
एक लड़का , एक लड़की जिससे खलनायक जबरदस्ती से उससे शादी करना चाहता है। लड़का,लड़की को अनजाने में खलनायक से बचा लेता है। परिस्थितियों के चलते दोनों में प्यार हो जाता है। अब खलनायक दोनों के पीछे पड़ा हुआ है।
दर्शकों को रोमांचित करने वाले कुछ संवाद हैं जैसे कबड्डी कबड्डी कबड्डी किसकी मोडू गर्दन किसकी तोड़ू हड्डी ". गीत - संगीत कुछ ठीक - ठाक है। फिर भी लग नही रहा कि फिल्म 'तेवर' दर्शकों को अपने तेवर दिखा पायेगी ?
हम तो यही दुआ करेगें कि तेवर के तेवर अच्छे ही हों।
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