Thursday, May 26, 2016

-जैसे यह रोल मेरे लिए ही लिखा गया था --- तुलना बुटालिया


थ्रिलर फिल्म "फ्रेडरिक"से बॉलीवुड में इंट्री कर रही नई अभिनेत्री तुलना बुटालिया से बातचीत 

सवाल:आप फिल्मों में कैसे आई और यह मूवी आपको किस तरह मिली ?
तुलना:यह प्लानिंग के तहत नहीं हुआ। पहले भी मुझे दो तीन बार ऑफर आया था मगर मैंने इंकार कर दिया था। लेकिन इस बार जब "फ्रेड्रिक "की पेशकश आई तो मैं ने इस ऑफर को जाने नहीं दिया। मुझे ऐसा लगा जैसे यह रोल मेरे लिए ही लिखा गया था। निर्माता मनीष कलारिया और निर्देशक राजेश बुटालिया को मुझपर पूरा भरोसा था कि मैं अपनी  भूमिका के साथ इंसाफ कर पाऊँगी।मेरा ऑडिशन हुआ स्क्रीन टेस्ट में मैं पास हो गई। हालाँकि यह स्पष्ट था कि मुझे अभिनय क्षेत्र में गाइडेंस की ज़रूरत थी और निर्देशक ने  मुझे इस मामले में बहुत गाइड किया । 
सवाल:फिल्म के दूसरे कलाकारों और निर्देशक के साथ काम करने का कैसा अनुभव रहा ?
तुलना:मेरा पूरा अनुभव नया था। सब ने मुझे बड़ा उत्साहित किया। निर्देशक हमेशा मेरे साथ रहे उन्होंने ट्रेनिंग दी और गाइड किया। अगर मैं कुछ कर नहीं पा रही थी तो उन्होंने मुझे पूरा मौका दिया और धैर्य बरक़रार रखा.और जब तक मैंने वैसा शॉट नहीं दिया जैसा वो चाहते थे तब तक मुझे प्रयास का अवसर प्रदान किया। उन्होंने मेरी अभिनय क्षमता को निखारने के लिए वर्कशॉप रखे। फिल्म पे मौजूद तमाम अदाकार खास कर अविनाश ने मेरी बहुत मदद की। मेरा पूरा अनुभव अमेज़िंग था ।  
सवाल:एक्शन सीन करने के लिए आपने किस से ट्रेनिंग ली ?
तुलना:ईमानदारी से कहू तो फिल्म के सेट पर मैंने सबकुछ सीखा और इसको लेकर बहुत नर्वस थी। मैं हमेशा से बड़ी ऐक्टिव परसन रही हूँ। पहले मैंने कुछ किक बॉक्सिंग सीखी थी इसलिए मुझे थोड़ा विश्वास था लेकिन फिल्म में खतरनाक एक्शन सीन करना एक अलग ही बात होती है। इसलिए मुझे एक्शन मास्टर विक्की ने ढेर सी चीज़ें सिखाईं। एक्शन वाले सीन करने में काफी समय लगता था । 

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