रिलीज़ --- २९ अगस्त
बैनर -- यू टी वी मोशन पिक्चर्स
निर्माता -- सिद्धार्थ रॉय कपूर
निर्देशक -- कुणाल देशमुख
संवाद लेखक -- संजय मासूम
पटकथा और कहानी ---- परवेज़ शेख़
कलाकार --- इमरान हाशमी , हुमैमा मलिक , परेश रावल , के के मेनन और दीपक तिज़ोरी ।
संगीत --- युवान शंकर राजा।
पिछले साल दो फ़िल्में रिलीज़ हुई थी अभिनेता इमरान हाशमी की "एक थी डायन" और "घनचक्कर". इस वर्ष यानि २०१४ में रिलीज़ होने वाली उनकी यह फिल्म "राजा नटवर लाल" पहली फिल्म है। निर्देशक कुणाल देशमुख के साथ उनकी यह चौथी फिल्म है पहली थी जन्नत , तुम मिले , जन्नत -२ और अब "राजा नटवर लाल" . पहले इस फिल्म का नाम शातिर रखा गया था लेकिन बाद में १९७९ में आयी बिग बी की फिल्म "मिस्टर नटवरलाल " से प्रेरित होकर इस फिल्म का नाम "राजा नटवरलाल " रखा गया. पहले सुनने में आ रहा था कि इस फिल्म में इमरान हाशमी के अलावा अभिषेक बच्चन भी एक महत्वपूर्ण भूमिका अभिनीत करेंगे लेकिन बाद में यह भूमिका परेश रावल ने अभिनीत की। जैकलीन और प्रियंका चोपड़ा को नायिका के लिए चुना जा रहा था लेकिन उनकी तारीखें उपलब्ध नही हुई तो पाकिस्तान की मॉडल और अभिनेत्री हुमैमा की लिया गया फिल्म में. दीपक तिजोरी भी इस फिल्म में दिखाई देंगे। दीपक पहले भी हीरो के दोस्त की भूमिका में आते थे इतने साल भी दोस्त ही बने हैं उनकी इतनी ही तरक्की हुई अभी तक.
फिल्म का संगीत तैयार किया है लोकप्रिय संगीतकार इलैया राजा के बेटे युवान शंकर राजा ने. इस फिल्म के माध्यम से उन्होंने बॉलीवुड में अपनी शुरुआत की है. १६ साल की उम्र में वो फिल्मों में संगीत देने लगे थे।
यह कहानी है राजा नटवरलाल की है , जो की सबसे बड़ा चोर है। राजा यानि मिथिलेश कुमार (इमरान हाशमी ) हाथ की सफाई में एक्सप्रर्ट है जिसके पास सपनों के अलावा कुछ नही है. राघव (दीपक तिजोरी ) और राजा दोनों दोस्त और साथी हैं अपराध की दुनिया में। दोनों मिलकर कुछ बड़ा करना चाहते हैं। ऐसी ही एक चोरी के दौरान राघव की हत्या हो जाती है. अपने दोस्त की हत्या से बेहद दुखी राजा उसकी हत्या का बदला लेना चाहता है। ज़िया ( हुमैमा ) एक बार में डांसर है और वो राजा से प्यार करती है। राजा के जीवन में एक गंभीर मोड़ आता है और वो योगी ( परेश रावल ) जो की उससे भी बड़ा शातिर चोर है, से मिलता है और उसके साथ मिलकर काम करना चाहता है। बहुत मिन्नतों के बाद वो योगी को मना पाता है उसके साथ काम करने के लिए। राजा को पता है कि उसके दोस्त की हत्या के पीछे वर्धा यादव ( के के मेनन ) का हाथ है. वर्धा जिसके जीवन में क्रिकेट बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान रखता है, बहुत ही अमीर व्यक्ति है लेकिन योगी और राजा दोनों मिलकर दोनों वर्धा को उसकी सही जगह दिखाते हैं और राघव की हत्या का बदला भी लेते हैं
।
योगी को सही जगह दिखाने के लिए योगी और राजा को अनेक रास्तों से होकर गुज़ारना पड़ता है. उन्हें क्या - क्या करना पड़ता है यह जानने के लिये तो इंतज़ार करना होगा फिल्म के रिलीज़ का।
फिल्म के हीरो इमरान हाशमी हो और किसिंग सीन न हो ऐसा तो होना मुश्किल है। इसके अलावा हमेशा की तरह उनकी इस फिल्म के गीत भी काफी लोकप्रिय हो रहे हैं.
तेरे होकर रहेगें ( अरिजीत सिंह और श्वेता पंडित ) कभी रूहानी कभी रूमानी ( बेनी दयाल ) दोनों हो रोमांटिक गीत हैं। 'दुग्गी तिग्गी' मिका की आवाज़ का गीत है , 'नमक पारे' ममता शर्मा और अनुपम आमोद की आवाज़ का आयटम नंबर है।
पाकिस्तानी कलाकारों से बॉलीवुड को बेहद प्यार है अब देखते हैं पाकिस्तान की हुमैमा दर्शकों को कितना प्रभावित कर पाती हैं ?