Friday, November 15, 2019

कहानी -- हिंदी फिल्म -- मरजावाँ

कहानी -- हिंदी फिल्म -- मरजावाँ 
रिलीज़  -- १५ नवम्बर 
बैनर --   टी सीरीज़ , एम्मे एंटरटेनमेंट 
निर्माता -- भूषण कुमार , कृष्ण कुमार , दिव्या खोसला कुमार, मोनिशा आडवाणी, मधु भोजवानी , निखिल आडवाणी 
लेखक और निर्देशक -- मिलाप ज़वेरी   
कलाकार -- रितेश देशमुख , सिद्धार्थ मल्होत्रा , तारा सुतारिया, राकुल प्रीत सिंह  
संगीत -- तनिष्क बागची , मीत ब्रदर्स , पायल देव 
बैक ग्रॉउंड संगीत -- संजॉय चौधरी 
गीत -- कुमार ,कुणाल वर्मा , तनिष्क बागची ,रश्मि विराग , एम तुराज़ 
आवाज़ -- जुबीन नौटियाल , नेहा कक्कड़ ,अरिजीत सिंह , तुलसी कुमार , यश नरवेकर ,ध्वनि भानुशाली 

लेखक -- निर्देशक मिलाप ज़वेरी ने यह मौहब्बत है , काँटे , मस्ती ,प्लान , झंकार बीट्स ,क्यों हो गया न ,मुसाफिर , लकी :नो टाइम फॉर लव,क्या कूल हैं हम , हॉउस फुल ,देसी बॉयज , दिल्ली सफ़ारी ,हे बेबी , एक विलेन जैसी अनेकों फिल्मों को लिखा है ।  मिलाप की पहली निर्देशित फिल्म थी जाने कहाँ से आयी है (२०१० ) . इसके बाद २०१६ में मस्तीजादे २०१८ में सत्यमेव जयते आदि फ़िल्में उनकी आयी।  सन २०१२  फिल्म "स्टूडेंट ऑफ़ द ईयर" से अपनी  शुरुआत करने वाले सिद्धार्थ मल्होत्रा  ने हंसी तो फँसी, एक विलेन, ब्रदर्स, कपूर एंड संस, बार -- बार देखो, ए जेंटलमैन, इत्तिफाक, अय्यारी, जबरिया जोड़ी आदि फिल्मों में काम किया है। तारा सुतारिया ‘बेस्ट ऑफ लक निकी’, ‘द सुईट लाइफ ऑफ करण ऐंड कबीर’ और ‘ओये  जस्सी’ जैसे पॉपुलर चाइल्ड टीवी शोज़ का हिस्सा रह चुकी हैं . तारा की पहली फिल्म थी "स्टूडेंट्स ऑफ़ द ईयर - २ " . २००३ में फिल्म "तुझे मेरी कसम " से फिल्मों में शुरुआत करने वाले रितेश देशमुख ने अनेकों फिल्मों में अभिनय किया है।  उनकी कुछ फ़िल्में इस प्रकार हैं -- मस्ती सीरीज़ की सभी फ़िल्में  , बरदाश्त , क्या कूल हैं हम ,ब्लफ मास्टर , मालामाल वीकली , हे बेबी , धमाल सीरीज़ की सभी फ़िल्में , हॉउसफुल सीरीज़ की सभी फ़िल्में , एक विलेन आदि। रितेश ने  "बालक पालक" मराठी फिल्म का निर्माण किया है जबकि मराठी फिल्म "लय भारी" में अभिनय भी किया है। फिल्म "एक विलेन " में भी सिद्धार्थ मल्होत्रा और रितेश देशमुख ने एक साथ काम किया था और इस फिल्म में भी दोनों एक दूसरे के विरोधी बने हैं। नोरा फ़तेही और नुशरत भरुचा भी आयटम नंबर में दिखाई देंगी। 

प्यार और बदले की कहानी है इस फिल्म "मरजावाँ" की।   हिन्दू धार्मिक दल का नेता है विष्णु ( रितेश देशमुख ) . विष्णु के ही साथ काम करता है रघु। रघु (  सिद्धार्थ मल्होत्रा ) एक हिन्दू लड़के को मुस्लिम लड़की ज़ोया (  तारा सुतारिया ) से प्यार हो जाता है।लेकिन विष्णु को यह प्रेम कहानी रास नहीं आती और वो ज़ोया को मार देता है। अपने प्यार ज़ोया के मरने पर रघु पागल हो जाता है और वो विष्णु से बदला लेने के लिए हर सम्भव कोशिश करता है। 

विष्णु ज़ोया को क्यों मारता है ? क्या रघु विष्णु से बदला ले पाता  है  ? यही इस फिल्म में दिखाया गया है। 

No comments:

Post a Comment

मैदान ने क्यों कोई झंडे नहीं गाड़े समझ नहीं आया जबकि यह बेहतरीन फिल्म है

  कल  मैने प्राइम विडियो पर प्रसारित निर्देशक अमित रविंद्रनाथ शर्मा और अभिनेता अजय देवगन की फिल्म "मैदान" देखी। अजय देवगन की यह फि...