Monday, May 28, 2018

एसीपी गज़ल सीरियल इश्क सुभान अल्लाह में



ज़ारा का किरदार अदा करने वाली ईशा सिंह को कश्मीर में पुलिस ने गिरफ्तार किया, जब वह कबीर खान (अदनान खान) के लिए ज़ोर- ज़ोर से आवाज़ दे रही थीं। उसके बाद उसे सलाखों के पीछे बंद कर दिया  गया।

कबीर के समझ में नहीं आया कि ज़ारा कहां चली गई। जारा को महिला कॉन्स्टेबल द्वारा यातना दी जाती है। ज़ारा उन्हें बताती है कि यह गलत है, वे इस तरह उसे यातना नहीं दे सकती हैं, उन्हें गिरफ्तारी के कारण जानने का अधिकार है। उसे किसी तरह की मदद नहीं मिलती। वह उन्हें अपने पति को फोन करने के लिए कहती रहती है। ज़ारा को एक जेल साथी द्वारा चोट लगी है। ज़ारा बड़ी परेशानियों में है। ज़ारा मानसिक आघात का अनुभव करती है और आंसू बहाती है। वह कबीर की प्रतीक्षा करती है।

कबीर ज़ारा को खोजने के लिए शिराज के घर पहुंचे। वह शिराज़ की पहचान के साथ किसी से मिलता हैं। कबीर स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है कि वह छोटा लड़का शिराज़ का है।

एसीपी गजल कबीर से कहती है कि वह आदमी झूठ नहीं बोल रहा है, उसने साक्ष्य भी दिए हैं। वह उसे बताती है कि उन्हें वहां पर कुछ भी नहीं मिला है। वह गजल को ज़ारा खोजने के लिए कहता है। एसीपी गजल शिराज की पत्नी है। वह शिराज की मौत का बदला ले रही है। वहा ज़ारा को पसंद नहीं करती। वह देखना चाहती है कि शिराज के लिए ज़ारा स्पेशल क्यों थी, शिराज ने उसे ज़ारा के लिए धोखा क्यों दिया, वह क्यों भ्रमित था। उसने अपनी निराशा को दूर करने के लिए ज़ारा को यातना दी है। गजल कबीर को ज़ारा के बारे में बताती नहीं है। जी टीवी पर क्रिएटिव आई लिमिटेड के इस सीरियल के प्रोड्यूसर धीरज कुमार, जुबी कोचर, सुनील गुप्ता है।

Saturday, May 26, 2018

करण सिंह ग्रोवर ,रवि दुबे ,कुणाल रॉय कपूर कोमल नाहटा के शो में


करण सिंह ग्रोवर ,रवि दुबे ,कुणाल रॉय कपूर और निर्देशक अंकुश भट्ट अपनी फ़िल्म ३ देव को प्रमोट करने कोमल नाहटा के शो ज़ी इ टी सी बॉलीवुड बिज़नेस में गये। 

Saturday, May 19, 2018

‘3 देव’ के कलाकार करण सिंह ग्रोवर, रवि दुबे और कुणाल रॉय कपूर डब्लू डब्लू इ संडे धमाल में

डब्लू डब्लू इ संडे धमाल में सलिल आचार्य के साथ करण सिंह ग्रोवर, रवि दुबे और कुणाल रॉय 

कपूर अपनी हिंदी कॉमेडी फिल्म देव को 

प्रमोट करने गए थे। डब्लू डब्लू इ में 

उन्होंने बहुत ही अच्छा समय बिताया। करण 

सिंह ग्रोवर ने कहा कि डब्ल्यूडब्ल्यूई संडे धमाल का हिस्सा बनना मेरे लिए यादगार क्षण था। मुझे याद है कि जब मैं युवा लड़का था तब रॉ और स्मैकडाउन देखा करता था और आज हम सभी कलाकार डब्लू डब्लू इ में फिल्म ३ देव को प्रमोट करने के लिए आये हैं।


रवि दुबे ने कहा कि डब्लू डब्लू इ संडे धम्माल में मैं कमेंटरी करता था, यह मेरे लिए स्पेशल 

एक्सपिरियेंस है, क्योंकि डब्लू डब्लू इ के साथ मेरा एक अटूट नाता बन गया है। मैं हमेशा टीवी 

देखता था और डब्लू डब्लू इ ही देखता था, दूसरा चैनल बदलने का कोई विकल्प ही नहीं था।

कुणाल रॉय कपूर ने कहा कि हमारी फिल्म देव  जून को रिलीज हो रही है और डब्लू डब्लू इ में 
प्रमोशन का हिस्सा बनना मेरे लिए एक मजेदार अनुभव था। केविन ओवेन्स और सेठ रोलिन के 

साथ उच्च लेवल की ऑक्टेन मैच के लिए कमेंटरी करने का करण और रवि को रोमांचक अनुभव है। 
आर २ फिल्म प्रोडक्शंस के चिंतन राणा फ़िल्म के निर्माता हैं और इ ४ यू इंटरप्राइजेज के अयूब ख़ान फ़िल्म को 

प्रेजेंट कर रहें हैं। फिल्म के निर्देशक अंकुश भट्ट है। फिल्म में राइमा सेन, प्रिया बैनर्जी, पूनम कौर, टिस्का 

चोपडा और प्रोसेनजीत चटर्जी भी हैं। फिल्म  जून को रिलीज होने वाली है

Friday, May 18, 2018

कहानी -- हिंदी फिल्म -- ख़जूर पे अटके

कहानी -- हिंदी फिल्म -- ख़जूर पे अटके
रिलीज़ -- १८ मई 
बैनर -- वेलकम फ्रेंड्स प्रोडक्शन , पी वी आर पिक्चर्स , एस ओ एल ई. 
निर्माता -- अमृत सेठिया 
लेखक और निर्देशक -- हर्ष छाया 
संगीत -- बिक्रम घोष 
कलाकार  -- विनय पाठक, मनोज पाहवा,सीमा पाहवा, अलका अमीन, डॉली आहलूवालिया 
अनेकों टी वी धारावाहिकों और फिल्मों में अभिनय कर चुके अभिनेता हर्ष छाया की यह पहली निर्देशित फिल्म है। तारा , हसरतें ,रिश्तें , साया , गुब्बारें,अस्तित्व एक प्रेम कहानी,घर एक सपना,बालिका वधू , कर्म योद्धा आदि मुख्य धारावाहिकों के साथ - साथ दिल पर मत ले यार, दम , कम्पनी,भेजा फ़्राय , राम जी लंदन वाले ,कॉरपोरेट ,जॉनी एल एल बी , घायल वन्स अगेन आदि फिल्मों में काम किया है  हर्ष छाया ने । अपनी इस फिल्म में हर्ष ने टी वी पर अभिनय करने वाले अनेकों कलाकारों को भी  शामिल किया है।  सीमा पाहवा और मनोज पाहवा जो असली जिंदगी में भी पति पत्नी हैं और इस फिल्म में भी दोनों ने पति - पत्नी की भूमिका अभिनीत की है. सीमा पाहवा ने दूरदर्शन के लोकप्रिय धारावाहिक "हम लोग " में बड़की की भूमिका अभिनत की थी। सीमा ने दम लगा के हईशा, आँखों देखी ,शुभ मंगल सावधान और बरेली की बर्फी आदि फिल्मों में अभिनय किया है।  मनोज पाहवा ने सत्या , बीइंग साइरस , वॉन्टेड आदि फिल्मों में काम किया है  साथ ही इन्होने अनेकों टी वी धारावाहिकों में भी काम किया है ।  अनेको टी वी शो और फिल्मों में विनय पाठक ने अभिनय किया है। जिनमें बॉम्बे बॉयज, फायर , हम दिल दे चुके सनम , जिस्म,खोंसला का घोंसला, भेजा फ़्राय ,आजा नच ले ,मनोरमा सिक्स फ़ीट अंडर ,रब ने बना दी जोड़ी , दसविदानिया , चलो दिल्ली, भेजा फ़्राय - २आदि मुख्य फ़िल्में हैं। पंकज कपूर की बेटी और शाहिद कपूर की बहन सना कपूर भी इस फ़िल्म में दिखाई देंगी। टी वी की लोकप्रिय अभिनेत्री अलका अमीन ने दिल दरिया, १२/२४ करोल बाग़, परिचय, क्या हुआ तेरा वादा,अजीब दास्ताँ है ये ,कलश , परदेस में है मेरा दिल,यह प्यार नहीं तो क्या है आदि टी वी धारावाहिकों के साथ  २००३ में स्वराज २०१५ में दम लगा के हईशा २०१७ में शादी में आना जरूर आदि फिल्मों में काम किया है। 
इस हास्य फिल्म "खजूर पे अटके " की कहानी आम भारतीय परिवार की है। फिल्म की क
हानी एक परिवार के चारों ओर घूमती है। इस परिवार के सबसे बड़े पुत्र देवेंद्र शर्मा अपने परिवार के साथ मुंबई में रहते हैं। देवेंद्र शर्मा की तबियत बहुत ही खराब हो जाती है और डॉ कहते हैं कि उनकी जिंदगी की कोई गारण्टी नहीं है और उनकी मृत्यु कभी भी हो सकती है  यह समाचार सुनकर देवेंद्र शर्मा के भाई रविंद्र शर्मा ( विनय पाठक) अपनी पत्नी अनुराधा शर्मा ( सुनीता सेनगुप्ता ) और जीतेंद्र शर्मा (मनोज पाहवा) अपनी पत्नी सुशीला शर्मा ( सीमा पाहवा ) के साथ मुंबई जा पँहुचते हैं।  इसी तरह परिवार के कुछ अन्य सदस्य भी अपने - अपने परिवारों के साथ मुंबई पँहुच जाते हैं।  लेकिन अस्पताल जाने पर जब उन्हें पता चलता है कि उनके भाई देवेंद्र शर्मा न तो स्वस्थ ही हो रहे हैं  और न ही अभी उनकी मृत्यु ही हो रही है तो ऐसे में आखिरी बार उनके दर्शन के आये इरादे से सभी लोग अपने भाई और उसके परिवार की सहायता करने की बजाय मुंबई घूमने और मौज मस्ती के लिए निकल जाते हैं क्योंकि उनकी रूचि अपने भाई में न होकर पैतृक संपत्ति में अपने हिस्से में ज्यादा होती है।
ऐसी स्थिति में देवेंद्र शर्मा के परिवार वाले क्या करते हैं ? क्या रिश्तेदार सम्पत्ति में से हिस्सा लेकर वापस अपने घर चले जाते हैं या वहीं मुंबई में अपना बोरिया -बिस्तर जमा कर रहते लगते हैं ? यही इस फिल्म में दिखाया गया है।    

Friday, May 11, 2018

कहानी -- हिंदी फिल्म --- राज़ी

कहानी -- हिंदी फिल्म --- राज़ी 
रिलीज़ --- ११ मई 
बैनर -- जँगली पिक्चर्स और धर्मा प्रोडक्शंस 
निर्माता -- विनीत जैन, करन जौहर, हीरू यश जौहर, अपूर्वा मेहता  
निर्देशक -- मेघना गुलज़ार 
स्क्रीन प्ले -- भवानी अय्यर 
लेखक हरिंदर सिक्का के उपन्यास "कॉलिंग सहमत" पर आधारित 
कलाकार --- आलिया भट्ट, विकी कौशल, रजित कपूर, सोनी राज़दान,अमृता खानविलकर 
संगीत -- शंकर अहसान लॉय। 
गीत -- गुलज़ार 
आवाज़ -- अरिजीत सिंह,शंकर महादेवन, हर्षदीप कौर,सुनिधि चौहान, विभा सर्राफ।         

निर्देशिका मेघना गुलज़ार ने २००२ में फिल्म " फ़िलहाल " से फ़िल्मी सफर शुरू किया। इसके बाद २००७ में जस्ट मैरिड और इसके सात साल बाद २०१५ में झकझोर देने वाली सच्ची घटना पर आधारित फिल्म "तलवार " बनाई।  अभिनेत्री आलिया भट्ट ने करन जौहर की फिल्म "स्टूडेंट्स ऑफ़ द ईयर " से अपनी शुरुआत करके २०१४ में हाईवे, हम्प्टी शर्मा की दुल्हनियाँ , २ स्टेट्स २०१५ में शानदार २०१६ में  कपूर एंड सन्स ,उड़ता पंजाब,डियर जिंदगी,२०१७ में बद्रीनाथ की  दुल्हनियाँ आदि फिल्मों में काम किया है। फिल्म "मसान " से लोकप्रिय हुए अभिनेता विक्की कौशल ने लव शव ते चिकन खुराना, बॉम्बे वेलवेट, जुबान, रमन राघव आदि फिल्मों में अभिनय किया है।      

लेखक हरिंदर सिक्का के उपन्यास "कॉलिंग सहमत" पर आधारित फिल्म "राज़ी " सच्ची घटना से प्रेरित है। कहानी है एक आम कश्मीरी युवती सहमत (आलिया भट्ट ) की। सन १९७१ में सहमत के पिता हिदायत ( रजित कपूर ) सहमत की शादी पाकिस्तानी सेना के अधिकारी इक़बाल ( विकी कौशल ) से इसीलिये करते हैंं  जिससे वो पाकिस्तान जाकर भारत के लिए जासूसी करे और पाकिस्तान सेना की हर जानकारी भारत को देती रहे. पाकिस्तान भेजने से पहले सहमत को बाकयदा जासूसी की सारी ट्रेनिंग भी दी जाती है। जिससे वो पाकिस्तान में पकड़ी न सके और अपने काम को अच्छे से अंजाम दे सके।  

पाकिस्तान में रहते हुए अपने देश भारत के लिए जासूसी करते हुए सहमत को किन - किन परेशानियों से जूझना पड़ता है ? कैसे वो अपनी जान जोखिम में डाल कर भारत को सारी जानकारी मुहैया कराती है ? यही इस फिल्म में दिखाया गया है 

Sunday, May 6, 2018

सीरियल इश्क़ शुभान अल्लाह की शूटिंग श्रीनगर के हसीं वादियों में


अदनान ख़ान और ईशा सिंह जो ज़ारा का किरदार रहीं हैं , इन्होने १५ दिन श्रीनगर में शूटिंग की। निकाह के बाद हनीमून का सीन शूट करने पूरी यूनिट वहां गई। धीरज कुमार बताते है कि लोगों ने शूटिंग में बहुत मदद की। किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई। सीरियल की शूटिंग श्रीनगर ,पहलगाम और कई खूबसूरत लोकेशन पर गई है। यह  सीरियल ज़ी टीवी पर सोमवार से शुक्रवार रात १० बजे प्रसारित होता है। इस सीरियल का निर्माण क्रिएटिव आई लिमिटेड कर रही है। 

Friday, May 4, 2018

संदीप मारवाह को दादासाहेब फाल्के फिल्म फाउंडेशन पुरस्कार से सम्मानित

प्रसिद्ध फिल्म व टेलीविजन व्यक्तित्व संदीप मारवाह  को ५ विश्व रिकॉर्ड के साथसिनेमा में अपने बहुमूल्य योगदान के लिए मुंबई में चित्रकूट ग्राउंड्स पर सबसे प्रतिष्ठित दादासाहेब फाल्के फिल्म फाउंडेशन पुरस्कार से सम्मानित किया।
विश्व में सबसे तेज़ी से बढ़ रही नोएडा फिल्मसिटी के संदीप मारवा संस्थापक रहे हैं। यह १०० एकड़ का परिसर है, जिसमें ७५  एकड़ का आउटडोर, २५ एकड़ का इनडोर१६ स्टूडियो३५० चैनल्स १६२ देशों से २४ × प्रसारित किए जा रहे हैं१७००० मीडिया कर्मी फिल्मसिटी में काम कर रहे हैं और इसका प्रभाव यह है कि फिल्मसिटी में डेढ़ लाख लोग अपनी रोटी कमा रहे हैं।
उत्तर भारत के संदीप मारवाह  पहले प्रोफेशनली मारवाह  स्टूडियो के संस्थापक है और ५० से अधिक चैनलों के लिए ४५०० से अधिक टेलीविजन प्रोगाम, १५० फिचर फिल्में, ५००० ट्रेनिंग फिल्में और १९९१ से भारत में अधिकांश चैनलों के लिए कार्यक्रम बना रहे हैं।
एशियन एकेडमी ऑफ फिल्म एंड टेलीविज़न के संदीप मारवाह  संस्थापक डायरेक्टर है और यह देश का पहला प्राइवेट फिल्म स्कूल हैं और १९९३ से १२० देशों के १२००० मिडिया कर्मी को प्रशिक्षित किया है। अब एएएफटी दुनिया के पहले १० सर्वश्रेष्ठ फिल्म स्कूलों में से एक है।
विश्व में सबसे ज्यादा शॉर्ट फिल्मों के निर्माता संदीप मारवाह  हैं। उन्हें दस हजार से ज्यादा फिल्मों से १०० देशों में से २३०० शॉर्ट फिल्म्स शूट करने का मौका मिला। अधिकांश फिल्में सामाजिक मुद्दे, डाक्यूमेंट्ररीज और थीम-बेस फिक्शन पर आधारित थी।
संदीप मारवाह  ने एंटरटेन्टमेंट इंडस्ट्री के १० सर्वश्रेष्ठ फेस्टिवल डिजाइन किए है, जैसे ग्लोबल फिल्म फेस्टिवलग्लोबल फेस्टिवल ऑफ जर्नलिज्मग्लोबल लिटरेरी फेस्टिवलग्लोबल फैशन वीकएएएफटी फेस्टिवल ऑफ शॉर्ट डिजिटल फिल्म्स। उन्होंने फिल्म टूरिज्म को शब्दकोष में दिया है और अब तक नोएडा फिल्मसिटी में २ मिलियन लोगों को आकर्षित किया।
मारवाह  स्टूडियो के अध्यक्ष संदीप मारवाह 

ने कहा  कि इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के बाद मुझ में नई ऊर्जा जागृत हुई है और भारतीय सिनेमा के पिता के नाम का पुरस्कार मेरे लिए बहुत मायने रखता है।
अंतर्राष्ट्रीय चैंबर ऑफ मीडिया एंड एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के अध्यक्ष संदीप मारवा को अधिकांश फिल्ममेकर्स, टेलीविजन और मीडियों के लोगों ने बढाई दी।

कहानी -- हिंदी फिल्म -- १०२ नॉट ऑउट

हिंदी फिल्म -- १०२ नॉट ऑउट  

रिलीज़ ---  मई
बैनर --- एस पी  फिल्म्स इंडिया और ट्रीटॉप एंटरटेनमेन्ट
निर्माता --  ट्रीटॉप एंटरटेनमेन्टबेंचमार्क पिक्चर्स और सोनी पिक्चर्स एंटरटेनमेन्ट फिल्म्स इंडिया
निर्देशक -- उमेश शुक्ला
लेखिक --- सौम्या  जोशी
कलाकार --- अमिताभ बच्चनऋषि पूर,जिमित त्रिवेदी
संगीत -- सलीम सुलेमान
बैक ग्रॉउंड स्कोर -- जॉर्ज जोसेफ
आवाज़ -- अमिताभ बच्चनअरमान मलि,अरिजीत सिंहसोनू निगमजावे अली


सौम्या जोशी के लोकप्रिय गुजराती नाटक "१०२ नॉट ऑउट " पर आधारित है फिल्म "१०२ नॉट ऑउट"  अभिनेता , लेखक और निर्देशक उमे शुक्ला ने ढूँढ़ते रह जाओगे , ओह माय गॉडऑल इज वेल आदि फिल्मों को निर्देशित किया है. उमेश ने लोकप्रिय टी वी धारावाहिक "जुबान संभाल के " के साथ - साथ  यार गद्दारखिलाडियों का खिलाड़ीडोली सजा के रखनाकिसकी किसकी किस्मत के साथ अनेकों  गुजराती नाटकों में भी अभिनय किया है. अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर पूरे २६ साल बाद एक दूसरे के सा इस फिल्म में दिखाई देंगे।   इस फिल्म से पहले दोनों ने कभी कभीनसीब , अजूबा , अमर  अकबर एंथोनी और कुली आदि अनेकों में काम किया है.  अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर दोनों ही फिल्मों में सक्रिय हैं और अपने अभिनय से र्शकों को प्रभावित कर रहे हैं. थियेटरफिल्म और टी वी अभिनेता जिमित त्रिवेदी ने २००७ में आयी फिल्म "भूल भुलैया "  से हिंदी फिल्मों में अपनी शुरुआत की और गुजराती फिल्मों में २०१५ में "गुज्जु भाई " से।

एक पिता और पुत्र के प्यार   रिश्ते की कहानी है फिल्म "102 नॉ ऑउट " की. फिल्म की कहानी है दत्तात्रय वखारिया ( अमिताभ बच्चन ) की , जो कि  १०२ वर्ष के हैं और वो चाहते हैं कि  सबसे बड़ी उम्र के व्यक्ति का रिकॉर्ड वो ही बनायें. लेकिन उनकी एक समस्या है और वो है उनका ७५ वर्षीय बेटा बाबूलाल वखारिया ( ऋषि कपू ), जो हमेशा दुखी रहता है और उसका व्यवहार भी बहुत ही अजीब है दत्तात्रय वखारिया की कोशिश हैं कि उनका बेटा भी उनकी तरह खुशमिज़ाज बनें और मस्त होकर अपनी जिंदगी जीये। इसके लिये वो दिन रात नये - नये तरीके खोजते रहते हैं 


क्या  दत्तात्रय वखारिया अपना रिकॉर्ड बना पाते हैं ? क्या वो  अपने बेटे को खुश  मस्त मौला इंसान बना पाते हैं ? यही इस फिल् में दिखाया गया है।

मैदान ने क्यों कोई झंडे नहीं गाड़े समझ नहीं आया जबकि यह बेहतरीन फिल्म है

  कल  मैने प्राइम विडियो पर प्रसारित निर्देशक अमित रविंद्रनाथ शर्मा और अभिनेता अजय देवगन की फिल्म "मैदान" देखी। अजय देवगन की यह फि...