Tuesday, October 30, 2018

दानिश अल्फाज़ - बॉलीवुड में और एक यूपी के टैलेन्ट की एंट्री


मेरठ, उत्तर प्रदेश की भूमि से हिंदी सिनेमा को अनगिनत सुपरस्टार और बहु प्रतिभाशाली व्यक्तित्व दिए हैं, दानिश  अल्फाज़ ने हिंदी फिल्म उद्योग को पूनम पांडे और शक्ति कपूर अभिनीत ‘द जर्नी ऑफ कर्मा’ के साथ एंट्री की है। इसने म्यूजिक मास्टरो गायक, संगीतकार और गीतकार के रूप में पदार्पण किया है।
गायक के रूप में शुरूआत करके, दानिश ने अपनी संगीत शैली को काफी तेजी से सम्मानित किया है और केवल एक गायक, गीतकार और संगीतकार के साथ आगे बढ़े है। अपने नाम पर 3 हिट एल्बम होने के बाद, डेनिश अपनी पहली बॉलीवुड प्रोजेक्ट से चर्चा में है। डेनिश कहते हैं, "यह मेरे तीसरे एकल के बाद था कि मुझे इस फिल्म के लिए संपर्क किया गया था और मुझे स्क्रैच से साथ मुझे आवाज देने को कहा और मुझे लगता है कि स्वतंत्रता इस क्षेत्र में बेहद जरूरी है।"

'द जर्नी ऑफ कर्मा' के संगीत के बारे में बात करते हुए,  दानिश  कहते हैं, "मेरे पास फिल्म में तीन ट्रैक हैं और सभी एक-दूसरे से बिल्कुल अलग हैं। जबकि एक दुखद है, एक आरामदायक रोमांस ट्रैक है और आखिरी वाला डांस नंबर है।, "उन्होंने आगे कहा," मैंने इन तीनों ट्रैकों में अपना सब कुछ दिया है और मैं चाहता हूं कि मेरी शुरुआत सभी से प्यार करे। बस उम्मीद है कि मेरा काम दर्शकों को अच्छी तरह पसंद आएगा। "

खैर, उन्होंने केवल तीन ट्रैक दिए है और उद्योग में जो विकास किया है, उनकी लोकप्रियता को देखते हुए, हमें उम्मीद है कि फिल्म उद्योग में  दानिश का लंबा सफर होगा।

Friday, October 26, 2018

कहानी -- हिंदी फिल्म -- बाज़ार

कहानी -- हिंदी फिल्म -- बाज़ार 
रिलीज़ -- २६ अक्टूबर 
बैनर -- एम्मे एंटरटेनमेंट, वायाकॉम १८ मोशन पिक्चर्स, कत्या प्रोडक्शन, बी फॉर यू मोशन पिक्चर्स।
निर्माता -- निखिल अडवाणी, एम्मे एंटरटेनमेंट, वायाकॉम १८ मोशन पिक्चर्स, कत्या प्रोडक्शन, बी फॉर यू मूवीज 
निर्देशक -- गौरव के चावला 
कलाकार -- सैफ अली खान, चित्रांगदा सिंह, राधिका आप्टे, डेंज़िल स्मिथ, रोहन मेहरा    
स्क्रीन प्ले -- निखिल अडवाणी, परवेज़ शेख,असीम अरोरा   
संगीत --   तनिष्क बागची, यो यो हनी सिंह, कनिका कपूर, सोहैल सेन,बिलाल सईद    
बैक ग्रॉउंड संगीत -- जॉन स्टीवर्ट युदारी 
गीत -- शब्बीर अहमद, इक्का, यो यो हनी सिंह,जमील अहमद, हॉमी दिल्लीवाला, सिमर कौर.      
आवाज़ -- राहत फतेह अली खान ,इक्का, यो यो हनी सिंह, सिमर कौर, ज्योतिका टँगरी, प्रतिभा सिंह।  

"बाज़ार" नाम की यह तीसरी फिल्म है इससे पहले सन १९४९ में और १९८२ में भी इसी नाम से फिल्में आ चुकी हैं।  लेकिन इन तीनों ही फिल्मों की कहानी एक- दूसरे बिलकुल ही अलग हैं .पहली फिल्म "बाज़ार" के निर्देशक के अमरनाथ थे दूसरी फिल्म के सागर सरहदी थे जबकि इस फिल्म के निर्देशक हैं गौरव के चावला। रोहन सिप्पी, शाद अली और निखिल अडवाणी के साथ सहायक के रूप में काम करने वाले गौरव ने कुछ न कहो ( २००३ ) पी ओ डब्ल्यू बंदी युद्ध के ( २०१६)  आदि फ़िल्में निर्देशित की हैं। अभिनेता सैफ अली खान ने यूं तो कल हो न हो , हम तुम,ओमकारा ,एक हसीना थी , हम साथ साथ हैं ,एल ओ सी कारगिल, परिणीता,रेस , लव आजकल, कॉकटेल, एजेंट विनोद आदि अनेकों सफल फिल्मों में अभिनय किया है.लेकिन बहुत  दिनों से उनकी किसी भी फिल्म को सफलता हासिल नहीं हुई है.बुलेट राजा, हमशकल्स,हैप्पी एंडिंग , फैंटम , रंगून, शेफ , कालाकाण्डी  आदि फ़िल्में कब आयी और गयी किसी को पता भी नहीं चला। सैफ को एक सफल फिल्म की बहुत जरूरत है तो फिल्म "बाज़ार " बाज़ार में सफल हो तो बहुत अच्छा है। २००३ में फिल्म "हज़ारों ख्वाहिशें ऐसी " से अभिनय सफर आरम्भ किया अभिनेत्री चित्रांगदा सिंह ने। इसके बाद उन्होंने सॉरी भाई, ये साली जिंदगी, देसी बॉयज, जोकर, इंकार , आई मी और मैं ,साहेब बीवी और गैंगस्टर ३ आदि फिल्मों में काम किया।तमिल , तेलुगु , मलयालम , बंगाली , मराठी और हिंदी फिल्मों की अभिनेत्री राधिका आप्टे ने हिंदी फिल्मों में शुरुआत की फिल्म "वाह लाइफ हो तो ऐसी ". इसके बाद राधिका ने   रक्त चरित्र १ और २ , आई एम , शोर इन द सिटी,बदलापुर , हंटर , मांझी - द माउंटेन मैन ,पार्च्ड , फोबिया , कबाली ,पैड मैन, अंधाधुन और कई वेब सीरीज़ आदि में अभिनय किया है. ८० के दशक के लोकप्रिय अभिनेता विनोद मेहरा सुपुत्र रोहन मेहरा भी इस फिल्म के साथ फिल्मों में कदम रख रहे हैं। 
 
मुंबई के शेयर बाजार पर आधारित थ्रिलर फिल्म "बाज़ार " की कहानी है महत्वाकांक्षा, लालच, विश्वासघात, हानि की।  शकुन कोठरी ( सैफ अली खान ) जो कि एक सफल और चालाक व्यापारी है और जो केवल बस केवल अपने लाभ की ही परवाह करता है. जिसे पैसे से बहुत प्यार है जो अपने पैसे को दुगुना या यो कहें सौ गुना बढ़ाना चाहता है और चाहता है कि बस बाज़ार में  उसके ही नाम का नाम हो, उसका नाम कोठारी भी टाटा , बिड़ला,वाडिया और अंबानी की तरह विश्व  प्रसिद्ध हो। मंदिरा कोठरी ( चित्रांगदा सिंह ) शकुन की पत्नी है।  प्रिया मल्होत्रा ( राधिका आप्टे ) शुकन कोठारी के ऑफिस में काम करती है। छोटे शहर का लड़का  रिज़वान अहमद ( रोहन मेहरा ) भी मुंबई में अपनी किस्मत आजमाने जाता है. मुंबई में उसकी नौकरी भी शकुन के ऑफिस में ही लगती है।  रिज़वान अपने बॉस यानि शकुन को खुदा मानता है वह शकुन से बहुत प्रभावित भी है और उसके ही जैसा बनने का सपना भी देखता है।शकुन भी रिज़वान से प्रभावित होता है और उसे अपने साथ काम पर रख लेता है पर कुछ हिदायतों के साथ। 

क्या रिज़वान शकुन की बात मान कर सारे काम करता  है या उसे प्रभावित करने और आगे निकलने की होड़ में उसकी कही बातों को दरकिनार कर देता है? क्या शकुन भी रिज़वान पर आँख मूंदकर विश्वास करता है ? क्या होता है पैसे ,लालच , धोखे और महत्वाकांक्षा की कहानी "बाज़ार " में।  
 
  

गोविंदा ने लॉन्च किया अपनी फिल्म ‘रंगीला राजा’ का टाइटल ट्रैक

बॉलिवुड के कॉमिडी किंग गोविंदा एक बार फिर फिल्मों में धमाकेदार एंट्री करने के लिए तैयार हैं। 25 साल बाद गोविंदा की फिल्मों 'इल्जाम','शोला और शबनमऔर 'आंखेंको प्रॉडयूज करने वाले पहलाज निहलानी 'रंगीला राजाके साथ एक बार फिर गोविंदा के साथ वापसी कर रहे हैं।
गोविंदा ने लॉन्च किया अपनी फिल्म  ‘रंगीला राजा का टाइटल ट्रैक सॉन्ग लॉन्च में फिल्म के सभी कलाकार शामिल हुए है जिसमें गोविंदामिशिका चौरसियाअनुपमा अग्निहोत्री और दिगांगाना सूर्यवंशीशक्ति कपूरप्रेम चोपड़ा,महेश आनंदकरण आनंदकरिश्माश्याम लालआरती गुप्ता और गोविंद नामदेव थे। फिल्म का टाइटल ट्रैक बेनी दयाल द्वारा गाया गया है और इस गाने को मेहबूब ने लिखा है। पहलाज निहलानी द्वारा निर्मित और नीता निहलानी द्वारा सह-निर्मित।
फिल्म रंगीला राजा 16 नवंबर 2018 को रिलीज होगी।

Wednesday, October 24, 2018

सोनम कपूर ने रायशा लालवाणी की पुस्तक द डायरी ऑन द फिफ्थ फ्लोर का लोकार्पण किया


बॉलीवुड दिवा सोनम कपूर ने नई दिल्ली के होटल ताज पैलेस में आयोजित एक कार्यक्रम में रायशा लालवाणी लिखित पहली पुस्तक ’द डायरी ऑन द फिफ्थ फ्लोर’ को रिलीज किया। पुस्तक लॉन्च के मौके पर सोनम एवं रायशा के अलावा केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो, जनरल वी के सिंह ,एक्टर मंजोत और कई अन्य प्रसिद्ध शख्सियत भी मौजूद थीं। रूपा पब्लिकेशन के कपीश मेहरा ने बुक के सराहना की। रायशा लालवाणी द्वारा लिखित ’द डायरी ऑन द फिफ्थ फ्लोर’ 25 वर्षीय एक महिला की 25 साल की साहसिक कहानी है। जैसे-जैसे उपन्यास की कहानी आगे बढ़ती है, वैसे ही परत-दर-परत पात्रों की अनूठी यात्रा आगे बढ़ती है। यह उपन्यास एक सच्ची घटना पर आधारित है।

   जहां तक बात रायसा लालवाणी की है, तो एक मां, एक कहानी टेलर, एक गृहस्थ महिला होने के साथ रात में लेखन-कला करने वाली महिला हैं। इतना ही नहीं, दिल्ली विश्वविद्यालय की यह पूर्व छात्रा इंटरनेशनल बिजनेस में भी में मास्टर हैं। लेकिन, जहां तक बात लेखन-कला की है, तो यह उनके जीवन में एक दिलचस्प मोड़ की तरह आया। रायशा के लेखन की कहानी उनके बचपन से ही शुरू हो गई थी, जब वह बडे़ शहरों में लोगों की जीवनी को एक भूमिका के रूप में समझ गई थी।

रायशा के पास एक बड़ा प्रशंसक वर्ग है, क्योंकि उनके मल्टीटास्किंग स्किल काफी सराहनीय हैं। दुबई में रहते हुए मां के रूप में इनका रोल, गृहिणी की भूमिका और व्यवसायी के साथ-साथ लेखक के कर्तव्यों की भूमिका से कई लोगों को प्रेरणा मिलती है।

   ’दी डायरी ऑन द फिफ्थ फ्लोर’ नामक पुस्तक न केवल बताता है कि कैसे एक लड़की और उसका परिवार जीवन में समस्याओं के साथ लड़ता है, बल्कि यह उपन्यास यह भी दिखाता है कि हम इस समाज में कैसे रह रहे हैं और हम सभी लगभग एक ही तरह का अनुभव भी हासिल कर रहे हैं। बता दें कि सिंगर हरिहरन, स्मिता पारीख ,अष्विन संघी, सलीम मर्चेंट, पंकज दुबे ने भी रायशा लालवाणी की उनके काम के लिए प्रशंसा की है।

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Thursday, October 18, 2018

मराठी फिल्म ‘माझ्या बायकोचा प्रियकर’ का पहला गीत ‘तू हात नको लाऊ’ रिलीज



राजकला मूवीज एंड बाबा मोशन पिक्चर्स प्रा. लि. के बैनर तले निर्मित मराठी फिल्म ‘माझ्या बायकोचा प्रियकर’ का २०१८ का पहला गीत ‘तू हात नको लाऊ’ मुंबई में बहुत ही धमाके के साथ रिलीज किया गया है, जो स्वाती शर्मा व नकाश अजीज ने गाया है और म्यूजिक राजु सरदार ने बनाया है। हालही में जी म्यूजिक ने यह गीत रिलीज किया है, जिसे बहुत ही अच्छा रिस्पॉन्स मिला है। यह गीत डान्सर मीरा जोशी व मराठी इंडस्ट्री का सुपरस्टार प्रियदर्शन जाधव पर फिल्माया गया है। फिल्म के निर्माता दिपक रुईया, प्रदिप के शर्मा, राजेंद्र गोयंका, अनिता शर्मा, धवल जयंतीलाल गाडा व अक्षय जयंतीलाल गाडा है। साथ ही सह-निर्माता रेश्मा कडाकिया, कौशल कांतिलाल गाडा, निरज गाडा है। स्टोरी व डायरेक्शन – राजीव एस रुईया का है। यह फिल्म २३ नवंबर, २०१८ को सभी जगह रिलीज होने वाली है। प्रस्तुतकर्ता व ड्रिस्टीब्यूटर पेन इंडिया लिमिटेड है। फिल्म के मुख्य कलाकार प्रियदर्शन जाधव, अनिकेत विश्वासराव, भाग्यश्री मोटे, अंशुमन विचारे, भारत गणेशपुरे, प्रिया गमरे, पदम सिंह, सुरेश पिल्लाई, अनुपमा ताकमोघे, स्वाती पानस
रे व अन्य है।

डिज़्नी कॉंज़र्वेशन फंड ने दुनिया भर के संरक्षण संस्थानों को 5 मिलियन डॉलर का अनुदान दिया और2018 के अपने डिज़्नी कॉंज़र्वेशन हीरोज़ के नामों की घोषणा की


 भारत में काम कर रहे तीन संस्थान - अरुलागमइंटरनेशनल फंड फॉर एनिमल वेलफेयर और पैंथेरा - अनुदान के लाभार्थी

मुंबई, 17 अक्टूबर, 2018 - इस महीने डिज़्नी कॉंज़र्वेशन फंड (डीसीएफ) ने पूरे विश्व में प्रकृति के चमत्कारों की रक्षा के लिए काम कर रहे 76संस्थानों को सहयोग प्रदान करने हेतु अनुदानस्वरुप मिलियन डॉलर से अधिक धनराशि प्रदान कर अपनी संरक्षण के प्रति अपनी 20 वर्षों से अधिक की प्रतिबद्धता को जारी रखा। इन अनुदान को प्राप्त करनेवाली संस्थाओं में से तीन भारत में काम कर रही संरक्षण संस्थाएँ: अरुलागम,इंटरनेशनल फण्ड फॉर एनिमल वेलफेयर और पेंथेरा हैं। इस फंड के माध्यम से वन्यजीवन को बचानेवन के प्राणियों की रक्षा करने और समुदायों को संरक्षण के प्रयासों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने के उनके अथक प्रयासों के लिए डिज़्नी कॉंज़र्वेशन हीरो पुरस्कार से दुनिया भर के 13 लोगों को सम्मानित किया।
 "वॉल्ट डिज़्नी कंपनी का पहले से ही हमारे प्राकृतिक संसाधनों और वन्यजीवन का सम्मानरक्षा और संरक्षण करने का एक समृद्ध इतिहास है;दुनिया भर में हमारे अभियान में सहयोग देने वाले व्यक्तियों और संस्थानों का हाल के इन अनुदानों को प्रदान कर सम्मानित करने पर हम गर्व महसूस करते हैं। हमारा अनुदान दुनिया भर के महत्वपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र में जानवरों और प्राकृतिक वास का संरक्षण करने के प्रयासों का प्रत्यक्ष रूप में समर्थन करता है और दूसरों को ऐसा कार्य करने के लिए प्रेरित करता है"द वॉल्ट डिज़्नी कंपनी की कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी की वरिष्ठ उपाध्यक्षएलिसा मार्गोलिस ने कहा।"
 अरुलागम का कार्यक्षेत्र पूर्वी सफ़ेद पूँछ वाले गिद्ध पर केंद्रित है। यह संस्थान पारिस्थितिकी तंत्र के लिए गिद्धों के सकारात्मक प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाने और गिद्ध के प्रजनन के लिए प्रतिकूल प्राकृतिक वासों की रक्षा के लिए संरक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से दक्षिण भारत में समाजों और हितधारकों के साथ मिलकर काम करता है। द इंटरनेशनल फंड फॉर एनिमल वेलफेयर परियोजना का उद्देश्य मानव और हाथी के बीच के टकराव को कम करना और भारत में हाथियों की रक्षा और संरक्षण के लिए समर्थन जुटाना है। जबकिजंगली बिल्ली के संरक्षण का एक विश्वस्तरीय संस्थानपेंथेराबर्फ़ीले तेंदुओं और उत्तरी भारत में उनके द्वारा सामना किए जा रहे जिन खतरों के बारे में ग्रामीणोंबच्चों और धार्मिक हस्तियों को जानकारी प्रदान करने के लिए काम करेगा।

1995 सेडीसीएफ ने:
·           120 देशों में काम कर रहे संरक्षण संस्थानों को 75 मिलियन डॉलर से अधिक का अनुदान दिया है
·           2,000 से अधिक संरक्षण परियोजनाओं में सहयोग प्रदान किया हैजिनके माध्यम से 600 से अधिक गैर-लाभकारी संगठनों को वन्य जीवन को बचानेप्रयासों को प्रेरित करने और पृथ्वी की रक्षा करने के लिए समुदायों के साथ मिलकर काम करने में सहायता की है
·           48 देशों में अपने समुदायों के साथ-साथ निर्वहन करने वाले वन्यजीवन की रक्षा के प्रयासों के लिए 169 डिज़्नी कॉंज़र्वेशन हीरोज़ को सम्मानित किया है
·           ज़मीनी स्तर पर अधिक संरक्षण प्रभाव डालने के लिए डिज्नी के एनिमल्ससाइंस एंड एनवायरनमेंट के 180 से
 अधिक कार्मिकों - शिक्षकों से पशु चिकित्सकों तक - की विशेषज्ञता का संयोजन करने के लिए काम किया  है।
इस वर्ष के अन्य अनुदान प्राप्तकर्ताओं में अंतर्राष्ट्रीय राइनो फाउंडेशन (आईआरएफ) शामिल है। डीसीएफ इस फाउंडेशन और इसके सहयोगियों के साथ इंडोनेशिया में गंभीर रूप से लुप्तप्राय सुमात्रन राइनो को विलुप्त होने से बचाने के लिए काम करता है। आजजंगल में 80 से कम सुमात्रन राइनो बचे हैं। आईआरएफ इस प्रजाति के खतरों के संबंध में समुदायों के साथ मिलकर कार्य रहा हैताकि यह सुनिश्चित हो सके कि ये राइनो और उनके प्राकृतिक आवास सुरक्षित रह सके।
 आईआरएफ द्वारा मनोनीतसुमादी हस्मारन को 250 एकड़ प्रजनन और शोध सुविधा - सुमात्रान राइनो अभयारण्य (एसआरएस) की स्थापना और प्रबंधन में उनके नेतृत्व के लिए डिज़्नी कॉंज़र्वेशन हीरो के रूप में सम्मानित किया गया है। सुमादी ने एसआरएस का निर्माण करवाया और रोजगार और अन्य आजीविका के अवसरों के द्वारा आस-पास रहने वाले लोगों को उसमें शामिल किया। इस अभयारण्य के प्रति उनके समर्पण के परिणामस्वरूप विलुप्त होने के कगार पर एक प्रजाति के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि प्राप्त हुई, 140 वर्षों से अधिक समय के बाद एशिया में एक प्रबंधित व्यवस्था में सबसे पहले दो सुमात्रन राइनो के बच्चों का जन्म हुआ।
 राइनो के लिए किए जानेवाले ये प्रयास एक बड़ी संरक्षण प्रतिबद्धता का हिस्सा हैं जिसने आधी दुनिया के देशों की 400 से अधिक प्रजातियों की रक्षा करने में सहायता की है।
डीसीएफ का अधिकांश वित्तपोषण द वॉल्ट डिज़्नी कंपनी द्वारा किया जाता है और डिज़्नी के एनिमल किंगडम थीम पार्क और अन्य चुनिंदा वॉल्ट डिज़्नी वर्ल्ड रिसॉर्ट के स्थानों पर आने वालेडिज़्नी क्रूज़ लाइन के साथ समुद्री यात्रा करनेवाले या चुनिंदा डिज़्नी वेकेशन क्लब रिसॉर्ट्स में ठहरने वाले आगंतुकों के सौहार्दपूर्ण योगदान इसके पूरक होते हैं।
नवीनतम डीसीएफ अनुदान के प्राप्तकर्ताओं की पूरी सूची के लिएwww.disney.com/conservation पर जायें।
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वन्यजीवन का संरक्षण करने। प्रयासों को प्रेरित करने। पृथ्वी की रक्षा करने के माध्यम से : डिज़्नी एक ऐसी दुनिया सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है जहाँ वन्यजीवन गुज़र-बसर करता हो और प्रकृति को संजोया और संरक्षित किया जाता हो। 1995 सेडिज़्नी कॉंज़र्वेशन फंड ने वन्यजीवन को बचाने और पृथ्वी की रक्षा करने के लिए 75 मिलियन डॉलर से अधिक का अनुदान दिया है और लाखों लोगों को अपने समुदायों में प्रकृति के लिए प्रयास करने के लिए प्रेरित किया है।

कहानी - हिंदी फिल्म -- नमस्ते इंग्लैण्ड

कहानी - हिंदी फिल्म -- नमस्ते इंग्लैण्ड 
रिलीज़ -- १९ अक्टूबर 
बैनर -- पेन इंडिया लिमिटेड, रिलायंस एंटरटेनमेंट, नमस्ते प्रोडक्शन लिमिटेड, ब्लॉक बस्टर मूवी एंटरटेनमेंट।    
निर्देशक -- विपुल अमृतलाल शाह 
निर्माता -- विपुल अमृतलाल शाह,धवल जयंतीलाल गाडा, अक्षय जयंतीलाल गाडा, आशिन ए शाह, रेशमा कडाकिया, कुशल कांतिलाल गाडा , फिरोज़ी खान, समीर चोपड़ा।
लेखक -- सुरेश नायर,रितेश शाह 
कलाकार -- अर्जुन कपूर, परिणीति चोपड़ा 
संगीत --   मन्नान शाह, बादशाह, ऋषि रिच 
बैक ग्रॉउंड स्कोर --   प्रसाद साश्ते 
गीत -- जावेद अख़्तर, बादशाह, मास्टर राकेश 
आवाज़ -- आतिफ़ असलम, विशाल डडलानी , शाहिद माल्या, अन्तरा मित्रा,आकांशा भण्डारी , बादशाह, पायल देव, बी पराक, आस्था गिल, राहत फ़तेह अली खान,अल्तमश फ़रीदी , शदाब फ़रीदी , साशा तिरुपति, मन्नान शाह.        

२००७ में आयी फिल्म "नमस्ते लंदन "  की सीक्वेल फिल्म है "नमस्ते इंग्लैण्ड".  निर्माता - निर्देशक विपुल अमृतलाल शाह ने अपनी शुरुआत की गुज़राती थियेटर से। विपुल ने छोटे परदे पर काम किया धारावाहिक "एक महल हो सपनों का " से।इन्होने कई फिल्मों का निर्माण किया और कई फिल्मों को निर्देशित भी किया।  इनकी निर्देशित फ़िल्में हैं --२००२ में आँखें , २००५ में वक्त : द रेस अगेंस्ट टाइम ,२००७ में नमस्ते लंदन २००९ में लंदन ड्रीम्स, २०१०  एक्शन रीप्ले और अब यह फिल्म "नमस्ते इंग्लैण्ड ". इनकी निर्मित फ़िल्में हैं सिंह इज़ किंग , कुछ लव जैसा,फ़ोर्स  , कमाण्डो : ए वन मैन आर्मी , हॉलीडे : ए सोल्ज़र इज़ नेवर ऑफ़ ड्यूटी ,फ़ोर्स  - २ और कमाण्डो - २ आदि। अभिनेता अर्जुन कपूर ने २०१२ फिल्म "इश्क़ज़ादे " से अपना अभिनय सफर शुरू किया। इनके साथ फिल्म "इश्क़ज़ादे " में अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा ने भी काम किया था इस फिल्म के बाद अब दोनों की जोड़ी इस फिल्म में  दिखाई देगी। अर्जुन ने औरंगज़ेब , गुंडे , तेवर , की एंड का,२ स्टेट्स , फाइंडिंग फेनी,मुबारकां आदि  फिल्मों में काम किया।  परिणीति ने २०११ में लेडीज़ वर्सेज़ विकी बहल से फिल्मों में शुरुआत की।  इसके बाद इश्क़ज़ादे , शुद्ध देसी रोमांस,हँसी तो फँसी , दावते इश्क, किल दिल,मेरी प्यारी बिंदु और गोलमाल अगेन आदि फिल्मों में काम किया है। 

फिल्म "नमस्ते इंग्लैण्ड " की कहानी है परम ( अर्जुन कपूर ) और जसमीत ( परिणीति चोपड़ा ) की।  लुधियाना में रहने वाले परम और जसमीत में प्यार हो जाता है और फिर दोनों की शादी भी हो जाती है।  दोनों प्रेम पूर्वक अपनी जिंदगी बसर कर रहे होते हैं।  लेकिन तभी दोनों की जिंदगी में एक भूचाल सा आ जाता है क्योंकि जसमीत ने अपनी जिंदगी में कुछ सपने देखे थे और वो उन्हें पूरा करने के लिए परम को छोड़ कर इंग्लैण्ड चली जाती है।  परम जो कि जसमीत को बहुत प्यार करता है वो भी इंग्लैण्ड जाता है अपने प्यार यानि जसमीत के पास. जिससे फिर से दोनों एक साथ रह सकें। इंग्लैण्ड में परम को देखकर जसमीत आश्चर्य में पड़ जाती है.

 क्या वो परम के मन की बात समझ जाती है ? क्या वो वापस भारत आ जाती है ? क्या परम जसमीत को मनाने में कामयाब हो जाता है ? क्या लिखा है इन दो प्यार करने वालों की तकदीर में ? यही सब इस फिल्म में दिखाया है। 

Friday, October 12, 2018

कहानी -- हिंदी फिल्म -- हेलीकॉप्टर इला

कहानी -- हिंदी फिल्म -- हेलीकॉप्टर इला 
रिलीज़ -- १२ अक्टूबर 
बैनर -- अजय देवगन फ़िल्म्स और पेन इंडिया लिमिटेड 
निर्माता -- अजय देवगन,जयंतीलाल गाडा और अक्षय जयंतीलाल गाडा 
निर्देशक -- प्रदीप सरकार 
संवाद -- मितेश शाह 
पटकथा -- मितेश शाह और आनंद गाँधी 
आनंद गाँधी के  गुज़राती नाटक "बेटा कागड़ो " पर आधारित 
कलाकार -- काजोल, रिद्धि सेन, नेहा धूपिया, तोता रॉय चौधरी 
संगीत -- अमित त्रिवेदी , राघव सचार 
बैक ग्राउण्ड संगीत -- डेनियल बी जॉर्ज
गीत -- श्याम अनुरागी  स्वानंद किरकिरे 
आवाज़ --रॉनित सरकार, पॉलोमी घोष 

 अनेकों विज्ञापन फिल्मों और म्यूजिक विडियो (  शुभा मुदगल -- अब के सावन,यूफोरिया -- धूम पिचक धूम और माय री, सुल्तान खान -- पिया बसंती और भूपेन हज़ारिका -- गंगा )  को बना चुके निर्देशक प्रदीप सरकार ने परिणीता, लागा चुनरी में दाग़ , लफंगे परिन्दे और मर्दानी आदि हिंदी फिल्मों को निर्देशित किया है। बंगाली अभिनेता कौशिक सेन और नृत्यांगना रेशमी सेन के सुपुत्र और चित्रा सेन और श्यामल सेन के प्रपौत्र रिद्धि सेन ने अनेकों नाटकों में सशक्त अभिनय किया है। बंगाली फिल्म "नगरकीर्तन " के  लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरुस्कार भी मिला है।  

अनेकों  फिल्मों में अभिनय कर चुकी अभिनेत्री काजोल  की पिछली फिल्म 2017 में आयी थी " वी आई - २ ललकार" । उसके बाद अब "हेलीकॉप्टर इला " आ रही है।           

         इस फ़िल्म की कहानी एक माँ और बेटे के संबंधों पर आधारित है। इला ( काजोल) ऐसी माँ है जो अकेले ही अपने बेटे विवान ( रिद्धि सेन ) को पालती है। वही उसकी माँ और पापा है । इला चाहती है कि कि वो हमेशा अपने बेटे के इर्द गिर्द ही रहे क्योंकि वो अपने बेटे को समाज की बुराइयों से तो बचाना चाहती ही है साथ में वो अपने बेटे के साथ ज्यादा से ज्यादा वक़्त भी बिताना चाहती है। यहाँ तक कि  इला अपनी बीच में छूटी हुई पढ़ाई को पूरी करने के लिए विवान की क्लास में भी प्रवेश ले लेती है।अपनी माँ को हर समय अपने पास पाकर विवान को लगता है कि उसकी माँ उसकी आज़ादी छीन रही है और उसकी हर बात में दखल दे रही है। इसलिए वो इला से लड़ाई करके बुरा भला बोल कर घर छोड़ कर चला जाता है । जबकि इला की सारी दुनियां तो बस विवान ही है।                      

   ऐसे में अपने बेटे विवान और अपने रिश्ते को बचाने के लिए इला क्या करती है ? कैसे इला विवान को घर वापस लाती है।यही सब फ़िल्म में दिखाया गया है।  


   

Friday, October 5, 2018

कहानी - हिंदी फिल्म -- अंधाधुन

कहानी - हिंदी फिल्म -- अंधाधुन 
रिलीज़ -- ५ अक्टूबर 
बैनर -- वाया कॉम १८ मोशन पिक्चर्स 
निर्माता -- वाया कॉम १८ मोशन पिक्चर्स, मैच बॉक्स पिक्चर्स
निर्देशक -- श्रीराम राघवन 
लेखक --  श्रीराम राघवन, अरिजीत विस्वास, पूजा लढा सुर्ती, योगेश चांदेकर   
संगीत -- अमित त्रिवेदी, रफ़्तार ,गिरीश नाकोड   
कलाकार --- तब्बू, आयुष्मान खुराना, राधिका आप्टे,अनिल धवन । 

लेखक और निर्देशक श्रीराम राघवन की सभी फ़िल्में सस्पेंस और थ्रिलर कहानी पर आधारित रही हैं।  उनकी पहली फिल्म थी "एक हसीना थी" (२००४) इसके बाद जॉनी गद्दार ( २००७ ) एजेंट विनोद ( २०१२ ) और बदलापुर ( २०१५ ) आदि फ़िल्में उनकी आयीं। अभिनेत्री तब्बू ने अनेकों फिल्मों में सशक्त भूमिकायें अभिनीत की हैं. तब्बू की  विजयपथ, प्रेम , माचिस,विरासत,काला पानी , हू तू तू ,अस्तित्व , हम साथ साथ हैं ,चाँदनी बार, मक़बूल, द नेमसेक,चीनी कम, हैदर,जय हो,दृश्यम ,गोलमाल अगेन आदि अनेकों फ़िल्में आयी हैं।  गायक और अभिनेता आयुष्मान खुराना ने २०१२ में फिल्म "विकी डोनर " से फिल्मों में अपनी शुरुआत की।  इसके बाद २०१३ में नौटंकी साला २०१४ में बेवकूफियाँ २०१५ में हवाईज़ादा और दम लगा के हईशा २०१७ में मेरी प्यारी बिंदु ,बरेली की बर्फी और शुभ मंगल सावधान फ़िल्में आयुष्मान की आयीं। तमिल , तेलुगु , मलयालम , बंगाली , मराठी और हिंदी फिल्मों की अभिनेत्री राधिका आप्टे ने हिंदी फिल्मों में शुरुआत की फिल्म "वाह लाइफ हो तो ऐसी ". इसके बाद राधिका ने   रक्त चरित्र १ और २ , आई एम , शोर इन द सिटी,बदलापुर , हंटर , मांझी - द माउंटेन मैन ,पार्च्ड , फोबिया , कबाली ,पैड मैन और कई वेब सीरीज़ आदि में अभिनय किया है। 

सस्पेंस , थ्रिलर  फिल्म "अंधाधुन " हत्या के  अनसुलझें रहस्यों से भरपूर है. इस फिल्म की कहानी आकाश ( आयुष्मान खुराना ) की है. आकाश अँधा है लेकिन इसके बावजूद वो बहुत ही उम्दा पियानो वादक है। एक पार्टी में आकाश की मुलाकात सोफी ( राधिका आप्टे ) से होती है और पार्टी में आकाश पियानो बजाता है और सोफी उसकी संगीत की धुनों जाती है। पार्टी के बाद वो आकाश की तारीफ करती है कि उसने बहुत ही उम्दा पियानो बजाया।  धीरे - धीरे दोनों की दोस्ती प्यार के रास्ते में चल पड़ती है।  ऐसी ही एक पार्टी में आकाश की मुलाकात सिमी (तब्बू ) से होती है।  सिमी आकाश को अपने घर पर होने वाली पार्टी में बुलाती है। आकाश सिमी के यहाँ पार्टी में जाता है और उसी रात सिमी के यहाँ एक हत्या हो जाती है . पुलिस आकाश को भी पूछताछ करने के लिए ले जाती है क्योंकि वो भी पार्टी में शामिल था। लेकिन जब आकाश अँधा है तो पुलिस को आकाश पर शक़ क्यों आता है ?

क्या सच में आकाश अँधा है ? या वो जानबूझ कर अँधा होने का ड्रामा कर रहा है ? क्या कोई आकाश को हत्या के जाल में फँसाना चाहता है ?


मैदान ने क्यों कोई झंडे नहीं गाड़े समझ नहीं आया जबकि यह बेहतरीन फिल्म है

  कल  मैने प्राइम विडियो पर प्रसारित निर्देशक अमित रविंद्रनाथ शर्मा और अभिनेता अजय देवगन की फिल्म "मैदान" देखी। अजय देवगन की यह फि...