रिलीज़ -- १६ जनवरी
बैनर -- पैनोरमा स्टूडियोज
निर्माता -- कुमार मंगत पाठक, अभिषेक पाठक, प्रदीप अग्रवाल और प्रशांत शर्मा
- निर्देशक -- भूषण पटेल
- कलाकार -- बिपाशा बसु , करन सिंह ग्रोवर, ज़ाकिर हुसैन
- संगीत --- अंकित तिवारी और मिथुन
- बैक ग्राउंड संगीत -- अमर मोहिले
- गीतकार -- मिथुन , संदीप नाथ , उपेन्द्र कुमार उपाध्याय।
- गायक - गायिका -- अंकित तिवारी , अदिति सिंह शर्मा , भाविन धनक, अल्तमश फरीदी और सलीम भट्ट।
- निर्देशक भूषण पटेल ने इस हॉरर लव स्टोरी "अलोन " से पहले भी दो हॉरर फ़िल्में बनायी हैं जिनमें १९२० : एविल रिटर्न्स और रागिनी एम एम एस २।
- बिपाशा बसु तो हॉरर फिल्मों की ब्रांड अभिनेत्री बन गयी हैं। मॉडलिंग से अभिनय की दुनिया में कदम रखा बिपाशा बसु ने सन १९९१ में निर्देशक अब्बास मस्तान की फिल्म "अजनबी " से और फिर सन २००२ में हॉरर फिल्म "राज़" में काम किया। यह उनकी पहली हॉरर फिल्म थी. इस फिल्म में वो बहुत डरी भूत - प्रेत आत्मा से। इस फिल्म के बाद उन्होंने जिस्म , फुटपाथ, जमीन, इश्क़ है तुमसे, ऐतबार, रुद्राक्ष , विरुद्ध, नो एंट्री, अपहरण, कॉरपोरेट , फिर हेरा फेरी, ओंकारा , धूम - २, रेस , बचना ए हसीनों, लम्हा , आ देखें ज़रा, रेस -२ , प्लेयर्स अादि अनेकों फ़िल्में की.२००२ में बिपाशा ने "राज़" में काम किया और फिर दस साल बाद यानि २०१२ में राज़- ३ में काम किया बस फिर क्या हुआ एक के बाद एक करके उन्होंने आत्मा और क्रीचर - थ्री डी जैसी कई हॉरर फिल्मों में काम किया और इस तरह बिपाशा हॉरर फिल्मों की ब्रांड अभिनेत्री बन गयी अपनी इस फिल्म से बिपाशा बसु पुरानी हॉरर फिल्मों की तरह डरेगी नही बल्कि दूसरों को डरायेंगी। वैसे तो बिपाशा ने हमेशा ही बोल्ड किरदारों को अपनी फिल्मों में अभिनीत किया है लेकिन इस फिल्म "अलोन " में वो कुछ ज्यादा ही बोल्ड बनी हैं।
- करन सिंह ग्रोवर एक मॉडल और टी वी अभिनेता हैं करन ने "दिल मिल गये " और "कबूल है" जैसे दो लोकप्रिय धारावाहिकों में काम किया है. इसके अलावा करन ने रियल्टी डांस शो 'झलक दिखला जा' में भी हिस्सा लिया था. यह इनकी पहली फिल्म है। बचपन से ही बिपाशा के प्रशंसक रहे करन का जैसे सपना ही पूरा हो गया बिपाशा के साथ काम करके।
- "अलोन " की कहानी है दो बहनें संजना और अंजना की. जो कि एक दूसरे के शरीर से जुड़ी हुई ही पैदा थी. संजना (बिपाशा बसु ) की शादी हुए ६ साल हो गए हैं। वो अपने पति कबीर ( करन सिंह ग्रोवर ) को अपनी जिंदगी से भी ज्यादा प्यार करती है। वो बिलकुल भी यह बर्दाश्त नही करती कि उसे और उसके पति के बीच कोई भी आये। बस यही वजह होती है उसके और कबीर के बीच लड़ाई की. वो बहुत ही शांत प्रकृति की है। अपने प्रियजनों को खोना संजना का सबसे बड़ा डर है। वो अपनी बहन अंजना की मौत की दोषी भी खुद को ही मानती है। यही वजह है कि वो हमेशा डरी हुई रहती है। कबीर एक बहुत ही अच्छा पति है वो भी संजना को बहुत प्यार करता है लेकिन वो संजना के स्वभाव की वजह से परेशान रहता है। वो संजना की खुश रखने की पूरी कोशिश करता है
- केरल में रह रही संजना की माँ की तबियत खराब हो जाती है मुंबई में रहने वाली संजना यह खबर सुन कर कबीर के साथ अपनी माँ को देखने केरल जाती है. जब वो वापस अपने घर केरल जाती है तब फिर से उसे पुरानी सब घटनायें याद आ जाती हैं। उसकी बहन अंजना की आत्मा संजना को नज़र आती है और उसे डराती है. संजना को ही अंजना की आत्मा दिखाई देती है। जबकि कबीर को लगता है की यह सब संजना की कोरी कल्पना ही है। लेकिन जल्दी उसे सब हक़ीक़त समझ आने लगती है और वो अपने मनोचिकित्सक दोस्त नमित की मदद लेता है संजना को उसकी बहन की आत्मा से दूर करने के लिए।
क्या सच में अंजना की आत्मा संजना को डराती है ? या यह सब केवल उसका भ्रम है ?
फिल्म में चार गीत हैं कतरा , आवारा, चाँद आसमानों से लिपटा है और टच माय बॉडी। सभी गीत रोमांटिक है और श्रोताओं में लोकप्रिय हैं।
No comments:
Post a Comment