता हूँ या यह कहे कि अडल्ट कॉमेडी  करना मेरे बस की बात नहीं।"
ये सारे वाक्य उन अभिनेताओं के हैं जो इस एडल्ट कॉमेडी की तीनों फिल्मों में थे।   








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