हिंदी फिल्म --- ३ ए एम
रिलीज़ -- २६ सितम्बर
निर्माता -- हैंड प्रिंट पिक्चर्स एंड एस्सेल विज़न प्रोडक्शंस लि
लेखक और निर्देशक -- विशाल महदकर
कलाकार -- रणविजय सिंह , अनिंदिता नायर, सलिल आचार्य और केविन दवे
संगीत -- मन्नान, रैथ बैंड, ब्रूनो और प्रणय रिज्जा
आई टी बिजनिस से जुड़े विशाल की स्वतंत्र निर्देशक के रूप में यह दूसरी फिल्म है। इससे पहले उन्होंने मोहित सूरी की फिल्म "कलयुग " में एक सहायक के रूप में काम किया। निर्देशक कुणाल देशमुख से भी फिल्म निर्देशन की बारीकियां सीखी। फिल्म वो लम्हे, आवारापन, राज़ - २ में सहायक की तरह काम किया। इसके अलावा फिल्म "ब्लड मनी " की स्क्रिप्ट भी लिखी और उसे निर्देशित भी किया।
इस हॉरर फिल्म की कहानी भी विशाल ने ही लिखी है जैसा कि हमारे दर्शन, धर्म, पुराण में कहा गया है कि शरीर की मृत्यु के बाद पुनर्जन्म भी होता है और यह एक व्यक्ति की चेतना का एक अनिवार्य हिस्सा होता है और पुनर्जन्म के विभिन्न विचारों के अनुसार यह विचार हर व्यक्ति के अंदर एक छोटे से दायरे में रहता है. यह भी कहा जाता है कि जब किसी की मृत्यु क्रूरता, हिंसा और अनैतिकता के कारण होती है तो उसकी आत्मा इधर - उधर भटकती रहती है और ये ही आत्मायें अकसर दूसरे लोगों को दिखाई दे जाती हैं हमारे शास्त्रों में आम तौर पर आधी रात यानि ३ बजे का समय भूतों का माना जाता है। यही वो समय होता है जब ये आत्मायें सबसे ज्यादा सक्रिय होती हैं। ३ बजे का समय शैतानी ताकतों का होता है।
सनी (रणविजय सिंह ) अपने एक टी वी रियलिटी शो के १०० एपिसोड के पूरा होने की ख़ुशी में अपने दोस्त राज (केविन दवे ) , सायरस ( सलिल आचार्य ) और अपनी गर्ल फ्रेंड साराह ( अनिंदिता नायर ) के साथ पार्टी कर रहा है। इसी पार्टी में वो सारा को प्रपोज़ करता है। सारा सनी एक पत्रकार है. पार्टी की रात ही वो सनी को बताती है कि वो भूतों की कहानी के लिए जाने जाने वाली मुंबई की एक जीर्ण रुद्र मिल्स में जा रही है क्योंकि वो भूतों पर एक कहानी लिख रही है। भूतों पर अपने अविश्वास को ज़ाहिर करते हुए सनी सारा की खिल्ली उड़ाता है। लेकिन सारा उसकी कोई भी बात नही सुनती और अपना काम करने चली जाती है।
उसी रात जब सनी सो रहा होता है तो वह अचानक एक महिला के रोने से जाग जाता है। गहरी नींद में से वह जैसे तैसे जब जागता है तो वह देखता है कि दीवार घड़ी में ३ बजे हैं वह देखता है कि सारा उसके कमरे में एक अंधेरे कोने में बैठ कर रो रही है. वह उससे बात करने की कोशिश करता है लेकिन वह नहीं कर पाता .
सारा सनी से वह माफी मांगती है और उससे कहती है वो उससे बहुत प्यार करती है यह कह कर उसे किस करके चली जाती है। सनी की एक झटके के साथ आँख खुलती है क्योंकि उसका फोन बज रहा होता है। वो फोन उठाता है सारा के पापा का उसे पता बताते हैं कि ३ बजे के समय सारा रूद्र मिल में लटकी हुई मिली है। सनी अपने प्यार के यूं अचानक चले जाने से बिलकुल ही टूट जाता है। तभी उसके दिमाग में यह बात आती है कि मृत्यु के बाद भी जिंदगी होती है और वो सोचता है की सच में क्या भूत होते हैं ऐसा होता है तो वो फिर से अपने प्यार से मिल सकेगा।
सनी अपने कैमरे और अन्य उपकरणो के साथ एक नए शो पर काम करने के लिए अपने दोस्तों राज और साइरस के साथ रूद्र मिल्स में जाता है जहाँ सारा की मृत्यु हुई थी । शो के प्रारूप के अनुसार वो तीनों ३ बजे जैसे ही आत्मायें आयेगी वो उन्हें शूट करेगें। तीनो अपने कैमरे लगा कर इंतज़ार करते है भूतों के आने का।
सनी, राज और साइरस कोशिश करते हैं कि किसी भी तरह भूत अपने अस्तित्व के होने के संकेत दे। तभी वो महसूस करते हैं कि किसी छाया को उन्होंने देखा। एक के बाद कई घटनायें उस मिल में होने लगती है वो इन घटनाओं को अपने कैमरों में दर्ज़ करने लगते हैं। डरा हुआ राज़ उन्हें सलाह देता है कि अब चलना चाहिये लेकिन
सनी और साइरस अधिक सबूत पर इकठ्ठा करने के चक्कर में नही जाते तभी रात के ३ बज जाते हैं।
क्या होता सनी , राज़ औए साइरस के साथ जब रात के ३ बजते हैं ? यह जानने के लिए देखिये फिल्म "३ ए एम ".
फिल्म के गीत भी ठीक - ठाक हैं --- रेत की तरह, तेरी अदाओं में, मेहरबान
, सब भुलाके और तेरा शुक्रिया आदि.
, सब भुलाके और तेरा शुक्रिया आदि.
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