Wednesday, September 28, 2016

एम एस बिट्टा ,डॉ लोकेश मुनिजी ,मुकेश ऋषि ,योगेश कुमार ,श्री राजपूत ,हर्षवर्धन जोशी उरी में शहीद हुए १८ आर्मी ऑफिसर्स को श्रद्धांजलि देने आज़ाद मैदान के जय जवान आर्मी मेमोरियल आये।


२००० से ज़्यादा लोग आज़ाद मैदान  के जय जवान आर्मी मेमोरियल आये जहाँ सभी ने मिलकर उरी (जम्मू एंड कश्मीर ) में मारे गए १८ शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस इवेंट में वर्ल्ड पीस एम्बेसडर एंड अहिंसा विश्व भारती के फाउंडर डॉ लोकेश मुनिजी ,चेयरमैन ऑफ़ ऑल इंडिया एंटी टेररिस्ट फ्रंट एम एस बिट्टा ,फाउंडर ऑफ़ विश्व जैन परिषद् जैन आचार्य श्री सागरचंद्र सागर सुरीश्वरजी ,एक्टर मुकेश ऋषि ,हर्षवर्धन जोशी ,श्री राजपूत ,योगेश कुमार और कई जानेमाने लोग आये।  इस फंक्शन को ऑर्गेनाइज़ किया एस आर के फाउंडेशन और स्प्रेड द लव फाउंडेशन ने। डॉ लोकेश मुनिजी और जैन आचार्य श्री सागरचंद्र सागर सुरीश्वरजी ने मीडिया और लोगों के सामने ५ लाख रुपये मारे गए आर्मी अफसर के परिवार को देने की घोषणा की.इस फंक्शन में हर धर्म के गुरु ने हिस्सा लिया। एम एस बिट्टा ने कहा की ये डोनेशन दिल्ली के विज्ञानं भवन में दिया जायेगा। 

Monday, September 26, 2016

अन्ना हजारे की बायोपिक फिल्म का ट्रेलर हुआ रिलीज

अन्ना हजारे पर बनने वाली बायोपिक 'अन्नाकिसन बाबूराव हजारेके मेकर्स ने फिल्म का ट्रेलर जारी कर दिया हैफिल्म में किसानबाबूराव हजारे की जिंदगी की सारी सच्ची घटनाओं को दिखाया जाएगा.

 उन्हें जिंदगी में किन किन चीजों से प्रेरणा मिलीकिन किन लोगों ने उन्हें प्रभावित कियाये सारी घटनाएं हमें फिल्म में देखने कोमिलेंगीबाबूराव हजारे जब छोटे थे तो उनकी एक अलग विचारधारा थी और जिंदगी को लेकर उनके बहुत सारे प्रश्न थेबाबूराव को अपनी जिंदगी का मकसद उनकी जिंदगी में घट रही घटनाओं से समझ आता है.

शुरुआत में बाबूराव हजारे इंडियन आर्मी में ड्राइवर थेइसके बाद उन्होंने लोगों के हित के लिए काम करना शुरू कियावो लोगों को अपनेपैरों पर खड़ा होने के लिए प्रेरित करते थेउन्होंने अपनी बात मनवाने के लिए अनशन और श्रमदान का सहारा लियाबाद में कैसे वोअन्ना हजारे के रूप में उभरे और लोकपाल बिल के लिए दिल्ली के रामलीला मैदान में कैसे उन्होंने सरकार से लड़ाई कीये सारी चीजें फिल्म में बखूबी दर्शाने की कोशिश की गई है.

फिल्म का निर्माण राइज पिक्चर्स प्राइवेट लिमिटेड और निर्देशन शशांक उदापुरकर ने किया हैपहली बार निर्देशन कर रहे शशांक मराठी फिल्मों के जाने-माने अभिनेता हैंउन्होंने फिल्म में अन्ना हजारे का किरदार निभाने के साथ ही फिल्म के डायलॉग और स्क्रिप्ट भी 


लिखी है.

पदमश्री अनूप जलोटा ने रविन्द्र जैन की आखिरी दो एलबम चाहे राम भजो चाहे श्याम और जपले प्रभु का नाम लॉंच की

 एलबम  चाहे राम भजो चाहे श्याम रविन्द्र जैन की आखिरी एल्बम है जिसमे इन्होंने ना केवल गीत गाया है बल्कि भजन लिखे हैं और संगीत भी दिया है। ये एलबम  श्री राम और श्री कृष्णा को समर्पित है।  इस एलबम  में रविन्द्र जैन के अलावा तरन्नुम मलिक, पदमा जोगलेकर, सतीश देहरा, दीपमाला और मीनल जैन ने भजन गाये हैं। इस एलबम  को रिलीज़ किया अनूप जलोटा ,आयुष्मान ,दिव्या जैन और निर्मला जैन ने।

दूसरी एलबम  जपले प्रभु का नाम को लिखा है जानी - मानी लेखिका निर्मला जैन ने ,संगीत दिया था रविन्द्र जैन ने। इस एलबम  में रविन्द्र जैन के साथ तरन्नुम मलिक , पूनम राज, पियशि सेनगुप्ता, तृप्ति शाक्या और मेहक मोंगा ने भजन गाया है। इन दोनों एलबम  को आर जे सिरीज़ ने रिलीज़ किया है। इस कंपनी को रविन्द्र जैन और उनकी पत्नी दिव्या जैन ने कई साल पहले शुरू किया था। 
ये एल्बम यूट्यूब ,सावन ,गाना ,आई ट्यून्स पे उपलब्ध है। ज़्यादा जानकारी के लिए वेबसाइट  -www.ravindrajaingroup.com पर लॉग ऑन करें। 


Sunday, September 25, 2016

मदालसा शर्मा ने अपनी फिल्म दिल साला सनकी के रिलीज़ के पहले फोटो शूट कराया




मदालसा शर्मा जिन्होंने हिंदी, पंजाबी , तमिल, तेलगु ,कन्नड़ और जर्मन भाषा की फिल्मों में काम किया है ,इन्होंने आनेवाली हिंदी फिल्म दिल साला सनकी के रिलीज़ के पहले फोटो शूट कराया। मदालसा ने अपने बाल भी छोटे कर दिए हैं। दिल साला सनकी फिल्म में मदालसा के साथ जिमी शेरगिल ,योगेश कुमार ,शक्ति कपूर और अवतार गिल हैं। फिल्म इस शुक्रवार रिलीज़ हो गई है जिसका संगीत ज़ी म्यूजिक ने रिलीज़ किया है।

Tuesday, September 20, 2016

फराह खान ,साजिद खान और डेविड धवन ने जीत ज्ञान की किताब द थ्री वाइज मंकीज़ लांच की

कॉमेडी के महारथी निर्देशक फराह खान , साजिद खान और डेविड धवन ने जीत ज्ञान की किताब "द थ्री वाइज मंकीज़" को जुहू के सन एंड सैंड में लांच किया। जीत ज्ञान अपनी पहली किताब "द ३ यू टर्न्स ऑफ़ माय लाइफ" की सफलता के बाद अब नई किताब द थ्री वाइज मंकीज़ लेकर आये हैं। जीत ज्ञान पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं और दुबई में रहते हैं। जीत ज्ञान ने अपनी किताब के बारे में बताया कि इसमें मैंने बहुत  फनी कैरक्टर्स दिखाये है, पाठको पढ़कर बहुत ही मज़ा आएगा इस किताब को


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Thursday, September 15, 2016

बच्चन सर ऐसे हैं कि वो जिस भी उम्र के लोगों के साथ रहते हैं उसी उम्र के हो जाते हैं ---- तापसी पन्नू


तमिल , तेलुगु और  मलयालम फिल्मों की लोकप्रिय अभिनेत्री तापसी पन्नू इन दिनों खासी चर्चा में हैं क्योंकि कई वास्तविक घटनाओं पर आधारित उनकी फिल्म "पिंक " जल्दी ही रिलीज़ होने वाली है।  इस फिल्म की चर्चा की वजह इसलिये भी है क्योंकि एक तो यह फिल्म वास्तविक घटना या यूं कहें दुर्घटना पर आधारित हैं ,जिसका सामना हर महिला की  रोज़ मर्रा की  जिंदगी में होता है।   इसके अलावा इस फिल्म से शूजित सरकार और अमिताभ बच्चन जैसे बड़े नाम जुड़े हुए हैं। दिल्ली की रहने वाली तापसी इस फिल्म में भी दिल्ली में रहने वाली युवती का किरदार अभिनीत कर रही हैं। पेश हैं तापसी से हुई  मुलाकात के कुछ अंश --- 


पिंक का मतलब क्या है ? फिल्म का नाम "पिंक " रखने की कोई ख़ास वजह ? कहानी क्या है फिल्म की ?
"पिंक" मतलब शक्ति , साहस, प्यार , शुद्धता है मेरे हिसाब से और  फिल्म का नाम भी यही सब सोच कर रखा है। कहानी है ३ लड़कियों की , जो कि अलग - अलग शहरों की  हैं लेकिन दिल्ली में जॉब करती हैं और एक साथ ही एक घर में रहती हैं।  लेकिन उन लड़कियों के साथ छेड़ छाड़ की दुर्घटना घटती है। फिर उनको जेल हो जाती है और फिर ऐसी परिस्थिति में  वो कैसे खुद को निर्दोष साबित करती हैं। यही सब है फिल्म में। 

 कितना मुश्किल रहा इस तरह के संवेदन शील विषय पर शूटिंग के वक्त ? 
मुश्किल तो बहुत रहा क्योंकि मैं खुद भी लड़की हूँ तो बहुत अच्छे से महसूस कर सकती हूँ कि जब सच में किसी लड़की के साथ इस तरह का हादसा होता है तो वो कैसा महसूस करती होगी। 

आप भी दिल्ली की हैं तो कभी ऐसा कुछ आपके साथ घटा हो ?
न -  न भगवान की कृपा है ऐसा कभी नही हुआ मेरे साथ, लेकिन मैंने दिल्ली की डी टी डी सी की बसों में सफर किया है और देखा है ऐसा आम तौर पर होता हैं भद्दे कमेंट्स और जबदस्ती लकड़ियों को छूते हुए देखा है। 

 बिग बी के साथ आपकी पहली फिल्म है तो बताइये कुछ कैसा रहा उनके साथ शूटिंग करते वक्त ? 
बहुत अच्छा ,  शुरू में  बहुत नर्वस फील होता था लेकिन  बच्चन सर ने हम सबको कम्फर्ट फील कराया तो सब ठीक हो गया , वो हम लोगों  को अपनी वैन में बुलाते  थे और सब एक साथ बहुत मज़े करते थे और फिर बच्चन सर ऐसे हैं कि जिस भी उम्र के लोगों के साथ रहते हैं उसी उम्र के हो जाते हैं। मैं बहुत ही खुश हूँ कि मुझे ऐसे गंभीर विषय पर बच्चन सर के साथ काम करने का मौका मिला। 

सुना है आप मणिपुर की सामाजिक कार्यकर्त्ता  इरोम शर्मिला की बॉयोपिक पर बन रही फिल्म में काम कर रही हैं ?
नही,अभी तो मैंने स्क्रिप्ट पढ़ी नही है क्योंकि मैं अभी  बिजी हूँ।  फ्री होने पर पढ़ती हूँ फिर बताती हूँ क्योंकि इरोम शर्मीला जी जिस मुकाम पर हैं उनकी बॉयोपिक पर फिल्म करना मेरे लिए बहुत गर्व और जिम्मेदारी दोनों की बात है। तो मैं जल्दी में कुछ भी नही करुँगी।  
  
दर्शक पिंक देखने क्यों जायें इस फिल्म में ऐसा क्या विशेष है ?
 सभी के दिलों को छू लेने वाली फिल्म है यह ,आज समाज में जो कुछ भी घट रहा है उसकी एक तस्वीर है यह फिल्म ,ऐसी फिल्म अभी तक नही बनी है और न ही शायद भविष्य में बनेगी। हमने किसी तरह का कोई भी सन्देश देने की कोशिश नही की है. हमने यह भी नही दिखाया कि लड़के बुरे हैं और लड़कियाँ अच्छी हैं. हमने बस यह दिखाया है जब किसी लड़की के साथ इस तरह की दुर्घटना होती  हैं तो उसे कैसी - कैसी समस्याओं से गुज़रना पड़ता है।  पुलिस - कोर्ट में उसके साथ कैसा व्यवहार होता है। 

आप बेबी - २ में भी काम कर रही हैं ? पहली फिल्म बेबी के बाद  बेबी - २  में भी  एक्शन करना कितना

मुश्किल है  ?
बहुत मुश्किल , इस बार चोट ज्यादा लग रही है क्योंकि  जहाँ पहली फिल्म में तो सिर्फ ५ - १० मिनट के एक्शन किये थे, लेकिन इस फिल्म तो मैंने ३ सप्ताह की आइकीडो और एम एम ए  की मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग कर रही हूँ। यानि मेरी यह फिल्म अलग तरह की महिला एक्शन फिल्म होगी। 
  
कोई कॉमेडी फिल्म नही कर रही ?
नही, लेकिन मुझे लगता है मुझे कॉमेडी फिल्म करनी चाहिये। लेकिन कोई मुझे ऑफर ही नही कर रहा।  

आप ऋतिक की आप फ़ैन हैं उनके साथ कोई फिल्म ?
हाँ क्यों नही भाग दौड़ कर करूँगी लेकिन कोई फिल्म बनाये तो. 
 
और दूसरी फ़िल्में 
एक फिल्म "तड़का " कर रही हूँ।  प्रकाश राज की यह फिल्म मलयालम ब्लॉक बस्टर  फिल्म "साल्ट एन पैपर "  की रिमेक है।  इसमें नाना पाटेकर , श्रेया सरन , अली फज़ल हैं मेरे साथ।  इसके अलावा "मखना "  फिल्म है इसे मैं साकिब के साथ कर रही हूँ।  बहुत प्यारी से प्रेम कहानी है. वाशु भगनानी के बैनर की फिल्म है.

इसमें तो आपने  खूब नाच गाना किया होगा ?
नही, मुझे कोई भी नाच - गाने की फिल्म नही दे रहा । जबकि मुझे नाच गाने की फ़िल्में करना बहुत अच्छा लगता है. सबको यही लगने लगा है कि मैंने एक्शन और गंभीर फ़िल्में ही अच्छे से कर सकती  हूँ.    

कोई तमिल , तेलुगु फिल्म नही कर रही अभी ?
अभी बस मेरे पास "गाज़ी " नाम की फिल्म है जो हिंदी और तेलुगु में है । राना दुग्गुबती है मेरे साथ , सब मरीन फिल्म है १९७१ युद्ध के समय की कहानी है  और मैं बाँग्ला देशी रिफ्यूजी बनी हूँ.

Tuesday, September 13, 2016

मदालसा शर्मा ,योगेश कुमार ,एकता जैन ,संचिति संकट ,रियाज़ गांगजी और सुनील पाल ने अँधेरी चा राजा का आशीर्वाद लिया


निर्माता निर्देशक सुशीकैलाश अपने एक्टर मदालसा शर्मा और योगेश कुमार को लेकर अपनी फिल्म दिल साला सनकी को प्रमोट करने और आशीर्वाद लेने अँधेरी चा राजा आये। वहीँ डिज़ाइनर रियाज़ और रेशमा गांगजी शो में जाने के पहले दर्शन करने आये। संचिति संकट ने अपने नए एलबम  लव हुआ का गीत गाया और  सुनील पाल और एकता जैन ने बाप्पा के दर्शन लिए और मूषक से अपनी मन की बात कही।

Monday, September 12, 2016

नवाज़ के प्रशंसक हैं तो आप देख सकते हैं फिल्म "फ्रीके अली "

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पिछले सप्ताह दो फ़िल्में रिलीज़ हुईं जिसमें से एक थी फ्रीके अली और दूसरी थी "बार - बार देखो" दोनों ही फ़िल्में टिकट खिड़की पर बुरी तरह प्लॉप हो गयी। फिल्म ' बार बार देखो " के बारें में तो यह भी कहा गया कि बोर बोर देखो या एक बार भी मत देखो। लगता है कैटरीना का दाना पानी फ़िल्मी दुनिया से अब उठ गया है।  अब दर्शक सपाट चेहरे की इस हीरोईन की फ़िल्में पसन्द नही कर रहे हैं आखिर कब तक सिर्फ कैटरीना की ख़ूबसूरती देखें। 

   दूसरी फिल्म " फ्रीके अली"  सोहेल खान प्रोडक्शन की फिल्म है। "हैप्पी गिलमोर " पर आधारित इस फिल्म की की कहानी लिखी है खुद सोहेल और राज शांडिल्य ने , निर्देशन भी सोहेल का।  जितने बजट की यह फिल्म नही होगी उससे ज्यादा पैसे तो फिल्म की पब्लिसिटी में लगा  दिए होंगे। गोल्फ के  खेल पर आधारित इस फिल्म की कहानी नयी नही है और न ही संवाद नये है। अरबाज खान आज कल हर फिल्म में भाई ही बन रहे हैं क्या बात है ? लेकिन बेचारे भाई जैसे गुंडे वो लगते ही नही क्या करें ? 

नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी मुख्य भूमिका में हैं।  एक चड्डी बेचने वाला अली कैसे नंबर वन गोल्फ का खिलाड़ी यानि गोल्फ का सचिन बन जाता है और फिर कैसे गोल्फ का खिलाड़ी जस अरोरा जो कि पिछले ५ सालों से गोल्फ का चैम्पियन है अली की राह में रोड़े  बिछाता है ? 

अगर आप नवाज़ के प्रशंसक हैं तो आप देख सकते हैं फिल्म ? हालांकि कुछ लीक - पोल हैं फिल्म , फिर भी सोहेल खान की पिछली फिल्मों से बेहतर है यह फिल्म। 

Sunday, September 11, 2016

गायक और संगीतकार संदीप बत्रा ,गीतकार तनवीर ग़ाज़ी ,मोंटी शर्मा ,निर्देशक योगेश पगारे की हिंदी फिल्म एक था हीरो के ऑडियो रिलीज़ पर आये





गायक संदीप बत्रा जो फेम गुरुकुल म्यूजिकल शो में टॉप फाइनलिस्ट रहे थे , इन्होंने एक था हीरो फिल्म के ऑडियो रिलीज़ फंक्शन में  लाइव परफॉर्म किया। संदीप ने फिल्म का प्रमोशनल सांग आतिश गाया जिसे जाने - माने गीतकार तनवीर ग़ाज़ी ने लिखा है और जिसका संगीत खुद संदीप बत्रा ने दिया है। संदीप ने इस फिल्म में दो गाने गाये हैं मोंटी शर्मा के लिए। गीतकार तनवीर ग़ाज़ी ने आने वाली अमिताभ बच्चन की फिल्म पिंक के लिए भी गीत लिखे हैं। आयुष खेडेकर एक था हीरो में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं।

श्री राजपूत ,संचिति संकट ,एकता जैन और हर्षवर्धन जोशी गणपति बप्पा का आशिर्वाद लेने कई पंडाल गये



 मॉडल -एक्ट्रेस श्री राजपूत, गायिका संचिति संकट, एक्टर एकता जैन और हर्षवर्धन जोशी अलग - अलग गणपति पंडाल जाकर बप्पा का आशिर्वाद लिया। संचिति ने अपने नए एल्बम लव हुआ का गीत बप्पा का आशीर्वाद लेकर गाया। श्री राजपूत और हर्षवर्धन जोशी पहली बार मुम्बई में गणपति पंडाल में आये थे। बाद में ये सभी लोग आर जे दिलीप से मिलने बिग एफ एम स्टूडियो गए। परेल के गणेश गली , जी एस बी मंडल किंग सर्कल गये । 

Saturday, September 10, 2016

बड़े परदे पर चमकेगा अब विज्ञापन जगत का सितारा - हर्ष नागर

13 साल से 30 साल। फिल्म ‘लव डे’ की कहानी में 17 और असल ज़िंदगी में कॅरियर के सात साल की दिलचस्प यात्रा। दोस्ताना रिश्ते और रीयल से रील तक आते-आते अभिनेता हर्ष नागर के उतार-चढ़ाव और किस्मत के मिले-जुले रूप की अनोखी कहानी, जो किसी रोमांच से कम नहीं है। हर्ष का स्टारडम अपनी जगह कायम है। आखिर क्यों न हो! विज्ञापन की दुनिया में तो उन्होंने रणबीर कपूर, पुलकित सम्राट और सोनम कपूर जैसे स्टार्स के साथ काम करके स्टारडम की ऊंचाइयां देख ली हैं, पर रूपहले परदे की बुलंदी छूने का इंतज़ार है। फिल्म ‘लव डे’ रातों-रात उनकी तकदीर की तस्वीर बदल सकती है। सितारे बुलंद हों, तो अभिनय पर की गई मेहनत रंगत दिखा ही देती है। फिल्म ‘लव डे’ के तीन दोस्तों के बीच उनका किरदार हैरी अलग नज़र आता है। वह एक्शन नहीं, रिएक्शन देता है। नॉर्मल लाइफ जीने में ही उसे मज़ा आता है। वह मोंटी की तरह थोड़ा नेगेटिव नहीं है और न ही सैंडी की तरह कन्फ्यूज्ड रहता है। वह कुछ अलग हटकर है इसलिए ऐसे शख्स ही दुनिया को खास नज़र आते हैं। यह तो फिल्म देखकर ही तय होगा कि हर्ष दर्शकों के चेहरे पर कितना हर्ष या खुशी लाते हैं, पर फिल्म के प्रोमो में साफ दिखता है कि लड़के में दम है इसलिए तो सात साल के भीतर 50 से भी ज्यादा विज्ञापन फिल्में कर डालना चौंकाने वाली उपलब्धि से कम नही। 
     राजकुमार हिरानी से प्रेरित हैं निर्देशक हरीश कोटियान और संदीप चौधरी । इसलिए  रोते-रोते हंसाना और हंसते-हंसते रूला देना उनके ही निर्देशन का करिश्माई पहलू है, जिसे हर्ष अभिनय में भी आज़माना चाहते हैं। उन्हें उम्मीद है कि जब विज्ञापन जगत ने उनके दमखम को स्वीकार किया, तो फिल्म जगत भला क्यों बेरूखी दिखाएगा। टीनेजर्स लाइफ में ही उन्हें फिल्म ‘प्यार में कभी-कभी’ का स्टार्ट टू फिनिश कैरेक्टर मिल गया था, पर कभी-कभी परिस्थितियां ऐसी बन जाती हैं कि अच्छा किरदार भी अच्छे दिन नहीं दिखा पाता। लेकिन हर बार तो ऐसा नहीं होगा। ‘लव डे’ में उनका किरदार इस बार दर्शकों का दिल जीतने आया है। उन्हें यह मैसेज या संदेश देने कि दोस्ती है तो उसे निभाना भी सीखो। झूठ की दोस्ती लंबे समय तक नहीं चलती। भले ही ‘लव डे’ के तीन दोस्त अलग-अलग विचारों के हैं, पर उन्हें प्यार ने एक सूत्र में बांध रखा है और यह फिल्म भी उसी तरह दर्शकों को बांधने का दम रख
ती है। बस, इंतज़ार खत्म होने वाला है।

मैंने बस "पीकू " देखी है --- एंड्रिया तारियांग

पहली हिंदी फिल्म वो भी अमिताभ बच्चन के साथ क्या किस्मत है पायी है शिलाँग की एंड्रिया तारियांग ने। एंड्रिया एक गायिका हैं साथ में गिटार भी बहुत अच्छा बजाती हैं।  एंड्रिया के पिता रूडी वल्लांग भी संगीत से जुड़े हुए हैं अपने पिता की तरह एंड्रिया भी अपने बैंड "लैवेंडर ग्रूव " के साथ परफॉर्म करती हैं अक्सर फिल्म "पिंक " में भी जब उन्हें थोड़ा भी समय मिलता था गिटार बजाती थी. एंड्रिया ने बताया कि "सभी मेरे संगीत को पसन्द करते थे और बच्चन सर भी आकर अपने फ़ोन से ड्रम बजाने लगते थे अपने फोन के ऍप से। "

एंड्रिया को  फिल्म "पिंक" कैसे मिली यह पूछने पर वो  बताती हैं ," कि मैंने और मेरी बहन दोनों ने ऑडिशन ने दिए थे इस फिल्म के , लेकिन मैं भूल गयी ऑडिशन देकर और अपने काम में बिजी हो गयी यह सोच कर कुछ होने तो वाला है नही क्योंकि यह हिंदी फिल्म है और मुझे हिंदी बिलकुल भी नही आती, बोलनी तो क्या समझ में भी बहुत कम आती है. लेकिन मैं चुन ली गयी। "

पहली ही हिंदी फिल्म और वो भी बिग बी के साथ क्या कभी सोचा था ? " नही कभी भी नही , मैं तो हिंदी फ़िल्में भी नही देखती और यहाँ काम वो भी बच्चन सर के साथ। " आप हिंदी फ़िल्में भी नही देखती तो क्या पिंक फिल्म करने से पहले पता था कि  बच्चन सर कौन हैं और हिंदी फिल्मों में उनका क्या मुकाम है ? "उन्हें कौन नही जानता वो लेजेंड हैं "

आपने कोई हिंदी देखी है बच्चन सर की ? "हाँ बस पीकू देखी है " . हिंदी भी नही आती तो कैसे फिल्म में काम किया ? मैं जो असली जिंदगी में हूँ वही मेरा किरदार है फिल्म में ,तो ज्यादा मुश्किलें नही आयी स्क्रिप्ट तो अंग्रेजी में ही होती है और फीलिंग्स की बात है तो महिलाओं की कहानी है इस फिल्म में , किसी भी जगह की महिला हो सब की फीलिंग एक सी ही होती है.

"पिंक " क्या है आप क्या सोचती हैं ? पिंक मतलब -- शक्ति , साहस , प्यार और शुद्धता। 

लव डे -- प्यार का दिन --- ३ दोस्तों के बीच प्यार और रिश्तों की कहानी

लव डे -- प्यार का दिन  - फिल्म के नाम से लगता है ऐसा लगता है कि हीरो - हीरोइन के बीच की कोई प्यारी सी रोमांटिक प्रेम कहानी होगी फिल्म में, लेकिन यह फिल्म रोमान्स की नही बल्कि ३ दोस्तों के बीच प्यार और रिश्तों की कहानी है जिसे आधुनिक भाषा में ब्रोमांस कहते हैं यानि पुरुषों के बीच अच्छे रिश्ते न - न गलत दिशा में मत भटकिये। साफ़ - सुथरी बचपन की दोस्ती जो बड़े होने पर भी नही बदलती और  हर सुख - दुःख में हमेशा एक दूसरे का साथ निभाती है । 

मुझे समझ नही आ रहा निर्माता - निर्देशक ने फिल्म का नाम लव डे -- प्यार का दिन  क्यों रखा होगा ? खैर क्यों अपना दिमाग ज्यादा चलाना।  निर्देशक है हरीश कोटियान और संदीप चौधरी , निर्माता हैं बलदेव सिंह बेदी।  तीन दोस्त हैं -- हर्ष नागर ,साहिल आनंद और एजाज खान। २३ सितंबर को
रिलीज़ हो रही है यह फिल्म। 

फिल्म "पिंक " का निर्देशक कौन ?


अगले सप्ताह रिलीज़ हो रही है बहुचर्चित फिल्म "पिंक " . महिलाओं को जिस तरह से अपने रोज़मर्रा के जीवन में छेड़ छाड़ की दुर्घटना से दो - चार होना पड़ता है उसी पर आधारित है यह फिल्म।  फिल्म चर्चित तो बहुत है क्योंकि एक तो इसका विषय ही ऐसा है उस पर फिल्म के निर्माता है शूजित सरकार , जी हाँ वही जिन्होंने यहाँ , विकी डोनर , मद्रास कैफे और पीकू जैसी फ़िल्में बनायीं हैं। 

बिग बी जैसे अभिनेता भी इस फिल्म में हैं तो चर्चा तो होनी ही चाहिये लेकिन बस फिल्म के निर्देशक का कहीं पता नही चल रहा कि कौन है और कहाँ है ? क्योंकि बस फिल्म के ट्रेलर रिलीज़ पर वो दिखाई दिये लेकिन वहाँ भी उन्हें कुछ भी बोलने का मौका नही दिया शूजित सरकार ने।  फिल्म के दूसरी निर्मात्री रश्मि शर्मा भी बोली फिल्म के सभी कलाकारों के साथ लेकिन बस निर्देशक अनिरुद्ध रॉय चौधरी कुछ भी नही बोले। फिल्म से जुडी किसी भी घटना के बारें में जब किसी ने कुछ पूछा भी तो उसका जवाब शूजित सरकार ने ही दिया। यही ख़ामियाजा भुगतना पड़ता है जब लोकप्रिय निर्देशक फिल्म का निर्माता बनता है वो खुद ही सब बोलता है और नये निर्देशक को बोलने का मौका नही देता। 

ऐसा ही कुछ हुआ था अमिताभ बच्चन की फिल्म "TE3N " में भी , क्योंकि इस फिल्म के निर्माता भी थे सुजॉय घोष , जिन्होंने "कहानी " जैसी फिल्म बनायी थी वो भी निर्देशक रिभुदास गुप्ता के साथ हर जगह नज़र आते थे लेकिन रिभुदास को बोलने का मौका तो मिलता था लेकिन यहाँ तो बेचारे निर्देशक अनिरुद्ध रॉय चौधरी कहीं भी नज़र नही आये।  हर जगह बिग बी के साथ शूजित ही शूजित हैं।  

समझ ही नही आ रहा की निर्देशक आखिर 


Thursday, September 1, 2016

ब्राईट के योगेश लखानी ने वरुण धवन की सेल्फ़ी


ब्राईट के योगेश लखानी जिन्होंने वरुण धवन के साथ फिल्म "दिलवाले" में एक छोटा सा किरदार किया था वो हाल में हुए एक इवेंट में वरुण से मिले जहाँ योगेश ने वरुण के साथ सेल्फी ली। 

मैदान ने क्यों कोई झंडे नहीं गाड़े समझ नहीं आया जबकि यह बेहतरीन फिल्म है

  कल  मैने प्राइम विडियो पर प्रसारित निर्देशक अमित रविंद्रनाथ शर्मा और अभिनेता अजय देवगन की फिल्म "मैदान" देखी। अजय देवगन की यह फि...