Tuesday, August 30, 2016
डबल रोल में विजय पाटकर हिंदी फिल्म ये तो टू मच हो गया में
विजय पाटकर जिनका मराठी इंडस्ट्री में बहुत बड़ा नाम है वो अनवर खान की आने वाली हिंदी फिल्म ये तो टू मच हो गया में डबल रोल में दिखेंगे। फिल्म में विजय पाटकर के अलावा जिमी शेरगिल, अरबाज़ खान, पूजा चोपड़ा , ब्रूना अब्दुल्लाह , मुरली शर्मा और ज़रीना वहाब नज़र आएंगे। फिल्म के निर्माता हैं अली उनवाला और निर्देशक हैं अनवर खान। फिल्म का संगीत ज़ी म्यूजिक के पास है और इ ४ यू के अयूब खान इस फिल्म को रिलीज़ कर रहे हैं।
Monday, August 29, 2016
जिमी शेरगिल के पूजा चोपड़ा ये तो टू मच हो गया में
मिस इंडिया रह चुकी पूजा चोपड़ा जिन्हें हम कमांडो फिल्म में देख चुके हैं ,वो अब आने वाली हिंदी फिल्म ये तो टू मच हो गया में जिमी शेरगिल के साथ नज़र आएँगी। फिल्म के निर्माता हैं अली उनवाला और निर्देशक हैं अनवर खान। पूजा चोपड़ा ने बताया की कमांडो के बाद उनका एक्सीडेंट हो गया था जिसके कारण उन्हें ६ महीने तक बेड रेस्ट करना पड़ा और बाद में अच्छी स्क्रिप्ट का इंतज़ार करने लगी। जब ये कहानी सुनी तो मुझे लगा की ये मुझे करना चाहिए और मैंने फिल्म साईन करली। इस फिल्म में अरबाज़ खान ,ज़रीना वहाब , ब्रूना अब्दुल्लाह, मुरली शर्मा और विजय पाटकर भी हैं। फिल्म की ज़्यादा शूटिंग थाईलैंड में हुई है। इ ४ यू के अयूब खान इस फिल्म को दो सितम्बर को रिलीज़ कर रहे हैं। इस फिल्म का संगीत ज़ी म्यूजिक के पास है।
अक्षय कुमार , अरशद वारसी - दोनों ही अभिनेता एक दूसरे की फिल्मों के सीक्वेल में
कुछ दिनों पहले ही पता चला कि अक्षय कुमार अरशद वारसी की हिट फिल्म "जॉली एल एल बी " के सीक्वेल "जॉली एल एल बी - २ " में काम कर रहे हैं और अभी पिछले ही दिनों अनाउंस हुई फिल्म आँखे - २ में
अरशद वारसी अभिनय कर रहे हैं जबकि आँखे - २ सन २००२ में आयी हिट फिल्म "आँखे " का सीक्वेल है यानि पहले अक्षय ने अरशद की फिल्म में काम करना शुरू किया और उसका बदला भी जल्दी ही ले लिया अरशद ने अक्षय की फिल्म में काम कर करके।
यानि दोनों ही अभिनेता एक दूसरे की फिल्मों के सीक्वेल में काम कर रहे हैं अब देखते हैं ये सीक्वेल फिल्में सफल होती हैं या नहीं।
Sunday, August 28, 2016
मौली फाउंडेशन ने जन्माष्टमी के दिन ऑर्गन डोनेशन अवेयरनेस के लिए बाइक रैली का आयोजन चेम्बूर में किया
मनाली गवली- फाउंडर ,संजय डोल्से -चेयरमैन ,अनीज़ पठान -सेक्रेटरी जो मौली फाउंडेशन एन जी ओ चलते हैं ,इन्होंने जन्माष्टमी के ख़ास दिन ऑर्गन डोनेशन अवेयरनेस बाइक रैली का आयोजन किया। इस रैली में १५० से ज़्यादा बाइकर्स ने आगे आकर हिस्सा लिया। बाइक रैली चेम्बूर से शुरू होकर माटुंगा तक चली। विधायक तुकाराम काठे ने इस रैली को झंडा दिखाकर शुरू कराया। मीडिया और लोगों को बताया की मारने के बाद यदि हम अपने शरीर के ऑर्गन्स दान करें तो किसी बीमार की ज़िन्दगी बच सकती है।
Saturday, August 27, 2016
परम गिल की हिंदी फिल्म वारियर सावित्री 2 सितम्बर को अमेरिका ,यूनाइटेड किंगडम और ऑस्ट्रेलिया में रिलीज़
परम गिल की हिंदी फिल्म वारियर सावित्री परेशानियों में चल रही है। पहले कई राज्यों में फिल्म बैन हो गयी फिर धमकी के डर से मल्टीप्लेक्स ने शो नहीं दिया फिर भी फिल्म अच्छी चल रही है। इस फिल्म को अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम और ऑस्ट्रेलिया में दो सितम्बर को रिलीज़ किया जायेगा। फिल्म को वहां बिना गीतों के रिलीज़ किया जायेगा। परम गिल ने बताया की ये पहली हिंदी फिल्म होगी जिसे विदेश में बड़े पैमाने पे रिलीज़ किया जायेगा।
बच्चन संग फिल्म पिंक के लिए:10 आदमी, 19 नेशनल अवार्ड्स
सुजीत सरकार ने फिल्म पिंक के लिए जो 'ब्रिगेड ' खड़ी की है,उसमे दस लोगों को फिल्मों का राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है और अवार्ड्स की संख्या 19 है।
दरअसल फिल्मकार सुजीत सरकार ने अपनी फिल्म पिंक के लिए जो 'ब्रिगेड ' खड़ी की है, उसमे दस लोगों को फिल्मों का राष्ट्रीयपुरस्कार मिल चुका है। वैसे इस फ़ौज के पास विजेता तो दस हैं लेकिन अवार्ड्स की संख्या 19 है। सबसे ज्यादा चार नेशनल अवार्ड्सअमिताभ बच्चन के पास हैं जो उन्हें 'अग्निपथ' , ' ब्लैक' , 'पा' और 'पीकू' के लिए मिले हैं। फिल्म पिंक के निर्माता सुजीत सरकार औररॉनी लाहिरी को विक्की डोनर के लिए नेशनल अवार्ड मिला है जबकि पिंक के निर्देशक अनिरुद्ध रॉय चौधरी भी दो अवार्ड कमा चुकें हैं।
यही नहीं पिंक के संगीतकार शांतनु मोइत्रा और सिनेमेटोग्राफर अविक मुखोपाध्याय की झोली में तीन तीन राष्ट्रीय पुरस्कार हैं जबकिसाउंड डिजाइनर बिश्वदीप चैटर्जी , साउंड मिक्सर निहार रंजन सामल , साउंड डिजाइनर दीपांकर जोजो चाकी के पास दो-दो और री-रिकॉर्डिंग मिक्सर सिनॉय जोसफ के पास एक राष्ट्रीय पुरस्कार है।
अगले महीने की 16 तारीख को रिलीज हो रही पिंक की इस ऐतिहासक टीम के बारे में सुजीत सरकार का कहना है "पिंक को धन्यवाद।फिल्म के कारण ही इतने सारे लोग आजीवन दोस्त बन गए हैं।"
Friday, August 26, 2016
जीत ज्ञान की दूसरी किताब "द थ्री वाइज मंकीज़" का कवर ट्विटर पर रिलीज़ किया फरहा खान और साजिद खान ने
फरहा खान और साजिद खान ने लेखक जीत ज्ञान की दूसरी फनी बुक "द थ्री वाइज मंकीज़" का कवर ट्विटर पर रिलीज़ किया इस उपन्यास का विमोचन सितम्बर के दूसरे हफ़्ते में होगा। इससे पहले लेखक की एक किताब "द थ्री यु टर्न्स ऑफ माई लाइफ"काफी चर्चित रही है। फराह खान ने ट्विटर पे लेखक जीत ज्ञान को अपनी क़िताब पूरी करने के लिए ढेर सारी बधाई दी।यह है फरह खान का ट्विटर लिंक।
Farah Khan (@TheFarahKhan) tweeted
Congrats to @authorjeetgian 4the completion of your book The Three Wise Monkeys. https://t.co/l7VgcFQE lP. cant waithttps://t.co/nRSrb469tZ
डायरेक्टर साजिद खान ने ट्विटर पे लिखा कि बुक का कवर बहुत इंटरेस्टिंग है। साजिद का ट्विटर लिंक यह है।
Sajid Khan (@SimplySajidK) tweeted
And a very interesting cover too https://t.co/IAxdDOwMTg
किताब के बारे में
अमर अकबर और अन्थोनी की तिकड़ी को अपने दुविधा वाले कैरिअर और अनिश्चितकालीन संघर्ष के बारे में बिलकुल अंदाज़ा नहीं है.और ऐसा इसलिए है कि वे लोग एक ऐसी बीमारी के साथ जन्मे हैं जिनमे इंसान मैचुयर नहीं हो पाता वे लोग शारीरिक तौर पर तो बढ़ जाते हैं मगर मानसिक रूप से बच्चे ही रहते हैं। वे इतने साधारण और सरल हैं कि उनकी गर्ल्डफ्रेंड्स मेघना,फरह और सारह के साथ साथ कोई भी उन्हें धोखा दे सकता है. और जैसा कि सभी बेवकूफों की किस्मत में लिखा होता है वे लोग कंपनियों के करोड़ो रूपए की ब्लैक मनी के राज़ को छुपाने के मामले में एक बड़ी मुसीबत में फँस जाते हैं।
"बुरा मत देखो,बुरा मत सुनो,बुरा मत बोलो"की फिलॉसफी को न मानने की उनकी गलती क्या उनके कैरिअर पर भारी पड़ेगी और उन्हें जेल भेजवायेगी ?या फिर किस्मत की देवी उनपर मेहरबान होगी और हमेशा के लिए उनकी ज़िन्दगी बदल देगी?
लेखक के बारे में
जीत ज्ञान एक चार्टर्ड एकाउंटेंट हैं और दुबई में बेस्ड कंसल्टिंग ग्रुप जेसीए के फाउंडिंग पार्टनर हैं। फ़िलहाल वह दुबई में अपने परिवार के साथ रहते हैं। जीत के बारे में और जानने के लिए उनकी वेबसाइट विजिट करें www. jeetgian.com या उन्हें इस ईमेल आईडी पर लिखे info@jeetgian.com.
भारत में सात अक्टूबर को रिलीज होगी ‘क्वीन ऑफ काटवे’
फिल्मकार मीरा नायर की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सराही गई फिल्म ‘क्वीन ऑफ काटवे’ भारत के सिनेमाघरों में सात अक्टूबर को रिलीज होगी। डिज्नी की इस फिल्म का प्रीमियर सितंबर में टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल मेंकिया जाएगा।
सच्ची घटनाओं पर आधारित है 'क्वीन ऑफ काटवे'
'क्वीन ऑफ काटवे' युगांडा के ग्रामीण इलाके की एक साधारण लड़की की प्रेरित करने वाली सच्ची घटनाओं परआधारित है. पहली बार शतरंज के खेल से परिचय होने पर उसकी दुनिया बदल जाती है.
फिल्म अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषाओं में रिलीज होगी
अपने परिवार और समुदाय के सहयोग से उसके अंदर अंतरराष्ट्रीय शतरंज चैंपियन बनने के अपने सपने को पूराकरने का आत्मविश्वास पैदा होता है. फिल्म अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषाओं में रिलीज होगी. फिल्म में डेविडओयेलोवो और मैडिना नालवांगा भी नजर आएंगे.
हॉलीवुड डायरेक्टर परम गिल धमकियों को नज़रअंदाज़ करते हुए अपनी फिल्म "वारियर सावित्री" रिलीज़ करेंगें
इंडियन अमेरिकन डायरेक्टर परम गिल की नई फिल्म "वारियर सावित्री" भारत और अमेरिका में 25 अगस्त को रिलीज होने वाली थी लेकिन अब इसमें हिन्दू देवी को 21 वीं सदी की मॉडर्न औरत दिखाने के कारण इसकी रिलीज़ पर काले बादल मंडराने लगे है.पर इन बातों को नज़रअंदाज़ करते हुए फिल्म रिलीज़ होगी।
परम गिल ने सावित्री को २१ वी सदी की एक मजबूत और एम्पावर्ड महिला के रूप में चित्रित किया है। युट्युब पर जो फिल्म का ट्रेलर मौजूद है उसमे सावित्री को अपने दुश्मनो का मुकाबला करने के लिए मार्शल आर्ट्स करते हुए दिखाया गया है.फिल्म में निहारिका रायज़ादा ने सावित्री का रोल प्ले किया है निहारिका को फिल्म में इंटिमेट सीन करते भी दिखाया गया है। उसे फिल्म में सेक्सी कपडे जैसे छोटे शॉर्ट्स और स्टाइलाइज़्ड टॉप्स में दिखाया गया है।
फिल्म लासवेगास में सेट है जिसमे ओमपुरी,लूसी पिंडर ,रजत बरमेचा और गुलशन ग्रोवर हैं। आईएएनएस को दिए गए एक इंटरव्यू में गिल ने बताया कि २०१२ में दिल्ली में हुए निर्भया गैंग रेप से वह प्रेरित हुए जिसमे निर्भया की मौत हो गई थी। उन्होंने आगे कहा कि मैंने सोचा कि आजके हालात में औरतों को अपनी हिफाज़त के लिए मार्शल आर्ट सीखने और खुद को मज़बूत बनाने की ज़रूरत है।
लूसी पिंडर का ब्यान
मैं लॉस एंजेल्स से मुम्बई आने के लिए एयरपोर्ट पर तैयार थी तभी मेरे पास निर्माता का फोन आया और उन्होंने मुझे फिल्म से सम्बन्धित विवाद के बारे में बताया और सेक्युरिटी के कारणों से मुझे मुम्बई न आने का मशविरा दिया। मैं समझती हूँ कि इंडिया एक बेहद इन्टॉलेरेंट देश बन गया है। मैं बड़ी निराश महसूस कर रही हूँ कि मैं अपनी पहली फिल्म को प्रोमोट करने के लिए इंडिया नहीं आ सकती। "
डायरेक्टर परम गिल का ब्यान
मैंने अपनी पूरी ज़िन्दगी हॉलीवुड में काम किया लेकिन मेरा जन्म इंडिया में हुआ है इसलिए यह देश मेरी धड़कनो में है। मैं अपनी पहली बॉलीवुड फिल्म "वारियर सावित्री"को प्रोमोट करने के लिए भारत आने को लेकर बहुत उत्साहित था लेकिन निर्माताओं ने मुझे यहाँ आने से रोका। फिल्म को बैन करने के लिए पूरे देश में विरोध किए गए और मेरे पुतले जलाये गए। मैं विरोधियों और प्रोटेस्ट करने वालों से अनुरोध करता हूँ कि वे सब मुम्बई में फिल्म की एक स्पेशल स्क्रीनिंग देखें। मुझे विश्वास है कि वह फिल्म में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं पाएंगे बल्कि वे सब इंस्पायर्ड महसूस करेंगे।
जिमी शेरगिल, पूजा चोपड़ा, ब्रूना अब्दुल्लाह ,अली उनवाला अयूब खान अपनी फिल्म ये तो टू मच गया को प्रमोट करने गये ९२. ७ बिग एफ एम
निर्माता अली उनवाला ने अपनी फिल्म ये तो टू मच गया को प्रमोट करने के लिए अपने फिल्म के कलाकार जिमी शेरगिल ,पूजा चोपड़ा ,ब्रूना अब्दुल्लाह और फिल्म के वितरक अयूब खान को ९२. ७ बिग एफ एम में आमंत्रित किया। फिल्म के निर्देशक हैं अनवर खान और फिल्म २ सितम्बर को रिलीज़ होगी। सभी कलाकारों ने फिल्म के संगीत और अपने किरदार के बारे में आर जे से बात की।
Wednesday, August 24, 2016
फिल्म "मजाज़"
नाज़िया और मजाज़ दोनों के परिवार बचपन में लखनऊ में एक दूसरे के पड़ोस में रहते हैं। मजाज़ की दोस्ती नाज़िया से हो जातीहै लेकिन किन्ही कारणों से नाज़िया का परिवार लखनऊ से बाहर चला जाता है। ऐसे ही समय गुज़रता जाता है, मजाज़ आगरा केकालेज में अपनी पढ़ाई कर रहे हैं वहीं नाज़िया अलीगढ़ में पढ़ाई कर रही है। अलीगढ़ छात्रावास की लड़कियों का एक ग्रुप ताज महलजाता है वहीं नाज़िया की मुलाक़ात मजाज़ से होती है लेकिन बचपन के दोस्त एक दूसरे को पहचान नहीं पाते। कुछ दिनों के बाद एकअखबार में कविता के साथ जब मजाज़ की तस्वीर छपती है जिसे देखकर नाज़िया समझ जाती है यह तो मजाज़ है जिससे उसकी मुलाक़ात ताज महल में हुई थी।
आगरा में अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद मजाज़ का अलीगढ़ के उसी कालेज में दाखिला होता है जिसमें नाज़िया पढ़ती है। दोनों कीमुलाक़ात परवान चढ़ती है और बचपन की मुहब्बत शादी तक बढ़ती है दोनों के घरवाले भी इस रिश्ते के लिए तैयार है । बस नाज़ियाके पिता की एक शर्त होती है शादी की और वो यह कि मजाज़ की जब अच्छी नौकरी लग जायेगी तभी दोनों की शादी होगी। मजाज़की ऑल इंडिया रेडियो दिल्ली में एक पत्रिका के संपादक के रूप में नौकरी लग जाती है। लेकिन मजाज़ के कुछ अलग रवैये की वजह सेजल्दी ही उसकी नौकरी छूट जाती है और बस फिर क्या होता है नाज़िया का निकाह उसके पिता किसी अमीर लड़के से कर देते हैं।
क्या होता है नाज़िया के निकाह के बाद ? क्या फिर कभी नाज़िया और मजाज़ मिल पाते हैं ? या मुहब्बत ऐसे ही दम तोड़ देती है यादोनों प्रेमी मिल जाते हैं ?
ड्रीम मर्चेंट फिल्म्स के बैनर में बनी इस फिल्म के लेखक और निर्माता हैं शक़ील अख्तर निर्देशक हैं रविन्दर सिंह , कलाकार हैं प्रियांशुचटर्जी , रश्मि शर्मा , नीलिमा अज़ीम, शाहाब खान और अनस खान आदि। इस फिल्म में कुल १२ गीत, ग़ज़ल और नज़्म हैं जिन्हें सोनूनिगम, अल्का याज्ञनिक और खुद तलत अज़ीज़ ने गाया है संगीत भी तलत अज़ीज़ ने ही दिया है
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