रिलीज़ -- २२ सितम्बर
बैनर -- टी सीरीज़ और लीजेंड स्टुडियोज़
निर्माता -- भूषण कुमार, संदीप सिंह और उमंग कुमार
निर्देशक --उमंग कुमार
कहानी --- संदीप सिंह
स्क्रीन प्ले -- राज शांडिल्य
कलाकार -- संजय दत्त, अदिति राव हैदरी , शरद केलकर और सिद्धांत गुप्ता।
संगीत -- सचिन - जिग़र
बैक ग्राउंड संगीत -- इस्माइल दरबार
गीतकार - - प्रिया सरैया, बादशाह ,वायु , अन्विता दत्त,उत्कर्ष नैथानी।
गायक - गायिका -- नेहा कक्क़ड,बेनी दयाल,राहत फतेह अली खान, बादशाह,दिव्या कुमार, जोनिता गाँधी,संजय संघवी,सुखविंदर सिंह ,अजय शांडिल्य
और संजय दत्त।
बदले और दिल को छू लेने वाली भावनाओं वाली इस फिल्म "भूमि " के निर्देशक हैं फिल्म "मैरी कॉम" और "सरबजीत" के निर्देशक उमंग कुमार। करीब ३ साल बाद संजय दत्त की कोई फिल्म रिलीज़ होगी और वो है फिल्म "भूमि" । इससे पहले २०१४ में फिल्म "पी के" आयी थी जिसमें संजय दत्त ने काम किया था। पिता और पुत्री के रिश्तों पर आधारित इस फिल्म से संजय दत्त एक बार फिर से अपनी अभिनय पारी शुरू कर रहे हैं. संजय दत्त ने "भूमि" जैसी ही फिल्म "पिता " (२००२ ) में की थी.फिल्म "पिता " में भी संजय अपनी बेटी का बदला लेते हैं । सनी लियोनी भी फिल्म में एक गीत में दिखाई देंगी।
इस फिल्म भूमि की कहानी है अरुण (संजय दत्त ) और उसकी बेटी भूमि ( अदिति राव हैदरी ) की.पिता पुत्री दोनों का एक छोटा सा हँसता हुआ परिवार है। दोनों बस एक दूसरे के लिए ही जीते हैं. आगरा में जूते की दूकान चलाने वाले अरुण के लिए उसकी बेटी ही सब कुछ है और जैसा कि हर पिता चाहता है कि उसकी बेटी को एक अच्छा जीवनसाथी और घर मिले। जिसके साथ वो हँसी खुशी अपना जीवन व्यतीत करे ऐसा ही कुछ अरुण भी अपनी बेटी के लिए चाहता है, इसलिये वो भूमि की शादी नीरज ( सिद्धांत गुप्ता ) से तय भी कर देता है और सपने देखता है कि अपनी बेटी भूमि की शादी के , लेकिन इन दोनों के भाग्य में कुछ और ही लिखा है तभी तो धौलपुर का रहने वाला धौली (शरद केलकर ) जो लड़कियों की ख़रीद फ़रोख़्त करता है वो भूमि का अपहरण करके उसका यौन उत्पीड़न करके भूमि और उसके पिता अरुण के सपने चूर चूर कर देता है।
इस वजह से भूमि को मुहल्ले और समाज में बदनामी झेलनी पड़ती है.पुलिस में धौली के ख़िलाफ़ मुकदमा करने पर भी भूमि को न्याय नहीं मिलता बल्कि अदालत में भी उसका मज़ाक उड़ता है और उसके चरित्र पर भी तरह - तरह के सवाल उठाये जाते हैं। पुलिस भी धौली जैसे अपराधी के साथ हो जाती है. आखिर में भूमि का पिता अरुण मामला अपने हाथ में लेता है और वो भूमि के अपमान का बदला लेने निकलता है और उसका कहर धौली पर टूटता है.
क्या अरुण भूमि के अपमान का बदला लेने में कामयाब हो पाता है ? क्या अरुण अपनी बेटी भूमि की शादी कर पाता है या उसका यह सपना अधूरा ही रह जाता है ? जानने के लिए देखिये फिल्म "भूमि "
No comments:
Post a Comment