Friday, January 31, 2020

कहानी - हिन्दी फिल्म -- जवानी जानेमन

कहानी - हिन्दी फिल्म -- जवानी जानेमन 
रिलीज़ -- ३१ जनवरी 
बैनर --  पूजा एंटरटेनमेन्ट, ब्लैक नाइट फिल्म्स , नॉर्दन लाइट फिल्म्स 
निर्माता -- जैकी भगनानी , दीपशिखा देशमुख, सैफ अली खान , जय शेवा
क्रमानी  
निर्देशक -- नितिन कक्कड़ 
लेखक - हुसैन दलाल , अब्बास दलाल 
कलाकार -- सैफ अली खान , तब्बू ,आलिया  फर्नीचरवाला 
संगीत -- गौरव -- रोशिन , तनिष्क बागची , प्रेम हरदीप 
बैक ग्रॉउंड स्कोर -- केतन सोढा 
गीत -- प्रीत हरपाल , मुमजी स्ट्रेंजर ,शब्बीर अहमद , देवशी खंडूरी और शैली 
आवाज़ --  जैजी बी ,ज्योतिका टंगरी ,अमित मिश्रा , यासर देसाई ,हर्षदीप कौर , अखिल सचदेवा ,मुमजी स्ट्रेंजर


इस फिल्म में दो लोकप्रिय गीतों  "दिल लुट्या " और "ओले ओले " को रिक्रियेट गया है। "ओले ओले" गीत तो सैफ अली खान की फिल्म "ये दिल्लगी " का है।  यह गीत उस समय भी दर्शकों में बहुत लोकप्रिय हुआ था। निर्देशक नितिन कक्कड़ ने टी वी पर श्श्श फिर कोई है , जौहर , वारिस , त्रिकोणी , जादूगर आदि अनेकों धारावाहिकों को बनाया है और बड़े परदे पर २०१२ में फिल्मिस्तान २०१८  में मित्रों २०१९ में नोटबुक आदि फिल्मों का निर्देशन किया है। पिछले दिनों आयी फिल्म  "ताना जी " में सैफ अली के अभिनय ने दर्शकों ने काफी सराहा है । लेकिन इससे पहले आयी फिल्मों को कुछ ख़ास सफलता हासिल नहीं हुई । परन्तु  नेटफिलिक्स पर  प्रसारित शो "सेक्रेड गेम्स " को दर्शकों ने  बहुत पसंद किया है  ।अभिनेत्री तब्बू ने अनेकों फिल्मों में सशक्त भूमिकायें अभिनीत की हैं. तब्बू की  विजयपथ, प्रेम , माचिस,विरासत,काला पानी , हू तू तू ,अस्तित्व , हम साथ-  साथ हैं ,चाँदनी बार, मक़बूल, द नेमसेक,चीनी कम, हैदर,जय हो,दृश्यम ,गोलमाल अगेन, अंधाधुन , दे दे प्यार दे  आदि अनेकों फ़िल्में आयी हैं। इस फिल्म से ही अभिनेत्री पूजा बेदी की बेटी आलिया भी फिल्मों में प्रवेश कर रही हैं। 


इस हास्य फिल्म की कहानी घूमती है अमर खन्ना ( सैफ अली खान ) के चारों ओर। ४० वर्षीय अमर खन्ना एक प्ले बॉय है उसे  बस पार्टी करना , लड़कियाँ घुमाना , उनके साथ फ़्लर्ट करना ही पसंद है। अमर को परिवार की जिम्मेदारी लेना बिलकुल भी पसंद नहीं।  उसकी जिंदगी पूरी तरह मस्ती से भरी हुई है।  ऐसे में एक दिन उसकी जिंदगी में एक २१ साल की लड़की आलिया ( आलिया फर्नीचरवाला ) का प्रवेश होता है  और वो अमर से कहती है कि अमर 
उसका पापा है , यह सुनकर तो अमर को शॉक लग जाता है। आलिया अपनी माँ जया बक्शी ( तब्बू ) को भी अमर से मिलवाती है जबकि जया को खुद यह नहीं मालूम की अमर ही आलिया का पिता है। 

क्या होता है ऐसे में ? क्या अमर , जया और आलिया एक परिवार बन पाते हैं ? क्या सच में अमर आलिया का पिता है ?

यही फिल्म में दिखाया गया है। 

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