सोनीपत के कुंडली स्थित (निफ्टम) राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी उद्यमिता एवं प्रबंधन संस्थान में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया। प्रो.अजय कुमार सूद, प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर, भारत सरकार ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया.
भारत समेत 12 विभिन्न देशों के राजदूत, उच्चायुक्त और प्रतिष्ठित संस्थानों के कुलपति, वैज्ञानिक, और प्रमुख शामिल हुए.
निफ्टम के निदेशक डॉक्टर हरिंदर सिंह ओबराय ने इस अवसर पर कहा देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी मोटे अनाज को बढ़ावा देने के साथ किसानों की आय को दोगुना करने व सफल उद्यमी के तौर पर आगे बढ़ने का सराहनीय प्रयास कर रहे हैं। यह उन्हीं की कोशिश है जो मिल्लेट यानि मोटे अनाज को देश विदेश में इतना बढ़ावा मिला है
प्रो अजय कुमार सूद ने बताया हाल में ही जी 20 सम्मेलन में भी 220 से ज्यादा मीटिंग हुई थी और सभी मीटिंग में श्रीअन्न का भोजन मेहमानों को परोसा गया, जिसकी खूब सराहना हुई । उन्होंने कहा है कि इससे किसान से लेकर उद्यमियों को अंतराष्ट्रीय बाजार मिल रहा है ।
डॉक्टर त्रिलोचन महापात्रा चेयरमैन पीपीवीएफआरए ने कहा कि देश में मोटे अनाज के प्रयोग से कुपोषण से बचा जा सकता है क्योंकि इसकी न्यूट्रीशन वैल्यू बहुत अधिक होती है।
उन्होंने कहा है जलवायु परिवर्तन के चलते आम फसलों के लिए जितना पानी चाहिए उतना पानी उपलब्ध नहीं हो पाता जबकि मोटे अनाज को पैदा करने के लिए कम पानी की आवश्यकता होती है।
निफ्टम में आधुनिक टेक्नोलॉजी के माध्यम से ट्रेनिंग दी जा रही है। यहां से प्रशिक्षित उद्यमी अपने प्रोडक्ट तैयार करके बाजार में बेच रहे हैं। उन्हें ब्रांड प्रमोशन से लेकर बेचने तक निफ्टम मदद करता है।
कार्यक्रम के समापन समारोह में
केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस मुख्य अतिथि ने आयोजन की सराहना करते हुए बताया कि 3 से 5 नवम्बर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रगति मैदान में मोटे अनाज को लेकर विशाल उत्सव मनाया जाएगा जिसमें प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को आमंत्रित किया जाएगा।
इस अवसर पर उत्कृष्ट कार्यों के लिए .. विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया गया।
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