रिलीज़ -- ९ फरवरी
बैनर -- कोलम्बिया पिक्चर्स, करियर्ज एंटरटेनमेंट, होप प्रोडक्शंस , मिसेज़ फनीबोन्स मूवीज
निर्माता -- टिंवकल खन्ना, एस पी इ फिल्म्स इंडिया, करियर्ज एंटरटेनमेंट, केप ऑफ़ गुड फिल्म्स और होप प्रोडक्शंस
लेखक और निर्देशक --- आर बाल्की
अरुणाचलम मुरुगनांथम और फुल्लू की सच्ची कहानी पर आधारित।
सूत्रधार --- अमिताभ बच्चन
संगीत --- अमित त्रिवेदी
गीतकार -- कौसर मुनीर
गायक और गायिका --- अरिजीत सिंह, मिका सिंह, अमित त्रिवेदी, मोहित चौहान ,यष्टिया शर्मा , जोनिता गाँधी , रानी कौर , यशिका सिक्का।
कलाकार --- अक्षय कुमार , सोनम , राधिका आप्टे
टिंवकल खन्ना की किताब "द लेजेंड ऑफ लक्ष्मी प्रसाद" २०१६ में प्रकाशित हुई थी इस किताब की चार कहानियों में से एक कहानी " द सेनेटरी मैन ऑफ़ सैक्रेड लैंड " जो कि तमिलनाडु के एक सामाजिक कार्यकर्ता अरुणाचलम मुरुगनांथम के जीवन से प्रेरित है। इसी सामाजिक कार्यकर्ता अरुणाचलम मुरुगनांथम के जीवन और उनकी उपलब्धियों पर आधारित है फिल्म "पैड मैन "। मिसेज़ फनीबोन्स मूवीज के नाम से टिवंकल खन्ना ने अपनी प्रोडक्शन कंपनी बनायी है। फिल्म "पैड मैन " उनकी प्रोडक्शन कंपनी की पहली ही फिल्म है। इस फिल्म के निर्देशक है आर बाल्की जिन्होंने चीनी कम , पा , शमिताभ और की एंड का जैसी फ़िल्में बनायीं हैं। अक्षय के साथ आर बाल्की की पहली ही फिल्म है "पैड मैन "।
एक्शन अभिनेता के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले पदम् श्री अवार्ड से सम्मानित अक्षय कुमार को फिल्म रुस्तम के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है. अभी अक्षय उस मुकाम पर पँहुच चुके हैं जहाँ वो सिर्फ फिल्मों में एक मकसद से काम करते हैं। वो ऐसी फ़िल्में कर रहे हैं जिनमें मनोरंजन तो हो साथ में समाज में एक अच्छा सन्देश भी जाये। ऐसी ही सन्देश वाली उनकी पिछली फिल्म थी "टॉयलेट - एक प्रेम कथा " और पैड मैन " भी कुछ इसी तरह की फिल्म है।
थियेटर में अभिनय कर चुकी अभिनेत्री राधिका आप्टे ने अपना फ़िल्मी सफर यूँ तो २००५ में फिल्म "वाह लाइफ हो तो ऐसी " से शुरू किया था लेकिन उनकी पहचान बनी "माँझी - द माउंटेन मैन " से। हिंदी, मराठी , तमिल, तेलुगु और बंगाली फिल्मों में राधिका ने काम किया है। राधिका की मुख्य फ़िल्में हैं अंतहीन , वेटिंग रूम ,शोर - इन द सिटी, रक्त चरित्र ,लय भारी , फोबिया और कबाली आदि.
फिल्म "नीरजा" के बाद सोनम की कोई फिल्म आ रही है तो वो है "पैड मैन ". फिल्म " नीरजा" के लिए सोनम ने बहुत सारी तारीफें और पुरस्कार हासिल किये। नीरजा के बाद सोनम उम्दा अभिनेत्रियों की श्रेणी शामिल हो गयी हैं।
फिल्म की कहानी है लक्ष्मी ( अक्षय कुमार ) की जो कि पेशे से वेल्डर है। वेल्डिंग करने वाला लक्ष्मी एक छोटे से गाँव में रहता है उनकी नयी - नयी शादी हुई है। उसके जीवन की अविश्वसनीय यात्रा तब शुरू होती है। जब उसको यह पता चलता है की उसकी पत्नी गायत्री ( राधिका आप्टे ) माहवारी के दौरान पुराने और गंदे कपड़ो का इस्तेमाल करती है। क्योंकि वह ब्रांडेड सैनिटरी पैड को महँगा होने के कारण खरीद नहीं सकती। उसी समय लक्ष्मी एक सस्ता सैनिटरी पैड बनाने का फैसला करता है। वह इसके लिए कई तरह के प्रयोग करता है। उसके ऊपर सैनिटरी पैड बनाने का धुन सवार रहता है। कई प्रयासों के बाद भी जब उसे सफलता नहीं मिलती है तो उसकी पत्नी नाराज होकर उसके प्रयोगों का हिस्सा बनने से इनकार करती है।
अपनी पत्नी के लिए चिंता और पैड बनाने के लिए लक्ष्मी का दृढ़ संकल्प उसे कई विकट परिस्थितियों में ले जाता है। लेकिन लक्ष्मी हार नहीं मानता है। उसकी सोच और उसकी कड़ी मेहनत आखिर रंग लाती है। वह पैड बनाने वाली मशीन बना लेता है जिससे वह 100% भारत में निर्मित किफायती दाम का सैनिटरी पैड बना सकता है और इसके बाद शुरू होती है महिलाओं के सशक्तीकरण, मासिक धर्म की स्वच्छता को लेकर मुहीम। देखते - देखते देश ही नहीं बल्कि विदेशो में भी उसके प्रयास और सोच की लोग सराहना करने लगते हैं।
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