Friday, April 3, 2015

हिंदी फिल्म --- #डिटेक्टिव व्योमकेश बक्शी


हिंदी फिल्म --- डिटेक्टिव व्योमकेश बक्शी 
रिलीज़ -- ३ अप्रैल 
बैनर -- यश राज फिल्म्स और दिबाकर बनर्जी प्रोडक्शंस 
निर्माता -- आदित्य चोपड़ा और दिबाकर बनर्जी
निर्देशक -- दिबाकर बनर्जी
लेखक --- शरदिंदु बंदोपाध्याय और दिबाकर बनर्जी
स्क्रीन प्ले -- उर्मि जुवेकर और दिबाकर बनर्जी
शरदिंदु बंदोपाध्याय की पुस्तक  "सत्यान्वेषी" और "पोथेर काँटा " पर आधारित 
संगीत -- स्नेहा खानविलकर 
कलाकार   -- सुशांत सिंह राजपूत ,आनंद तिवारी और स्वस्तिका मुखर्जी 
"व्योमकेश बक्शी " नाम का एक लोकप्रिय धारावाहिक दूरदर्शन पर भी १९९३ में प्रसारित होता था।  इसमें अभिनेता रजित कपूर व्योमकेश बक्शी के किरदार में थे।  अब देखना यह है कि सुशांत सिंह राजपूत भी अपनी इस फिल्म को धारावाहिक की तरह लोकप्रिय कर पाते हैं या नहीं। 

अब तक निर्देशक  दिबाकर बनर्जी की खोसला का घोसला , ओये लकी लकी ओये ,लव सेक्स और धोखा , शंघाई , बॉम्बे टॉकीज आदि फ़िल्में आ चुकी हैं। 
टी वी धारावाहिक "पवित्र रिश्ता " से घर घर में लोकप्रिय हुए सुशांत सिंह राजपूत की भी अनेकों फ़िल्में रिलीज़ हो चुकी हैं।  उनकी पहली फिल्म "काय पोचे "( २०१३ ) में आयी थी।  २०१३ में ही रिलीज़ हुई "शुद्ध देसी रोमांस " और २०१४ में आयी " पी के " . 
स्वस्तिका मुखर्जी बंगाली फिल्मों की लोकप्रिय अभिनेत्री हैं इस फिल्म में भी उनकी मुख्य भूमिका है जिन्होंने अंगूरी देवी का किरदार अभिनीत किया है। 

शरदिंदु बंदोपाध्याय की पुस्तक  "सत्यान्वेषी" और "पोथेर काँटा " पर आधारित है यह फिल्म "डिटेक्टिव व्योमकेश बक्शी ".  इस फिल्म में मुख्य  पात्र है  व्योमकेश बक्शी ।  दूसरे विश्व युद्ध के समय कोलकाता में अपराध बहुत बढ़ गए थे। उसी समय व्योमकेश ( सुशांत सिंह राजपूत ) नाम का बंगाली युवक जो कि अपनी कालेज की पढ़ाई ख़त्म करके चुका है , अपनी बुद्धिमता से हत्या और  राजनीतिक साज़िश के केस सुलझाता है। इस पीरियड फिल्म में उस समय के कोलकाता को दिखाया है जब वहां पर जापान ने आक्रमण किया था।  एक तो भारत अंग्रेजों से त्रस्त था ही उस पर जापानियों को लेकर जो भय का माहौल था। यह सब भी इस फिल्म में दिखाया गया है, यह पूरी फिल्म व्योमकेश बक्शी के पहले केस के इर्द गिर्द बुनी गयी है। 

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