Monday, November 27, 2017

भावेश बालचंदानी सर ब्रूस ली की ७७वां बर्थ एनिवर्सरी


चिता यजनेश शेट्टी ने हर साल की तरह इस साल भी स

र ब्रूस ली का ७७वां बर्थ एनिवर्सरी अँधेरी के सेलिब्रेशन क्लब में मनाया जहाँ फिल्म और टीवी जगत से जुड़े मेहमानों को आमंत्रित किया। इस इवेंट में २० राज्य के बच्चों ने हिस्सा लिया। चिता यजनेश ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के तहत अभी तक हज़ारों बच्चियों को सेल्फ डिफेन्स सिखाया है। इस साल इस इवेंट में महाअक्षय ,नीतू चंद्रा ,रागिनी खन्ना ,एकता जैन ,अरिष्फा खान ,भावेश बालचंदानी, जिम्नेजियम फेडरेशन के वाईस प्रेसिडेंट रियाज़ भाटी ,अलका पॉल ,अलीना बेनेजारु ,लकी स्ट्रिंग ,ट्रेवल लीजेंड के आदित्य और इमरान शेख आये। इवेंट में महाअक्षय ,रागिनी खन्ना ,नीतू चंद्रा ,भावेश और अरिष्फा ने चिता यजनेश शेट्टी के साथ लाइव एक्शन करके मीडिया को दिखाया। नीतू चंद्रा ने बताया कि

वो स्पोर्ट्स के किसी भी इवेंट में जहाँ तक हो सके वो ज़रूर आती हैं और यजनेश सर के लिए और ब्रूस ली सर  के लिए तो मुझे आना ही था। 

कोटद्वार, लैंसडौन , देहरादून होती हुई फिल्म "राजू बजरंगी " चली अब ऋषिकेश , बिजनौर और धामपुर

२९ सितंबर को उत्तराखंड में रिलीज़ हुई फिल्म "राजू बजरंगी" अभी भी सिनेमा घरों में दर्शकों को ध्यान खींचने में कामयाबी हासिल कर रही है। सिद्धबली प्रोडक्शन के बैनर में निर्मित फिल्म "राजू बजरंगी " कोटद्वार, लैंसडौन , देहरादून होती हुई अब ऋषिकेश, बिजनौर और धामपुर के सिनेमा घरों में रिलीज़ होने जा रही है।

अपने पिता को जीवित करने की प्रार्थना को लेकर छोटे बच्चे राजू और बजरंगी यानि हनुमान जी के बीच होने वाली तनातनी को लेकर बनाई गयी यह भावुक फिल्म को उत्तराखंड में टैक्स फ्री भी
है। फिल्म "राजू  बजरंगी " को  सभी उम्र के दर्शक पसंद हैं।  क्या बच्चे, क्या बुजुर्ग सभी इस फिल्म को जी भर कर सराहा रहे हैं. 

दिसम्बर के प्रथम सप्ताह में ऋषिकेश में रिलीज़ हो रही इस फिल्म का उद्घाटन परमार्थ निकेतन आश्रम के पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती करेगें। देहरादून में इस फिल्म को दून इंटरनेशनल स्कूल , हिल फाउंडेशन, आर्यन स्कूल एवं एशियन स्कूल ,सहसपुर ब्लाॅक के राजकीय माध्यमिक इंटर कालेज के बच्चों एवं जैन समाज से जुड़े लोगों ने फिल्म को देखा, आनंद उठाया और वहाँ उपस्थित फिल्म "राजू बजरंगी " के निर्माता  शिवनारायण सिंह रावत से भी मिले। बच्चों ने फिल्म की प्रशंसा की, बजरंगी यानि शिवनारायण सिंह रावत  से ऑटोग्राफ लिये और फोटोग्राफ भी खिंचवायें। 

 देहरादून में  फिल्म देखने पहुंचे जैन समाज के पदाधिकारी सोहन लाल गुप्ता ने कहा कि फिल्म के माध्यम से एक साथ कई संदेश देने की कोशिश की गई है। उन्होंने कहा कि जहां आज के दौर में कमर्शियल फिल्में ही बन रही है ऐसे में इस तरह की धार्मिक फिल्म बनाना आपने आप में काबिले तारीफ है । उन्होंने कहा कि वे इस फिल्म को अपने प्रयासों से माॅल में भी प्रदर्शित करवाने की कोशिश  करेगें।  जिससे और दर्शक भी इस फिल्म देखें और शिक्षा भी ग्रहण करें। 
  

Thursday, November 9, 2017

गायिका अन्वेशा को एलबम ‘लफ्ज उनके’ का वर्ल्ड बेस्ट गाना ‘कुछ बातें’ के लिए ‘अकादमी एवार्ड यूएसए’ से सम्मानित किया गया



बॉलीवुड की गायिका अन्वेशा, जो फिल्म रांझना  (2013) में 'बनारसीया' के अपने मधुर प्रस्तुतीकरण के लिए जानी जाती हैं, वह अपने नवीनतम इंडिपॉप एलबम  'लफ्ज़ उनके' का गीत 'कुछ बातें' के लिए पुरस्कार मिलने के बाद उत्साहित हैं। वह कहती है, "मेरे गीत को 'वर्ल्ड बीट' श्रेणी में नामांकित किया गया था और इसे 'अकादमी एवार्ड' यूएसए के विजेता घोषित किया गया था।


अन्वेशा, जो अब सिर्फ २३ साल की है और इसने चार साल की उम्र में हिंदुस्तानी क्लासिकल (वोकल) गुरु श्री जयंत सरकार से औपचारिक प्रशिक्षण शुरू किया था और वरिष्ठ पंडित अजोय चक्रवर्ती (पटियाला घर) ने इससे ३२० फिल्मों में करीबन ३५० गीत अलग-अलग भाषाओं में गंवाए है।



अन्वेशा ने कई फिल्मों के लिए गीत गाए है, जैसे ‘गोलमाल रिटर्न’ - संगीत निर्देशक प्रीतम, ‘आय एम २४’ – जतिन पंडित, ‘डेन्जरस इश्क’ – हिमेश रेशमिया, ‘लव यू सोनियो’ – विपिन पटवा, ‘रांझना’ – ए आर रहमान,’रावडी राठोड’ (बैकग्राउड वोकल्स), ‘कांची’ – इस्माइल दरबार’ (ड्यूट सोनू निगम के साथ), ‘रिवॉल्वर रानी’ – संजीव श्रीवास्तव, ‘गुरु दक्षिणा’ – इस्माइल दरबार, ‘द एक्सपोज’ और ‘प्रेम रतन धन पायो’ – हिमेश रेशमिया व ‘दो लफ्जों की कहानी – बबली हक्क।



उनकी आगामी फिल्मों में 'जस्ट टिगडम' – इस्माइल दरबार, ‘सुपारीनामा’-कौशल महावीर, एक अनटाइटल फिल्म – अवीशेक, ‘निया’ - शंकर-एहसान-लॉय (अरीजीत सिंह के साथ युगल) और 'द फाइनल एन्काउंटर' (शान के साथ युगल)।अन्वेशा ने मराठी, गुजराती, तमिल, मलयालम, तेलुगू, कन्नड़, नेपाली, भोजपुरी, पंजाबी और राजस्थानी फिल्मों के लिए गाया है।



अन्वेशा ने दुनिया भर में अमेरिका, न्यूजीलैंड, बांग्लादेश (ढाका), यूएई,कतार कनाडा, यूके, ओमान और थाईलैंड सहित विभिन्न देशों में बड़े पैमाने पर दौरा किया और प्रदर्शन किया है और स्टार परिवार एवॉर्ड - २०१०, टेली सम्मान एवॉर्ड २०१० – बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगर (टाइटल गीत – ईटीवी बांगला), सिंगर ऑफ द सीरिज एवॉर्ड – म्यूजिक का महा मुकाबला २०१० (स्टार प्लस), बिग म्यूजिक एवॉर्ड -२००९ (९२.७ बिग एफ) – मोस्ट प्रोमिसिंग यंग टैलेंट, राइजिंग स्टार एवॉर्ड -२०११ (९२.७ एफएम), टेली सिने एवॉर्ड २०११ -  बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगर (फिल्म) बंगाली, मिर्ची म्यूजिक एवॉर्ड (ईस्ट) २०१३ और फिल्मफेयर एवॉर्ड (ईस्ट) २०१३ – बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगर सहित कई पुरस्कार जीते हैं।




हिंदी फिल्म --- करीब करीब सिंगल

Image result for qareeb qareeb singleहिंदी फिल्म --- करीब करीब सिंगल 
रिलीज़ --- १० नवम्बर 
बैनर --- ज़ी स्टूडियोज  
निर्माता --- ज़ी स्टूडियोज और जार पिक्चर्स 
निर्देशन -- तनुजा चन्द्रा 
लेखक --- कामना चन्द्रा 
स्क्रीन प्ले --- तनुजा चन्द्रा और ग़ज़ल धालीवाल 
कलाकार -- इरफ़ान खान, पार्वती और बिजेंद्र काला। 
संगीत ---अनु मलिक, रोचक कोहली, विशाल मिश्रा  
गीतकार -- हुसैन ह्रदय और राज शेखर 
गायक और गायिका -- पापोन, नूरा सिस्टर्स, विशाल मिश्रा और आतिफ़ असलम। 

लेखिका और निर्देशिका तनुजा चन्द्रा ने कई टी वी धारावाहिकों का निर्देशन किया है साथ ही  तमन्ना, दिल तो पागल है, ज़ख्म आदि फिल्मों को तनुजा ने लिखा भी है. १९९८ में तनुजा की पहली निर्देशित फिल्म आयी "दुश्मन " . इसके बाद १९९९ में "संघर्ष", २००१ में "ये जिंदगी का सफर",२००२ में "सुर - मेलोडी ऑफ़ लाइफ" ,२००५ में "फिल्म स्टार" , २००६ में "जिंदगी रॉक्स",२००८ में "होप एंड ए लिटिल शुगर" आदि फिल्मों का निर्देशन किया है। तनुजा की करीब ९ साल बाद  फिल्म  "करीब करीब सिंगल "रिलीज़ हो रही है.  

इरफ़ान खान की इसी साल फिल्म आयी थी "हिंदी मीडियम ". इस फिल्म को भी दर्शकों ने बहुत सराहा था जब भी इरफ़ान की कोई भी फिल्म आती है दर्शक उसे हाथों हाथ लेते हैं।  फिल्म "करीब करीब सिंगल" का भी दर्शकों को इंतज़ार है.मलयाली अभिनेत्री पार्वती की पहली हिंदी है  फिल्म " करीब करीब सिंगल" . २००६ में मलयालम फिल्म "आउट ऑफ़ स्लेबस" से अपनी अभिनय यात्रा शुरू करने वाली अभिनेत्री पार्वती ने मलयालम, तमिल और कन्नड़ भाषा अनेकों फिल्मों में अभिनय किया है। 


ऋषिकेश, बीकानेर और गंगटोक की खूबसूरत लोकेशन में शूट हुई  फिल्म " करीब करीब सिंगल" की कहानी उन लोगों के इर्द गिर्द घूमती है जो ऑनलाइन डेटिंग जैसे प्लेटफार्मों के माध्यम से एक दूसरे से मिलते हैं। जया ( पार्वती ) योगी ( इरफ़ान खान )  दोनों अविवाहित हैं और दोनों को ही प्यार की तलाश है इसी के लिए दोनों ऑनलाइन डेटिंग के जरिये एक दूसरे से मिलते हैं और अपने रिश्ते को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से दोनों देश के  कई खूबसूरत जगहों में साथ - साथ घूमने का फ़ैसला करते हैं।  जया और योगी दोनों ही विपरीत स्वाभाव के हैं फिर भी साथ - साथ घूमते हुए दोनों को ही एक दूसरे से प्यार हो जाता है। हालाँकि साथ - साथ घूमते हुए दोनों को एक - दूसरे की  कमियों के बारें में पता भी चलता है, और साथ में घूमते हुए  दोनों को कई मुश्किलों का सामना भी करना पड़ता है फिर भी दोनों को एक दूसरे का साथ पसंद आता है। 

क्या जया और योगी का प्यार उन्हें विवाह तक ले जाता है ? या डेटिंग एप से मिले दो लोगों का प्यार कुछ समय बाद खुद बख़ुद ही गायब हो जाता है। क्या जया और योगी दोनों करीब करीब सिंगल ही रह जाते हैं या विवाह के बंधन में बँध जाते हैं ? जानने के लिए देखिये फिल्म "हिंदी फिल्म --- करीब करीब सिंगल 

Wednesday, November 8, 2017

मुंबई और नई दिल्ली में पहली बार १० हजार से ज्यादा लोग "अबू धाबी वीक" देखने आये




अबू धाबी के संस्कृति और पर्यटन विभाग ने एक बहु-शहर प्रदर्शनी का आयोजन किया, एक सप्ताह का कार्यक्रम जो कि एमीरेट्स के पर्यटन एवं सांस्कृतिक विरासत प्रस्ताव को बढ़ावा देता है। इस घटना को पर्यटन से सम्मानित किया गया। उन्होंने मुंबई और नई दिल्ली में मीडिया के साथ प्रतिक्रिया व्यक्त की।


यूएई की राजधानी अबू धाबी कई सालों से भारतीय पर्यटकों की दिलचस्पी को लेकर उत्साहित है। इस घटना में आभासी वास्तविकता बूथ सहित फेरारी वर्ल्ड आबू धाबी, रेगिस्तान सफारी, और इतिहाद एयरवेज की उड़ानों को उपलब्ध कराने के लिए अबू धाबी के अनुभवों को समझने का अवसर मिलेगा। यह सब एक ही छत के नीचे होगा! 
संस्कृति और पर्यटन विभाग के कंट्री मैनेजर बेजान दिनशॉ ने अबू धाबी में भारत के फिल्मों और शो में दिए जाने वाले सब्सिडी और करों के लाभों के बारे में पूछे जाने पर कहा, "देखभाल करने की व्यवस्था है अनुमोदन, फिल्मांकन परमिट के पूरे रिहर्सल, साथ ही साथ निवेश और परियोजना के आकार के आधार पर सब्सिडी दी जाती है। "
अनूद खालिफा, एशिया पेसिफिक क्षेत्र यूनिट हेड- मुख्यालय कार्यालय ने कहा, "अबू धाबी सप्ताह में आपका स्वागत करते हैं, हमें आशा है कि यह एक वार्षिक अनुभव बन जाएगा। हम अपने सहयोगियों और हितधारकों के साथ जुड़ने के लिए खुश हैं। अबू धाबी अतिरिक्त साधारण कहानियां बनाने के लिए जगह है। भारत और अबू धाबी के बीच संबंध हर साल मजबूत और मजबूत हो गए हैं। विजिटरों में २५६००० की संख्या से ७ फीसदी की वृद्धि हुई है। हमारे पास महत्वाकांक्षी लक्ष्य हैं और हम अधिकतम भारतीय आगंतुकों को आमंत्रित करना चाहते हैं और उनका स्वागत करते हैं। "
अहमद बिन हरिब अल्फलाही ने भी अबू धाबी के संस्कृति और पर्यटन के बारे में बात की।
इसके अलावा, इस कार्यक्रम में आगंतुकों को शामिल करने के लिए प्रतियोगिताओं और रोमांचक प्रतियोगिताओं और रिहायन-पैकेज पैकेज, फेरारी में सवारी और कई अन्य पुरस्कार शामिल थे। यूएई की क्षितिज के साथ पारंपरिक एमिरेट की व्यंजनों, विभिन्न कलाकारों के संगीत प्रदर्शन,

 बच्चों के लिए विभिन्न गतिविधियों, लाइव पेंटिंग और एक सेफ़ी बूथ के साथ बच्चों के क्षेत्र की पेशकश करने वाले खाद्य स्टालों, घटनाओं में से कुछ मुख्य आकर्षण थे। अंतर्राष्ट्रीय शूटर शिमोन शरीफ, गायक चरवी चावला, गीतकार-निर्देशक साजन अग्रवाल ने दिल्ली के इवेंट और मशहूर हस्तियां जैसे डांस प्लस शो के रनरअप अमरदीप सिंह नाट, टायलेट - एक प्रेम कथा के म्यूजिक डायरेक्टर विकी प्रसाद, टीवी कलाकार - भावेश बालचंदानी, रीम शेख, रोशनी वालिया, अनुष्का सेन, अर्शिफ खान, ऐशन्नूर कौर, एकता जैन, श्री राजपूत, हर्षवर्धन जोशी, सलोनी डेनी, अशिका भाटिया, संचिति सकट और अहसास चन्ना, आदित्य कुमार और इमरान शेख  Travelegend.com से मुंबई में आए थे। 

Thursday, November 2, 2017

हिंदी फिल्म ---इत्तेफ़ाक़

हिंदी फिल्म ---इत्तेफ़ाक़ 
रिलीज़ -- ३ नवम्बर
 बैनर --- रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट , धर्मा प्रोडक्शंस और बी आर स्टुडिओज़  
निर्माता -- करन जौहर, गौरी खान , रेनू रवि चोपड़ा और हीरू यश चोपड़ा।
निर्देशक --- अभय चोपड़ा 
लेखक -- अभय चोपड़ा ,श्रेयस जैन , निखिल मेहरोत्रा  
स्क्रीन प्ले -- अभय चोपड़ा 
 १९६९ में आयी यश चोपड़ा की फिल्म "इत्तेफ़ाक़ " पर आधारित 
कलाकार --- अक्षय खन्ना , सोनाक्षी सिन्हा , सिद्धार्थ मल्होत्रा , मनोज जोशी 
संगीत -- तनिष्क बागची 
सन १९६९ की थ्रिलर फिल्म "इत्तेफ़ाक " की रीमेक है यह फिल्म "इत्तेफ़ाक " . 70 के दशक में आयी  'इत्तेफाक' यश चोपड़ा द्वारा निर्देशित  एक क्लासिक फिल्म थी, जिसमें राजेश खन्ना और नंदा मुख्य भूमिका में थे। इस नई फिल्म  "इत्तेफ़ाक "में राजेश खन्ना की भूमिका में सिद्धार्थ हैं और नंदा की जगह सोनाक्षी। नई 'इत्तेफाक' को अभय चोपड़ा ने डायरेक्ट किया हैं। अभय फिल्ममेकर बीआर चोपड़ा के ग्रैंडसन हैं और उनकी यह पहली फिल्म है। पुरानी "इत्तेफ़ाक" के निर्माता थे बी आर चोपड़ा जबकि इस नई फिल्म को निर्देशित किया है खुद उनके पोते अभय चोपड़ा ने। 1969 में अंग्रेजी फिल्म 'साइनपोस्ट टू मर्डर' की हिंदी रीमेक थी १९६९ की  फिल्म "इत्तेफ़ाक ". पुरानी फिल्म में एक भी गाना नहीं था जबकि नई फिल्म में १९८२ में आयी लोकप्रिय फिल्म "नमक हलाल " का बहुत लोकप्रिय गाना "रात बाकी "बैक ग्राउंड में बजेगा। 
सन २०१२ में फिल्म "स्टूडेंट ऑफ़ द ईयर " से अपने अभिनय शुरुआत करने वाले सिद्धार्थ मल्होत्रा की पिछली फ़िल्में "बार बार देखो " और "ए जेंटलमैन" दोनों हीअसफल रही थी। २०१० में "दबंग " से फिल्मों में सफर शुरू किया सोनाक्षी ने, उनकी कुछ सफल फ़िल्में रही कुछ असफल लेकिन अब उन्हें एक सफल फिल्म का इंतज़ार है क्योंकि एक्शन जैक्सन , तेवर, अकीरा,फोर्स - २ , नूर सभी फ़िल्में बुरी तरह असफल हो गयी हैं । अक्षय खन्ना तो अब फिल्म में पुलिस अधिकारी की भूमिका में ही दिखाई दे रहे हैं। श्री देवी की फिल्म "मॉम" में भी वो केस सुलझाते नज़र आये और इस फिल्म में भी वो मर्डर मिस्ट्री सुलझायेगें।     
फिल्म की कहानी है एक रात की।  विक्रम (सिद्धार्थ मल्होत्रा) एक प्रसिद्ध लेखक है और माया (सोनाक्षी सिन्हा)  एक युवा गृहणी,  इन दोनों पर ही हत्या का इल्जाम है सिद्दार्थ पर इल्ज़ाम है कि उसने अपनी पत्नी की हत्या कर दी है जबकि माया पर अपने पति को मारने का आरोप है.लेकिन उस भयावह रात में किसी को भी नहीं पता कि वास्तव में हुआ क्या था ? इसी  दोहरी हत्या के मामले की जांच करने का जिम्मा है देव (अक्षय खन्ना) का , जो एक पुलिस अधिकारी है। इस दोहरी हत्या के मामले में केवल दो गवाह हैं, जो कि मुख्य संदिग्ध भी हैं।  विक्रम और माया दोनों ही खुद को पुलिस  के सामने  निर्दोष बता रहे हैं और  दोनों के बयान अलग-अलग हैं जबकि दोनों एक साथ एक ही कमरे में मौजूद थे। कौन सच कह रहा है जबकि दोनों ही उस भयावह रात की घटनाओं के बारे में परस्पर विरोधी कहानियां पेश करते हैं।अब पुलिस अधिकारी देव के सामने चुनौती है केस को सुलझाने की। 
कौन दोषी है और कौन निर्दोष या ये दोनों ही निर्दोष है और गुनाहगार कोई तीसरा ही है ? इसी सच्चाई का पता लगायेगें पुलिस अधिकारी देव।

मैदान ने क्यों कोई झंडे नहीं गाड़े समझ नहीं आया जबकि यह बेहतरीन फिल्म है

  कल  मैने प्राइम विडियो पर प्रसारित निर्देशक अमित रविंद्रनाथ शर्मा और अभिनेता अजय देवगन की फिल्म "मैदान" देखी। अजय देवगन की यह फि...