Thursday, June 7, 2018

कहानी -- फिल्म -- काला

कहानी -- फिल्म -- काला 
रिलीज़ -- ७ जून 
बैनर -- वन्डरबार  फिल्म्स, लयका प्रोडक्शंस 
निर्माता -- धनुष 
लेखक - निर्देशक -- पा रंजीत 
भाषा --- हिंदी, तमिल, तेलुगु , मलयालम। 
कलाकार -- रजनीकांत, नाना पाटेकर, हुमा कुरैशी,ईश्वरी राव,अंजलि पाटिल , सयाजी शिंदे , रवि काले, पंकज त्रिपाठी। 
संगीत -- संतोष नारायानन     
गीतकार -- कुमार, वरुण ग्रोवर,राजेश कुमार त्रिपाठी ,रोशन जमरॉक, डोपीदेलिकज़ 
आवाज़ -- शंकर महादेवन, रोहित फर्नाडीज़,  डोपीदेलिकज़, श्वेता मोहन, विजय प्रकाश,अनंतु , संतोष नारायानन,अरुणराजा  कामराज,विजय नारायण,प्रदीप कुमार 
          
  तमिल निर्देशक पा रंजीत ने २०१२ में रोमांटिक कॉमेडी फिल्म "अट्टाकथि" बनायी।  इसके बाद २०१४ में राजनीतिक ड्रामा "मद्रास " और २०१६ में "कबाली" निर्देशित की। इन तीनों ही फिल्मों को लिखा भी था निर्देशक पा रंजीत ने।  फिल्म "कबाली " में भी अभिनेता रजनीकांत थे और इस फिल्म "काला " में भी रजनीकांत ही मुख्य भूमिका में हैं।
 पदम विभूषण और पदम भूषण अवार्ड से सम्मानित अभिनेता रजनीकांत की जब भी कोई फिल्म आती है उनके प्रशंसक उसे हाथों हाथ लेते हैं।  "काला" फिल्म का भी दर्शक इंतज़ार कर रहे हैं। हिंदी,तमिल, तेलुगु और मलयालम एक साथ कई भाषाओं में  रिलीज़ हो रही फिल्म "काला " में हुमा कुरैशी भी मुख्य भूमिका में हैं। इससे पहले "कबाली"  में  रजनीकांत के साथ राधिका आप्टे , लिंगा में सोनाक्षी सिन्हा और रोबोट में ऐश्वर्या रॉय ने काम किया है।  

अनेकों मराठी और हिंदी फिल्मों में अभिनय कर चुके अभिनेता नाना पाटेकर भी फिल्म "काला "में मुख्य भूमिका अभिनीत कर रहे हैं।  नाना पाटेकर और रजनीकांत पहली ही बार किसी फिल्म में एक साथ अभिनय कर रहे हैं।
  अभिनेत्री हुमा कुरैशी ने अपना फ़िल्मी सफर शुरू किया २०१२ में अनुराग कश्यप की फिल्म "गैंग्स ऑफ़ वासेपुर " से. इस फिल्म के बाद उनकी अनेकों फ़िल्में आयी जिनमें लव शव ते चिकन खुराना,एक थी डायन , डी डे,डेढ़  इश्क़िया,जॉली एल एल बी - २ , दोबारा सी योर इविल और वायसरॉय हॉउस मुख्य थी.
 तमिल , तेलुगु , कन्नड़ और अनेकों मलयालम फिल्मों में  अभिनय कर चुकी अभिनेत्री ईश्वरी राव १९९० में फिल्मों  में काम करना शुरू किया। ईश्वरी राव की मुख्य फ़िल्में हैं  इंतिंता दीपावली, कविथै पादुम अलैगल,ऊटी पट्टनम आदि .

 फ़िल्म की कहानी है एक लड़के करिकालन की । जो बचपन में अपने गाँव तिरुनेलवेली से मुंबई भाग जाता है। मुंबई में धारावी की झोपड़ियों में रहता हुआ बड़ा होकर जुर्म की दुनिया का बेताज़ बादशाह बन जाता है । करिकालन( रजनीकांत) जिसे प्यार से लोग काला कहते हैं , मुम्बई में धारावी में अपनी पत्नी सेल्वी ( ईश्वरी राव ) और बच्चों के साथ रहता है और यहीं से ही  अपने सभी जुर्मों को अंजाम देता है । वहीं दूसरी ओर है एक राजनीतिज्ञ हरीनाथ देसाई ( नाना पाटेकर ) जो जी जान से काला और उसके लोगों को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिये पीछे पड़ा है । बस्ती वाले काला की पूजा करते हैं.  उसके लिए अपनी जान भी देने के लिये तैयार हैं और काला भी अपनी बस्ती के लोगों के लिये लड़ने - मरने के लिये हर वक्त तैयार रहता है। काला के पीछे नेता हरिनाथ क्यों लगा हुआ है ? इस सबका क्या अंजाम होगा ?  
  
क्या राजनीतिज्ञ हरिनाथ देसाई काला को जड़ से उखाड़ फेंकने में कामयाब होगा ? क्या काला हरिनाथ को पलट वार देने में सफल होगा ? यही इस फिल्म में दिखाया है। 

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