पहले एक समय था जब टी वी धारावाहिकों में हमेशा महिला चरित्र ही गुस्सैल और चिड़चिड़े दिखाये जाते थे जो कि घर परिवार के सदस्यों पर किसी भी समय अपना गुस्सा निकालते रहते थे। हर कोई इनसे खुद को छिपाता रहता था और उसकी यही कोशिश रहती थी कि कैसे भी करके इनके सामने अाने से बचा जाये।
इन दिनों टी वी पर लेकिन अलग - अलग चैनलों में ऐसे ही कुछ धारावाहिकों का प्रसारण हो रहा है जिनमें धारावाहिक के मुख्य नायक कुछ साइको टाइप के हैं जो हर समय गुस्सा करते हैं , छोटी - छोटी बातों पर क्या घर क्या ऑफिस सब जगह अपना गुस्सा निकालते रहते हैं।
ऐसा ही एक धारावाहिक है #ये है मोहब्बतें #स्टार प्लस के इस धारावाहिक में रमन भल्ला एक ऐसा ही गुस्से वाला चिड़चिड़ा किरदार है। इसी तरह लाइफ ओके में हाल ही में शुरू हुआ है धारावाहिक #अजीब दास्तां है ये , इसमें भी विक्रम आहूजा का किरदार तो रमन भल्ला से भी कुछ कदम आगे है जो बच्चों से भी लड़ लेता है। ये दोनों ही धारावाहिक बाला जी टेलीफिल्म्स के हैं।
तीसरा धारावाहिक है #ज़ी टी वी का #डोली अरमानों की , इसका किरदार सम्राट रूद्र सिंह राठौर के बारें में तो कुछ भी अच्छा कहने लायक नही है उसका काम है घर के हर सदस्य को हर समय ज़लील करना। अपमानित करना, अपने रूपये पर घमण्ड करना।
क्यों लगभग एक से ही किरदार दिखाये जा रहे हैं सभी धारावाहिकों में ? इन चिड़चिड़े किरदारों को देख कर कई बार तो अच्छा ख़ासा इन्सान भी चिड़चिड़ा हो जाये।
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