फिल्म "एक का दम - 1" मानसिक
विकार से पीड़ित एक परेशान रॉकस्टार गौतम (महेश बाबू) की कहानी है जिसे अक्सर ही
बुरे - बुरे सपने दिखाई देते हैं सपनो में वह देखता है कि वह एक बच्चा है जिसके अपने
माता पिता की भीषण हत्या को उसने देखा है. और वह अपने माता पिता के सभी हत्यारों
को मार चुका है. इस तरह कि अजीबोगरीब सपने उसका पीछा नही छोड़ते. उसे इन सपनों की
वजह बताने वाला कोई भी उसके पास नही है. उसके माता पिता कौन थे? क्या उनका नाम था उसे यह भी नही मालूम ?, यहाँ तक की उनके चेहरे
भी उसे याद नहीं. बस उसके सपनो में कुछ चेहरे आते हैं जिन्होंने उसके माता पिता की
हत्या की थी. वो बस उसे अंटोनियो रोसरीउस ( केली दोरजी )_अपनी कल्पना में ही
ढूँढता कर मारता रहता है.
पत्रकार समीरा
(कीर्ति सैनन ) गौतम के जीवन में
आती है और वह गौतम के सामने यह सच लाती है कि जो गौतम वास्तव में करता है वो बस
केवल उसकी महज कल्पना है न कि सच. समीरा
गौतम के डॉक्टर की सलाह
पर उसकी इस बीमारी पर काबू पाने में उसकी मदद करने की कोशिश करती है.
उसकी खोजी
पत्रकारिता के सहारे गौतम अपने माता पिता के हत्यारों का पता लगाने में कामयाब
होता है यह नही पता क्योंकि यह जानने के लिए तो आपको फिल्म देखनी होगी . जो कि २०
जून को रिलीज़ हो रही है .
निर्देशक सू कुमार की इस फिल्म
में बहुत सारे कलाकार हैं जैसे नासिर, प्रदीप रावत और केली दोरजी आदि. तेलगु भाषा में महेश बाबू की बनी सबसे महंगी (1:
Nenokkadine) फिल्म अब हिंदी में “एक का दम” नाम से २० जून को
रिलीज़ हो रही है. फिल्म में सोफी चौधरी ने आयटम नंबर भी किया है.
तेलुगु अभिनेता महेश बाबू की फिल्म ‘एक का दम’ एक्शन
फिल्म है जिसकी शूटिंग लंदन गोवा, बैंकाक, आयरलैंड में हुई है। इस फिल्म को लगभग 75 करोड़ की लागत से
बनाया गया है। इस फिल्म की शुरुआत अमेरिका में कमाल की हुई है। हिंदी
में फिल्म के निर्माता रिवाज़ दुग्गल हैं जिन्होंने फिल्म को अपने बैनर आर के
दुग्गल में रिलीज़ किया है। इस फिल्म में डबिंग ,मिक्सिंग ,गीत के लिए रिवाज़ ने बड़ी मेहनत की है।
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