टी वी और फिल्मों के सारे दर्शक वैसे तो अपूर्व अग्निहोत्री को पहचानते ही होंगे। १९९७ में आयी सुभाष घई की फिल्म "परदेस " से उन्होंने अपना फ़िल्मी सफर शुरू किया। यह फिल्म सफल हुई और दर्शकों ने उन्हें भी पसंद किया। इस फिल्म के बाद उन्होंने प्यार कोई खेल नही, क्रोध, हम हो गए आपके, कसूर , प्यार दीवाना होता है ,धुंध और लकीर जैसी कुछ फिल्मों में काम किया। उनकी इन फिल्मों को कुछ ख़ास सफलता नही मिली।
फिर २००३ में उन्होंने छोटे परदे की ओर अपना रुख किया धारावाहिक "जस्सी जैसी कोई नहीं " से. बस देखते - देखते अपूर्व अरमान सूरी के रूप में दर्शकों पर छा गये. इसी धारावाहिक के साथ - साथ उन्होंने अपनी पत्नी शिल्पा सकलानी के साथ "नच बलिये " किया। इसके अलावा कुछ अन्य धारावाहिकों में भी काम किया। जिनमें काजल, राधा की बेटियाँ कुछ कर दिखायेंगी, सपना बाबुल का बिदाई, एक हज़ारों में मेरी बहना है आदि।
बिग बॉस - ७ में भी वो अपनी पत्नी के साथ इस शो हिस्सा बने और अब अपूर्व चैनल "लाइफ ओ के" धारावाहिक "अजीब दास्ताँ है ये" में विक्रम आहूजा के किरदार में नज़र आ रहे हैं। हालांकि इस धारावाहिक में उनका किरदार विक्रम कुछ चिड़चिड़ा , अपने अतीत से दुखी, महिलाओं से दूर रहने वाला है लेकिन फिर भी वो सभी उम्र की महिलाओं में लोकप्रिय हो रहा है यानि यह कह सकते हैं कि अपूर्व की प्रशंसक हर उम्र की महिलायें हैं। जबकि जब यह धारावाहिक शुरु हुआ था तब ऐसा लग रहा था कि अभिनेत्री सोनाली बेंद्रे ही परदे पर छाई रहेगीं। क्योंकि वो मुख्य भूमिका में हैं उनका किरदार भी बेहद प्रभावशाली और सकारात्मक है जबकि अपूर्व का किरदार गुस्से से भरा हुआ और खुद से ही नाराज़ है. सोनाली इस धारावाहिक से छोटे परदे की सबसे मंहगी अभिनेत्री भी बन गयी हैं। लेकिन इस सबके बावजूद अपूर्व की लोकप्रियता बढ़ रही है।
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