Wednesday, September 20, 2017

मैं जल सेना के लिए गीतों को गाना चाहता हूँ -- प्रमोद चौधरी


कुछ समय पहले एक फिल्म रिलीज़ हुई थे "लव है यार - एक्सेप्ट  इट" के गीत हे भगवान करो कल्याण के गायक प्रमोद चौधरी की अहम पहचान यह है कि वो मर्चेंट नेवी में कप्तान हैं। बीच समन्दर में खड़े पानी के जहाज़ में अपने  केबिन के अंदर रियाज़ कर अपने सुरों को सवांरने वाले  गायक प्रमोद चौधरी  ने क्या जमाना, कौन है वो इन दोनों फिल्मों के अलावा भी कई फिल्मों में गीतों को गाया है। फिल्म "कौन है वो " में उन्होंने लोकप्रिय गायिका अनुराधा पौड़वाल के साथ जुगलबन्दी की है. 
बिहार के दरभंगा से ताल्लुक रखने वाले प्रमोद जब ३ वर्ष के थे तभी से उनकी रूचि संगीत के प्रति हो गयी थी। प्रमोद ने बताया कि, "जब माँ को घर का काम करना होता था तब वो मेरे पास रेडियो  रख देती थी और मैं घंटो चुपचाप रेडियो  में बजने वाले गीतों  को सुना करता था। फिर थोड़ा बड़ा  होने पर  माँ के साथ आरती और भजन में सुर मिलाने लगा।  

पिता एयरफोर्स में थे तो जगह - जगह ट्रांसफर होने पर स्कूलों में संगीत के विषय के तहत प्रमोद  संगीत की तालीम भी लेने लगे। गुरु उमेश पांडेय से भी इन्होने संगीत सीखा। जब नेवी ज्वाइन किया तब जहाज़ पर अपने साथ कीबोर्ड ले गये और जब भी समय मिलता उसके साथ संगीत में रच बस जाते। प्रमोद  का कहना है कि," जब वो जहाज़ का हूटर भी सुनते हैं तो उन्हें उसमें भी संगीत ही सुनाई देता है।  प्रमोद को मुकेश और किशोर गीत गाना और सुनना पसंद करते हैं। नेवी में होने वाले संगीत के हर कार्यक्रम में उनके बुलाया जाता है।  यह उनकी गायकी का ही कमाल है कि नेवी सर्कल में उन्हें सिंगिंग कैप्टेन के रूप में जाना जाता है।

सन २०१२ में इन्होने ऑन लाइन संगीत प्रतियोगिता मोबी सुर में हिस्सा लिया था जिसमें शंकर महादेवन जज थे। इस प्रतियोगिता में प्रमोद तीन राउंड तक प्रथम आते रहे लेकिन बाद में पता नहीं कहाँ और क्या गड़बड़ हुई नहीं जानते।  टी वी के  गीत - संगीत के रियल्टी शो के बारें में उनका कहना है कि इन सभी में ३० साल की अधिक आयु वालों को मौका नहीं दिया जाता नहीं तो वो भी इनमें शामिल जरूर होते। लेकिन फिर भी प्रमोद निराश नहीं हुए हैं अपनी संगीत प्रतिभा को आम लोगों के बीच पंहुचाने के लिए उन्होंने यू ट्यूब का सहारा लिया। यू ट्यूब में उनके करीब २२  वीडियो अप लोड  हुए हैं।  साथ ही प्रमोद में माता की भेटों को रिकॉर्ड भी किया है।

अपनी संगीत साधना में प्रमोद अपनी पत्नी निरमा का बहुत बड़ा योगदान मानते हैं ,उनका कहना है कि मैं  तो शिप से वापस आकर अपनी संगीत साधना व्यस्त जाता हूँ।  घर सारी जिम्मेदारी अकेले ही निरमा निभाती है। प्रमोद की पत्नी उनकी कटु आलोचक भी हैं , अगर मेरी कोई भी रचना  में उन्हें कोई कमी नज़र आती है वो तुरंत बता देती हैं।  उनकी आलोचना की वजह से कई रचना को रद्द भी किया है। 

कैप्टेन प्रमोद की  दिली इच्छा है कि किसी फिल्म में देश भक्ति का कोई गीत गायें। इस बारें में वो कहते हैं , "क्योंकि मैं जल सेना में काम करता हूँ और जल सेना मेरे दिल के काफी करीब हैं. अभी तक जितनी भी फ़िल्में बनायी हैं सभी में थल सेना को लेकर गीत जरूर बने हैं लेकिन जल सेना को लेकर कोई भी गीत नहीं बना। इसलिए मैं जल सेना पर देशभक्ति गीत गाना चाहता हूँ और सभी को यह बताना चाहता हूँ कि जल सेना भी देश भक्ति और बहादुरी में किसी से पीछे नहीं है."    

यू ट्यूब में उनकी गायकी की प्रसिद्धि की वजह से बॉलीवुड में भी उनके नाम की चर्चा होने लगी है। कई नामी गीतकारों और संगीतकारों से उनकी बात भी चल रही है। अब दिन दूर नहीं जब समंदर की लहरों में गूँजने वाली कैप्टेन प्रमोद की आवाज़ देश के घर - घर में गूँजने लगे. 




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