रिलीज़ -- ८ सितंबर २०१७
बैनर – अनूप जलोटा फिल्मस, ओम छानगानी फिल्मस एंड साधना टीवी
निर्माता - अनुप जलोटा
सह-निर्माता – राकेश गुप्ता, दिनेश गुप्ता व ओम छानगानी
लेखक-निर्देशक – सीमा कपूर
संगीत – अली घानी, राज प्रकाश व विशाल
गायक – सुखविंदर सिंह, शान, मधुश्री, जावेद अली व अनुप जलोटा
मिडिया प्लानर – द्वापर प्रमोटर्स
पीआरओ – हिमांशू झुनझुनवाला
लोकेशन – लखनऊ, मुंबई झालावर (राजस्थान)
सेन्सर – यू / ए
फिल्म का अवधि – १२३ मिनिट
बैकग्राउंड स्कोर – रंजीत कपूर
स्क्रिनप्ले डायलॉग – सीमा कपूर
कोरियोग्राफर – सुजीत कुमार
ओडियो - जी म्यूजिक कंपनी
यह कहानी कल्लू कबाड़ी ( अन्नू कपूर) की है, जो छोटा सा स्क्रैप डीलर है, उसका जीवन एक दिन रंक से राजा में बदल जाता है। उसके बाद कल्लू मुस्कुराते हुए अपनी प्रेमिका चंदो ( सारिका ) से शादी करता है। कल्लू अपने दादा के टुकड़े का मालिक है। जमीन की कीमतें आसमान छू रही हैं, क्योंकि इस पर राजमार्ग का निर्माण किया गया है। अब कल्लू अमीर है, तो वह अपने अतीत को छोड़कर एक नया अध्याय शुरू करना चाहता है, वह अपनी पिछली दोस्ती, गरीब, दुखी मलिन बस्ती जीवन को मिटाना और भव्य जिंदगी जीने के लिए चाहता हैं, उसका केवल एक ही सपना हैं। उसके पास सफल, सम्मानित व्यवसाय चलाने के लिए कोई आवश्यक अनुभव या शिक्षा नहीं होने है, इसलिए वह राज्य के १५० से ज्यादा निजी शौचालयों का मालिक है। कल्लू का बेटा चमन शौचालय चलाता है और साप्ताहिक पैसा इकट्ठा करता है।
अपने पेशे से शर्मिंदा था, उसका परिवार कहता है कि वह रेस्तरां की श्रृंखला के मालिक है, जो कि एक झूठ है। कल्लू का सपना है कि समाज के उच्च लोगों के साथ कंधों से कंधा लगाकर चलना है। वह अपने बच्चों, चमन और मेथी की अमीर परिवारों में शादी करने की इच्छा रखते हैं।
चंदो की मूर्खता के कारण कल्लू और चमन के सपने नीचे आते हैं। कहानी एक महत्वपूर्ण बिंदु पर पहुंचती है, जब चमन शैली के साथ प्यार में पड़ जाता हैं, जिनके पिता मि. अरोरा (ब्रिजेंद्र काला )कबाडियों से नफरत करता है, क्योंकि उनकी बहन एक के साथ भाग गई थी। बाद में यह पता चला है कि वह जिस कबाड़ी के साथ चली गई व चमन का मामा है।
कहानी कल्लू परिवार के गड़बड़ और मजेदार स्थितियों के आसपास घूमती है।
कहानी कल्लू परिवार के गड़बड़ और मजेदार स्थितियों के आसपास घूमती है।
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