यद्यपि दादा श्री रवीन्द्र जैन जी की छाया, प्रेरणा, शिक्षा उनका मार्गदर्शन और आशीर्वाद हमेशा हमारे साथ है तथापि शारीरिक रूप से उनका हमारे बीच न होना एक असहनीय दुःख है। दादा की कला, दादा का गीत संगीत, दादा के उस अलमस्त फ़कीरा वाले स्वभाव आदि को जीवंत और तरोताज़ा बनाये रखने के लिए पहले की ही तरह अब भी हर साल 28 फ़रवरी को एक भव्य संगीतमय कार्यक्रम रखा जाएगा जिसमे "रवीन्द्र जैन अकादमी अवार्ड" एक गीतकार एक संगीतकार और एक गायक को दिया जायेगा।
दादा की जन्मतिथि 28 फ़रवरी को पहले की ही तरह आगे भी हर साल उसी हर्षोल्लास और भव्यता के साथ एक महोत्सव के रूप में मनाया जायेगा. चूँकि रवीन्द्र जैन जी गीतकार संगीतकार और गायक तीनों थे इसलिए उनके नाम का अवार्ड भी इन तीनों विधाओं के पारंगत और नामचीन कलाकारों को दिया जा रहा है।
अवार्ड चयन समिति और फ़िल्म जगत के कुछ गणमान्य लोगों के परामर्श और सहमति से इस साल ये तीनों अवार्ड क्रमशः--विख्यात गीतकार श्री योगेश गौर जी ,वरिष्ठ संगीतकार जोड़ी शिवहरि ( श्री शिव कुमार शर्मा- श्री हरि प्रसाद चौरसिया जी),प्रसिद्ध पार्श्वगायक श्री सुरेश वाडकर जी को देने का निर्णय लिया गया है।
कार्यक्रम स्थल -हरे रामा कृष्ण ऑडिटोरियम ,इस्कॉन मंदिर जुहू , मुम्बई .
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