इन दिनों फ़िल्मी दुनियाँ पर हिमाचल प्रदेश से आयी हुई लड़कियाँ छायी हुई है जिनमें से एक हैं कंगना रानौत और अब दूसरी हैं यामी गौतम , जो कि उनके ही पद चिन्हों पर चल रही हैं. हर दूसरे निर्देशक की पसंद यामी ने छोटे परदे से बड़े परदे पर कदम रखा सन २०१२ में फिल्म "विकी डोनर " से। इस फिल्म ने शानदार सफलता हासिल की। इसके बाद २०१४ में प्रभुदेवा निर्देशित फिल्म "एक्शन जैक्सन " में यामी ने अजय देवगन के साथ काम किया लेकिन फिल्म बुरी तरह असफल हो गयी। फिर आयी वरुण धवन के साथ २०१५ में "बदलापुर " . यामी की इस फिल्म को दर्शकों ने ख़ासा पसंद किया २०१६ में आयी "सनम रे " फिल्म तो कुछ ख़ास नहीं चली लेकिन उनके साथ एक कंट्रोवर्सी जुड़ गयी कि वो यह कि उनकी वजह से ही पुलकित सम्राट की शादी टूटी है । फिर आयी फिल्म "क़ाबिल" अभिनेता ह्रितिक रोशन के साथ आयी इस फिल्म ने यामी को वाकई में क़ाबिल बना दिया। इसी साल यानि २०१७ में उनकी एक दूसरी बड़ी फिल्म आ रही है सरकार - ३। राम गोपल वर्मा और बिग बी के साथ वाली यह फिल्म उनको किस मुक़ाम पर ले जायेगी यह तो आने वाला वक्त बतायेगा।पेश हैं उनसे हुई मुलाक़ात के कुछ मुख्य अंश --
सीधी सादी नायिका का किरदार अभिनीत करने वाली यामी कैसे ग्रे किरदार निभाने लगी ?
मुझे भी शुरू में कुछ ऐसा ही लगा था जब मुझे यह भूमिका ऑफर हुई थी कि मैं कैसे ग्रे भूमिका अभिनीत करूँगी लेकिन जब बिना मेकअप के मैंने अपनी कुछ फोटो देखी तब मुझे लगा कि हाँ मैं भी ऐसी भूमिका कर सकती हूँ।
"बदलापुर" में वरुण ने , "एक्शन जैक्सन " में अजय देवगन ने और "क़ाबिल" में ह्रितिक ने आपकी हत्या का बदला लिया था जबकि सरकार - ३ में आप हत्या का बदला ले रही हैं ?
हाँ इस फिल्म में मैंने पिता की हत्या का बदला लेती हूँ क्योंकि मुझे लगता है कि सुभाष नगारे ने मेरे पिता को मरवाया है।
अमिताभ बच्चन से जब आप मिली तो कैसा रहा ?
जब मुझे उनसे मिलना था उससे पहले मैंने बहुत सारी बातें मन में सोच रखी थी कि मैं यह कहूँगी वो कहूँगी लेकिन जब उनसे मिली तो कुछ भी नहीं बोल सकी बस मैंने उनसे पूछा आप चाय पीयेगें। बाद में पता चला कि अमित जी चाय नहीं पीते।
"क़ाबिल" फिल्म देखने के बाद क्या आपको नहीं लगता कि आपने कुछ गलत फ़िल्में भी साईन की थी ?
मैं उन्हें गलत फ़िल्में नहीं कहूँगी क्योंकि उस वक्त में जो भी काम मुझे ऑफर हुआ मैंने अपनी सोच समझ से उसे किया।
आपने राम गोपाल वर्मा के साथ काम किया है आपको उनकी कौन सी फ़िल्में पसंद हैं ?
मुझे "रंगीला" बहुत पसंद है बहुत प्यारी सी प्रेम कहानी है उसमें। हॉरर फिल्मों में रात और भूत अच्छी लगती हैं।
आपने कन्नड़ , तमिल, तेलुगु, मलयालम, पंजाबी आदि फ़िल्में भी की हैं क्या अभी भी प्रादेशिक फ़िल्में भी कर रही हैं ?
नहीं अभी मैं सिर्फ हिंदी फिल्मों पर ही ध्यान देना चाहती हूँ.
आप हिमाचल से हैं आपको देख कर वहाँ की बहुत सारी लड़कियाँ भी फिल्मों में कॅरियर बनाने के बारें में सोचती होंगी। कुछ कहना चाहेंगी उनसे ?
यही कि आपको यह पता होना चाहिए कि आप क्यों आ रहे हैं इस क्षेत्र में। बहुत मेहनत है, संघर्ष है लेकिन सबसे पहले खुद पर विश्वास करना सीखो। कन्फ्यूज़ मत हो। जैसे मैं पहले आई एस बनना चाहती थी इसलिए लॉ भी पढ़ रही थी लेकिन जब मैंने अभिनय को कॅरियर बनाने का सोचा कुछ दूसरा नहीं सोचा। बहुत सारे टेस्ट भी हैं , बहुत बार आपको लगेगा कि सब ठीक नहीं हो रहा है लेकिन टूटने की जरूरत नहीं है। जो भी होगा अच्छा ही होगा।
क्या कभी आपके साथ ऐसा हुआ ?
हाँ हुआ है जब मैं टी वी से फिल्मों की ओर रुख कर रही थी एक बड़े ब्रांड के लिये शूट कर रही थी हम ६ लड़कियाँ चुनी गयी थी जब मेरा शूट का नंबर आया उन्होंने शूटिंग रोक दी बोले अब कल करेगें।लेकिन उन्होंने मेरी जगह दूसरी लड़की चुन ली यह कह कर कि आपका चेहरा कुछ ख़ास नहीं है। मैं बहुत दुखी हुई रोई लेकिन इसके बाद मुझे उससे भी बड़ा ब्रांड मिला। उस घटना के बाद जब भी कुछ ऐसा होता है मैं समझ जाती हूँ कुछ और अच्छा होने वाला है मेरे साथ। हाँ कुछ देर के लिए मैं दुखी जरूर हो जाती हूँ।
आजकल बॉयोपिक पर फ़िल्में बन रही हैं आप को कुछ ऑफर मिले तो किन हस्तियों के जीवन पर फ़िल्में करना चाहेंगी।
मैं इंदिरा गाँधी जी और मधुबाला जी के जीवन पर फ़िल्में करना चाहती हूँ।
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