
मैं तेरा लवर मोबाइलर गीत में क्या खास है ?
ये आज की यूथ जेनरेशन का गीत है, जिन्हें मोबाइल पर दिन-रात चैट करने की आदत है। वे
मोबाइल पर ही रोमानी बातें करते हैं। ये मोबाइल आजकल प्रेमी जोड़ों के बीच किस तरह पुल का
कार्य कर रहा है, उसी को फोकस किया गया है। इस गीत को हमने डांस नंबर का रूप दिया है और
आज यही गीत मोबाइलर नाम से श्रोताओं के बीच है।
ये सिंगल किस तरह मिला ?
क्या रितु पाठक के साथ पहले भी किसी गीत में जुगलबंदी की है ?
रितु को मैं काफी पहले से जानता हूं। वो मेरी अच्छी दोस्त है लेकिन उसके साथ किसी फिल्म
में गीत नहीं गाया था। अब मोबाइलर में मौका मिला, तो हम एक साथ श्रोताओं के बीच आ गये।
आप आउटसाइडर है । यहां स्थापित होने मे कितनीें मुश्किलें पेश आयी ?
मैं मानता हूं कि यहाँ बाहरी व्यक्ति को संघर्ष करना पड़ता है लेकिन इरादे और मज़बूत हों,
तो कुदरत रास्ते क्लीयर करती चली जाती है। शुरू शुरू में मुझे भी काफी संघर्ष करना पड़ा। कई
संगीतकारों से मिला जिनमें शंकर अहसान लाॅय भी थे। उन्हें मेरी आवाज़ अच्छी लगी और
आशवासन दिया कि किसी फिल्म में मौका देंगे, पर वो दिन अभी तक नहीं आया।
फिल्मों में संगीत के सफर की शुरूआत कैसे हुई ?
चूंकि हिमेश जी से शुरू से ही जुड़ा था और उन्होंने ही मुझे आगे बढ़ाया। फिल्में दी, शोज़ में
मुझे अपने साथ ले जाते रहे और ये साथ आज भी चला आ रहा है।
इन दिनों शोज़ की क्या स्थिति है ?
नोटबंदी ने काफी असर डाला है। अब आयोजक शोज़ कराने से बचते हैं। सीज़न के हिसाब से
शोज़ होते हें। कभी महीने में करीब दस शोज़ हो जाते थे पर इन दिनों मुश्किल से तीन-चार मिल पा
रहे हैं।
अब तक का सबसे बड़ा क्रेडिट या काॅम्पिलमेंट ?
सलमान खान से मिली तारीफ । उननकी फिल्म प्रेम रतन धन पायो के लिये, मुझे दो गीत गाने को मिले। दरअसल सलमान को मेरी आवाज़ पसंद आयी थी, जो उन्हें सूट कर रही थी। मेरा गीत प्रेम लीला उन्हें काफी पसंद आया इसलिये उन्होंने उसी फिल्म का दूसरा गीत भी मुझे ही गाने को दिया।
आपके खुद के गाये लोकप्रिय गीत कौन से हैं ?
गो गो गोविंदा मेरे लिये सबसे यादगार गीत है, जो आज भी बजता है। इसी तरह प्रेमलीला
भी मेरी लाइफ का सबसे बड़ा गीत है। ढिशुम का ,एक गीत भी काफी हिट हुआ। पिछले दिनों
आयोजित फिल्मफेयर के इवेंट में शाहरूख ने अपनी परफाॅरमेंस मेरी आवाज़ में ही दी थी।
क्या किसी बात को लेकर अफसोस है ?
एक कलाकार को उस समय सबसे ज्यादा अफसोस होता है जब उसकी कोई चीज़ लोगों तक पहुंच नहीं पाती। मेरे कई गीत ऐसे हैं, जो लाॅन्च नहीं हो पाये। मेरी नज़र में वे अच्छे गीत थे जो
श्रोताओं तक नहीं पहुंच पाये। मेरे सैंकड़ों गीतों का अब तक कुछ अता-पता नहीं हैं।
सफलता को लेकर क्या कहेंगे ?
मैं तो यही कहूँगा कि सफलता आसानी से नहीं मिलती। और मिलती है तो उसे कायम
रखना भी जरूरी है। मुझे सफलता हासिल करने में काफी ममुश्किलें आयी और अब कायम रखने के
लिये संघर्ष कर रहा हूं।
सुना है आप स्वच्छता अभियान से भी जुड़े थे ?
सही कहा आपने ।दरअसल 2014 में पीयूष पांडे जी ने स्वच्छता अभियान से जुड़ा गीत तैयार किया था, जो मोदी जी के लिये, खासतौर पर तैयार किया गया था । अच्छे दिन आने वाले हैं, हम मोदी जी को लाने वाले हैं इस गीत को मैंने ही गाया था
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