हिंदी फिल्म -- सूरमा
रिलीज़ -- १३ जुलाई
बैनर -- सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया और सी एस फिल्म्स
निर्माता -- सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स प्रोडक्शंस,दीपक सिंह,चित्रांगदा सिंह
निर्देशक -- शाद अली
स्क्रीनप्ले -- सुयश त्रिवेदी, शाद अली, सिवा अनंत
हॉकी खिलाड़ी संदीप सिंह के जीवन पर आधारित
कलाकार -- दिलजीत दोसांझ,तापसी पन्नू, कुलभूषण खरबंदा,विजय राज और अंगद बेदी
गीत -- गुलज़ार
संगीत -- शंकर - अहसान - लॉय
आवाज़ --- शंकर महादेवन, दिलजीत दोसांझ, हेमंत बृजवासी,अख़्तर ब्रदर्स
" सूरमा -- द ग्रेटेस्ट कम बैक स्टोरी ऑफ़ द हॉकी लीजेंड संदीप सिंह " जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है यह फिल्म अंतर्राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी संदीप सिंह के जीवन पर बनी है । निर्देशक शाद अली ने निर्देशक मणिरत्नम के सहायक के रूप में अपना कैरियर शुरू किया। शाद ने २००२ में साथिया २००५ में बंटी और बबली २००७ में झूम बराबर झूम २०१४ में किल दिल और २०१७ में ओके जानू आदि फ़िल्में निर्देशित की हैं।
पंजाबी गायक और अभिनेता के रूप में लोकप्रिय होने के बाद अब दिलजीत दोसांझ हिंदी फिल्मों में अभिनय भी कर रहे हैं और गीतों को भी गा रहे हैं। २०१६ में दिलजीत की पहली हिंदी फिल्म आयी थी "उड़ता पंजाब " . २०१७ में दूसरी फिल्म आयी 'फिल्लौरी '।
तमिल , तेलुगु और मलयालम भाषा की अनेकों फिल्मों में अभिनय करने के बाद तापसी हिंदी फिल्मों में अपना जलवा बिखेर रही हैं। २०१० में तापसी ने अभिनय क्षेत्र में कदम रखा और २०१२ में पहली हिंदी फिल्म की , निर्देशक डेविड धवन की "चश्मेबद्दूर " , २०१४ में बेबी ,२०१६ में पिंक , रनिंग शादी डॉट कॉम ,द ग़ाज़ी अटैक २०१७ में नाम शबाना , जुड़वाँ - २ और दिल जँगली आदि फ़िल्में की। अनेकों टी वी शो, धारावाहिकों , वेब सीरीज़ और फिल्मों में अभिनय कर चुके अभिनेता अंगद बेदी की मुख्य फ़िल्में हैं -- फ़ालतू ,ऊँगली , पिंक, डियर जिंदगी टाइगर ज़िंदा है आदि।
फिल्म "सूरमा" की कहानी है पूर्व हॉकी कप्तान संदीप सिंह के जीवन की। कहानी है एक खिलाड़ी के दृढ़ संकल्प, कड़ी मेहनत और खेल के प्रति उसके जुनून की।
एक प्रेरणादायक सत्य कहानी है फिल्म "सूरमा " की। शाहबाद , कुरुक्षेत्र ,हरियाणा के गुरुचरण सिंह भिंडर और दलजीत कौर भिंडर के यहाँ जन्म हुआ संदीप सिंह का। बचपन में संदीप सिंह बहुत ही आलसी था। वो अपने भाई बिक्रमजीत सिंह की तरह हॉकी तो खेलना चाहता था लेकिन कोच की पिटाई के डर से अपनी माँ के पास घर भाग आया करता था। जैसे - जैसे वो बड़ा हुआ अपने बड़े भाई बिक्रमजीत सिंह ( अंगद बेदी ) की तरह हॉकी खिलाड़ी बनने के सपने देखने लगा। महिला हॉकी खिलाडी हरप्रीत ( तापसी पन्नू ) भी एकेडमी में हॉकी की प्रैक्टिस करती थी। हरप्रीत की वजह से ही संदीप ( दिलजीत दोसांझ ) का रुझान हॉकी की ओर बढ़ने लगा। हॉकी की वजह से ही दोनों में मुहब्बत हुई और फिर दोनों की शादी भी हो गयी।
संदीप ने २००४ में अज़लान शाह कप में शानदार प्रदर्शन किया और उसी साल एशिया कप भी जीतने में मदद की। २००६ में दिल्ली में लगे राष्ट्रीय शिविर में भाग लेने लिए जब संदीप सिंह दिल्ली - कालका शताब्दी एक्सप्रेस से जा रहे थे तब एक आरपीएफ के जवान की गलती से चली गोली संदीप सिंह के रीढ़ की हड्डी में लग गयी। जिससे संदीप सिंह के शरीर के निचले हिस्से में पक्षाघात हो गया । जिंदगी में इतनी बड़ी दुर्घटना घटने के बाद भी संदीप सिंह ने हार नहीं मानी। अपने परिवार वालों के साथ , हरियाणा सरकार की मदद और अपने खेलने की जूनून की वजह से फिर वो २००८ में मैदान में लौट आये और उसी वर्ष सुल्तान अज़लान शाह हॉकी प्रतियोगिता में भारत की ओर से खेले। भारत को इस प्रतियोगिता में दूसरा स्थान भी मिला। २००९ में संदीप टीम के कप्तान भी बनें। यही है कहानी फिल्म "सूरमा " की।
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