हीरो बनने के लिए कितने पापड़ बेलने पड़ते
हैं, ये खोटा सिक्का-जाट के ठाठ के हीरो अत्री कुमार उर्फ वीरू जाट चटखारे लेकर
बताते हैं। वो कहते हैं कि जब मोदी चाय की गरम प्याली बेचकर प्रधानमंत्री बन सकते
हैं, तो मैं ठंडाई बेचकर हीरो क्यों नहीं बन सकता। उन्होंने लोगों को चाय की
गरमाहट दी है, तो मैं कोका कोला की ठंडक दूंगा।
चले आए दिल्ली के एयरपोर्टपर। वहां खूब
कोल्ड ड्रिंक बेची। सितारों को विमान की सीढ़ियां चढ़ते-उतरते देखते रहे। किसी ने
सलाह दी कि सितारों को देखने की इतनी हसरत है, तो मुंबई के एयरपोर्ट पर कोका कोला बेचो। बस फिर क्या था। यहां भी शुरू कर
दिया कोका कोला कोल्ड ड्रिंक बेचने का धंधा और धीरे-धीरे कोका कोला ब्रांड से कॉन्ट्रेक्ट कर
एयरपोर्ट पर ठंडाई की धाक जमा दी। कलाकारों का कारवां देखते-देखते खुद भी कलाकार हो
गए और बन गए खोटा सिक्का-जाट के ठाठ के हीरो।
12 सितंबर को रिलीज़ होने वाली यह फिल्म
ब्राइट आउटडोर के योगेश लखानी द्वारा प्रस्तुत की जा रही है जिसके निर्माता हैं
मनोज भारद्वाज।
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