लोकप्रिय गायक कैलाश खेर जब भी कोई
गीत गाते हैं उनके श्रोता उसे हाथो हाथ लेते हैं. पिछले दिनों ऐसे ही उनके गाये
गीत “पंडागला दिगिवाचवू” के लिए उन्हें सर्वश्रेठ गायक का ६१वां फ़िल्म फेयर अवार्ड मिला. सन २०१३ में आयी
तेलुगु फ़िल्म ‘मिर्ची’ में संगीत दिया है देवी श्री प्रसाद ने.
इस अवार्ड के लिए कैलाश खेर के अलावा दलेर मेहँदी, रंजीत जबिली, शंकर महादेवन
और सुचित सुरेशन आदि गायकों का भी नामांकन हुआ था. यह कैलाश खेर का दूसरा फ़िल्म
फेयर अवार्ड है इससे पहले उन्हें सन २००६ में आयी हिंदी फ़िल्म “फ़ना” के गीत
‘सुभानअल्लाह’ के लिए भी अवार्ड मिला था.
इस अवार्ड के बारे में कैलाश खेर ने कहा कि, “जब भी आपके काम को सराहा जाता है तो स्वाभाविक है
अच्छा लगता ही है. मुझे भी लग रहा है. अवार्ड मिलने से फिर से काम करने में एक
शक्ति आती है और भविष्य में अच्छा का करने की प्रेरणा मिलती है.”
कैलाश खेर अब तक बॉलीवुड में करीब ३५० से भी ज्यादा
गीतों और ५०० के करीब ही रेडियो और टी वी जिंगल्स गा चुके हैं. हिंदी के साथ- साथ १७ अन्य भाषाओँ में भी उन्होंने गीतों को
गाया है. फिल्मों में अब तक कैलाश खेर ने चाँदनी चौक टू चाइना, दस विदानियाँ,
स्क्रेड इविल – ए ट्रू स्टोरी, फुल एंड फायनल, गुड बॉय बैड बॉय, ढोल, अलादीन, दिल बोले हडीप्पा, वाह लाइफ हो तो ऐसी, आ देखे जरा आदि फिल्मों
के साथ टी वी धारावाहिकों में भी संगीत दिया है. बतौर संगीतकार जल्दी ही उनकी एक नयी फिल्म आने वाली है “देसी कट्टे”.
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