तमिल , तेलुगु और मलयालम फिल्मों की लोकप्रिय अभिनेत्री तापसी पन्नू इन दिनों खासी चर्चा में हैं क्योंकि कई वास्तविक घटनाओं पर आधारित उनकी फिल्म "पिंक " जल्दी ही रिलीज़ होने वाली है। इस फिल्म की चर्चा की वजह इसलिये भी है क्योंकि एक तो यह फिल्म वास्तविक घटना या यूं कहें दुर्घटना पर आधारित हैं ,जिसका सामना हर महिला की रोज़ मर्रा की जिंदगी में होता है। इसके अलावा इस फिल्म से शूजित सरकार और अमिताभ बच्चन जैसे बड़े नाम जुड़े हुए हैं। दिल्ली की रहने वाली तापसी इस फिल्म में भी दिल्ली में रहने वाली युवती का किरदार अभिनीत कर रही हैं। पेश हैं तापसी से हुई मुलाकात के कुछ अंश ---
पिंक का मतलब क्या है ? फिल्म का नाम "पिंक " रखने की कोई ख़ास वजह ? कहानी क्या है फिल्म की ?
"पिंक" मतलब शक्ति , साहस, प्यार , शुद्धता है मेरे हिसाब से और फिल्म का नाम भी यही सब सोच कर रखा है। कहानी है ३ लड़कियों की , जो कि अलग - अलग शहरों की हैं लेकिन दिल्ली में जॉब करती हैं और एक साथ ही एक घर में रहती हैं। लेकिन उन लड़कियों के साथ छेड़ छाड़ की दुर्घटना घटती है। फिर उनको जेल हो जाती है और फिर ऐसी परिस्थिति में वो कैसे खुद को निर्दोष साबित करती हैं। यही सब है फिल्म में।
कितना मुश्किल रहा इस तरह के संवेदन शील विषय पर शूटिंग के वक्त ?
मुश्किल तो बहुत रहा क्योंकि मैं खुद भी लड़की हूँ तो बहुत अच्छे से महसूस कर सकती हूँ कि जब सच में किसी लड़की के साथ इस तरह का हादसा होता है तो वो कैसा महसूस करती होगी।
आप भी दिल्ली की हैं तो कभी ऐसा कुछ आपके साथ घटा हो ?
न - न भगवान की कृपा है ऐसा कभी नही हुआ मेरे साथ, लेकिन मैंने दिल्ली की डी टी डी सी की बसों में सफर किया है और देखा है ऐसा आम तौर पर होता हैं भद्दे कमेंट्स और जबदस्ती लकड़ियों को छूते हुए देखा है।
बिग बी के साथ आपकी पहली फिल्म है तो बताइये कुछ कैसा रहा उनके साथ शूटिंग करते वक्त ?
बहुत अच्छा , शुरू में बहुत नर्वस फील होता था लेकिन बच्चन सर ने हम सबको कम्फर्ट फील कराया तो सब ठीक हो गया , वो हम लोगों को अपनी वैन में बुलाते थे और सब एक साथ बहुत मज़े करते थे और फिर बच्चन सर ऐसे हैं कि जिस भी उम्र के लोगों के साथ रहते हैं उसी उम्र के हो जाते हैं। मैं बहुत ही खुश हूँ कि मुझे ऐसे गंभीर विषय पर बच्चन सर के साथ काम करने का मौका मिला।
सुना है आप मणिपुर की सामाजिक कार्यकर्त्ता इरोम शर्मिला की बॉयोपिक पर बन रही फिल्म में काम कर रही हैं ?
नही,अभी तो मैंने स्क्रिप्ट पढ़ी नही है क्योंकि मैं अभी बिजी हूँ। फ्री होने पर पढ़ती हूँ फिर बताती हूँ क्योंकि इरोम शर्मीला जी जिस मुकाम पर हैं उनकी बॉयोपिक पर फिल्म करना मेरे लिए बहुत गर्व और जिम्मेदारी दोनों की बात है। तो मैं जल्दी में कुछ भी नही करुँगी।
दर्शक पिंक देखने क्यों जायें इस फिल्म में ऐसा क्या विशेष है ?
सभी के दिलों को छू लेने वाली फिल्म है यह ,आज समाज में जो कुछ भी घट रहा है उसकी एक तस्वीर है यह फिल्म ,ऐसी फिल्म अभी तक नही बनी है और न ही शायद भविष्य में बनेगी। हमने किसी तरह का कोई भी सन्देश देने की कोशिश नही की है. हमने यह भी नही दिखाया कि लड़के बुरे हैं और लड़कियाँ अच्छी हैं. हमने बस यह दिखाया है जब किसी लड़की के साथ इस तरह की दुर्घटना होती हैं तो उसे कैसी - कैसी समस्याओं से गुज़रना पड़ता है। पुलिस - कोर्ट में उसके साथ कैसा व्यवहार होता है।
आप बेबी - २ में भी काम कर रही हैं ? पहली फिल्म बेबी के बाद बेबी - २ में भी एक्शन करना कितना
मुश्किल है ?
मुश्किल है ?
बहुत मुश्किल , इस बार चोट ज्यादा लग रही है क्योंकि जहाँ पहली फिल्म में तो सिर्फ ५ - १० मिनट के एक्शन किये थे, लेकिन इस फिल्म तो मैंने ३ सप्ताह की आइकीडो और एम एम ए की मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग कर रही हूँ। यानि मेरी यह फिल्म अलग तरह की महिला एक्शन फिल्म होगी।
कोई कॉमेडी फिल्म नही कर रही ?
नही, लेकिन मुझे लगता है मुझे कॉमेडी फिल्म करनी चाहिये। लेकिन कोई मुझे ऑफर ही नही कर रहा।
आप ऋतिक की आप फ़ैन हैं उनके साथ कोई फिल्म ?
हाँ क्यों नही भाग दौड़ कर करूँगी लेकिन कोई फिल्म बनाये तो.
और दूसरी फ़िल्में
एक फिल्म "तड़का " कर रही हूँ। प्रकाश राज की यह फिल्म मलयालम ब्लॉक बस्टर फिल्म "साल्ट एन पैपर " की रिमेक है। इसमें नाना पाटेकर , श्रेया सरन , अली फज़ल हैं मेरे साथ। इसके अलावा "मखना " फिल्म है इसे मैं साकिब के साथ कर रही हूँ। बहुत प्यारी से प्रेम कहानी है. वाशु भगनानी के बैनर की फिल्म है.
इसमें तो आपने खूब नाच गाना किया होगा ?
नही, मुझे कोई भी नाच - गाने की फिल्म नही दे रहा । जबकि मुझे नाच गाने की फ़िल्में करना बहुत अच्छा लगता है. सबको यही लगने लगा है कि मैंने एक्शन और गंभीर फ़िल्में ही अच्छे से कर सकती हूँ.
कोई तमिल , तेलुगु फिल्म नही कर रही अभी ?
अभी बस मेरे पास "गाज़ी " नाम की फिल्म है जो हिंदी और तेलुगु में है । राना दुग्गुबती है मेरे साथ , सब मरीन फिल्म है १९७१ युद्ध के समय की कहानी है और मैं बाँग्ला देशी रिफ्यूजी बनी हूँ.
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