Thursday, July 10, 2014

हिंदी फिल्म -- हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया

हिंदी फिल्म -- हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया 
रिलीज़ -- ११ जुलाई 
बैनर -- धर्मा प्रोडक्शन 
निर्माता -- करन जौहर 
निर्देशक -- शशांक खेतान 
कलाकार -- वरुण धवन , आलिया भट्ट ,आशुतोष राणा और सिद्धार्थ शुक्ला 
सगीत --  सचिन -- जिगर , तोशी साबरी। 

 "हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया" रोमांटिक कॉमेडी फिल्म है।  एक बार फिर करन जौहर की इस फिल्म  में आलिया भट्ट और वरुण धवन एक साथ आ रहे हैं।  दोनों ने २०१२ में करन  जौहर की फिल्म " स्टूडेंट ऑफ़ द ईयर " से ही अपना बॉलीवुड कैरियर शुरू किया था।  आलिया की चौथी और वरुण की  यह तीसरी फिल्म है.  पिता डेविड धवन की फिल्म "मैं तेरा हीरो " वरुण की दूसरी फिल्म थी  जबकि आलिया ने 'स्टूडेंट ऑफ़ द ईयर' के बाद हाईवे औए २ स्टेट्स में काम किया था। इसी फिल्म से छोटे परदे के लोकप्रिय अभिनेता सिद्धार्थ शुक्ला यानि बालिका वधू के शिव भी अपना फ़िल्मी कैरियर शुरू कर रहे हैं। 
 
फिल्म की कहानी इस प्रकार है ----  दिल्ली का रहने वाला राकेश हम्प्टी शर्मा ( वरुण धवन ) मौज मस्ती करने वाला, लापरवाह लेकिन बहुत ही खुश मिज़ाज़ लड़का है।


मध्यम वर्गीय परिवार का यह लड़का बहुत ही जुगाड़ू काम करने वाला है जिसकी जिंदगी से कुछ भी उम्मीदे नही हैं. यूनिवर्सिटी बुक स्टोर  में अपने  पापा की मदद करके वो बहुत खुश है और इसके अलावा अपने दो बचपन के दोस्तों शोंटी और पोप्लू के साथ हैंग आउट करने में ही उसे बहुत मज़ा आता है. काव्या प्रताप सिंह (आलिया भट्ट ) पंजाब के एक छोटे से शहर अम्बाला की रहने वाली आधुनिक युवती है जो वो एक बार ठान लेती है वो ही करके मानती है। सोने का दिल रखने वाली काव्या हमेशा अपने दोस्तों की मदद करने के लिए तैयार रहती है.  वो अपने पिता मिस्टर सिंह ( आशुतोष राणा ) द्वारा चुने हुए लड़के के साथ शादी करने के लिए तैयार है। काव्या अपनी  शादी की खरीदारी करने के लिए दिल्ली जाती है वहां उसकी मुलाकात दिल्ली की लड़के हम्प्टी शर्मा से होती है।  कई मुलाकातों के बाद दोनों ही एक दूसरे की ओर आकर्षित होते हैं।  हम्प्टी शर्मा अपने दोनों दोस्तों के साथ काव्या की सहेली गुरप्रीत की शादी में भी मदद करता है। काव्या और हम्प्टी दोनों ही कई बातों में एक दूसरे से बिलकुल अलग हैं और कई बातों में एक जैसे हैं। 

काव्या की  शादी की खरीदारी पूरी हो जाती है और वो वापस अम्बाला जाने की तैयारी करती है क्योंकि उसे पता है कि उसे प्यार करने वाले उसके पापा कई मामलों में बहुत ही सख्त हैं और वो जो प्यार अचानक उसकी राह में आ गया था उसे कभी भी स्वीकार नही करेगें। लेकिन हम्प्टी  इस तरह से हार नही मानता और अपने दोस्तों के साथ काव्या से मिलने और उसके घरवालों को अपनी और काव्या की शादी के लिए मनाने के लिए अम्बाला जाता है। 

क्या हम्प्टी काव्या के पापा को अपने और काव्या के रिश्ते के बारे में मना पाता है ? किस तरह उसे अपने इस मिशन में सफलता मिलती है या वो अपने प्यार को खो देता  है ? जानने के लिए तो आपको ११ जुलाई का इंतज़ार करना होगा। 

 इस फिल्म का संगीत भी श्रोताओं में ख़ासा लोकप्रिय हो रहा है। 'मैं तैनू समझावा की, सैटर डे , लकी तू लकी मी हिट गीत हैं।  फिल्म 'हाईवे' की तरह इस फिल्म में भी  आलिया ने 'मैं तैनू समझावा की' गीत गाया है. 

No comments:

Post a Comment

मैदान ने क्यों कोई झंडे नहीं गाड़े समझ नहीं आया जबकि यह बेहतरीन फिल्म है

  कल  मैने प्राइम विडियो पर प्रसारित निर्देशक अमित रविंद्रनाथ शर्मा और अभिनेता अजय देवगन की फिल्म "मैदान" देखी। अजय देवगन की यह फि...