Thursday, February 20, 2020

कहानी -- हिंदी फिल्म -- शुभ मंगल ज़्यादा सावधान

कहानी -- हिंदी फिल्म -- शुभ मंगल ज़्यादा सावधान 
रिलीज़ -- २१ फरवरी 
बैनर -- टी सीरीज़ , कलर येलो प्रोडक्शन्स 
निर्माता -- भूषण कुमार , कृष्ण कुमार ,आनंद एल राय , हिमांशु शर्मा 
लेखक और निर्देशक -- हितेश कैवल्य 
कलाकार -- आयुष्मान खुराना , जीतेन्द्र  कुमार , गजराज राव, नीना गुप्ता   
संगीत -- तनिष्क बागची , वायु 
बैक ग्रॉउंड संगीत -- करन कुलकर्णी 
गीत -- वायु 
आवाज़ --रोमी , आयुष्मान खुराना , बप्पी लाहिरी ,इक्का 

लेखक ,गीतकार और  निर्देशक हितेश कैवल्य की पहली ही निर्देशित फिल्म है "शुभ मंगल ज़्यादा सावधान " । इससे पहले हितेश आगे से राईट , सिद्धार्थ : द प्रिज़नर ,शुभ मंगल सावधान आदि फिल्मों से गीतकार और लेखक के रूप में जुड़े रहे हैं। गायक  और अभिनेता आयुष्मान खुराना ने २०१२ में फिल्म "विकी डोनर " से फिल्मों में अपनी शुरुआत की।  इसके बाद  नौटंकी साला , बेवकूफियाँ , हवाईज़ादा ,दम लगा के हईशा , मेरी प्यारी बिंदु ,बरेली की बर्फी , शुभ मंगल सावधान, बधाई हो , अंधाधुन,ड्रीम गर्ल,बाला  आदि फ़िल्में आयुष्मान की आयीं। हर फिल्म की तरह इस फिल्म में भी आयुष्मान ने एक गीत गाया है।  अभिनेता जीतेन्द्र कुमार अपने किरदारों जीतू भैया , मुन्ना जज्बाती , गिट्टू और अर्जुन केजरीवाल से दर्शकों के बीच ज्यादा लोकप्रिय हैं।  जीतेन्द्र ने फिल्मों और वेब सीरीज दोनों में अभिनय किया है।  उनकी कुछ फिल्में और शो इस प्रकार हैं --- शुरुआत का इंटरवेल , परमानेंट रूममेट्स , टी वी एफ पिचेर्स,  टी वी एफ बैचलर्स सीजन - २,गॉन केश , कोटा फैक्ट्री, चीज़केक आदि।  छोटे और बड़े परदे की सशक्त अभिनेत्री नीना गुप्ता ने  यूँ तो उन्होंने अनेकों फिल्मों में अभिनय किया है लेकिन पिछले दिनों आयी उनकी फ़िल्में कुछ इस प्रकार हैं --बधाई हो , लास्ट कलर और पंगा आदि। इस फिल्म में दो लोकप्रिय गीतों "गबरु " ( यो यो हनी सिंह -- इंटरनेशनल विलेजर ) "यार बिना चैन कहाँ रे अरे प्यार कर ले " ( साहेब -- १९८५ ) को रीक्रिएट किया गया है।  
  
 शुभ मंगल ज्यादा सावधान’ की कहानी एक समलैंगिक जोड़े के इर्द-गिर्द घूमती है।   कार्तिक सिंह (आयुष्मान खुराना) और अमन त्रिपाठी  (जीतेन्द्र कुमार)  दोनों को एक दूसरे से प्यार हो जाता है लेकिन उनके इस प्यार में दोनों के परिवार और समाज आड़े आता है। अमन के घरवाले अमन की शादी एक लड़की से तय कर देते हैं। 

क्या कार्तिक और अमन के प्यार को घर वाले समझ पाते हैं ? क्या दोनों का प्यार अंजाम तक पंहुच पाता है ? यही इस  फिल्म में दिखाया गया है।  

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