शहज़ादा- ए- ग़ज़ल जैज़िम शर्मा की नई ग़ज़ल एल्बम लफ्ज़ों के दरमियान। इसमें चार ग़ज़लें हैं। जिन्हे लिखा है दाग देहलवी, निदा फ़ाज़ली और जेपी गंगवार ने।
इसे संगीत और स्वरों से सजाया है जैज़िम शर्मा ने, इस कार्यक्रम में मशहूर मरहूम शायर निदा फाजली की चुनिंदा गजलो की किताब रोशनी के फूल का विमोचन भी किया गया।
किताब और एलबम को लॉन्च किया अनूप जलोटा, सुरेश वाडकर, तलत अज़ीज़,जसपिंदर नरूला,चंदन दास, घनशाम वासवानी और बाली ब्रह्मभट्ट अतुल गंगवार जे पी गंगवार और निदा फाजली की पत्नी मालती जोशी फाजली ने,
सभी संगीत सूरमाओं की चिंता और जद्दोजहद गज़ल के रुझान को लेकर थी लेकिन सबको लगता है जैजिम जैसा युवा गज़ल गायक से लगता है गज़ल महफूज़ गले में है हाथों में है।
जैजिम ने कहा मुझे नए शायरों की शायरी गाने में भी आनन्द आता है इसीलिए लफ्जों के दरमियान एल्बम में नए शायर जेपी गंगवार की दो शानदार गज़ल है
जिस तरह से जैजिम की गाई गजलों ने खचाखच भरे हॉल में अपनी उपस्थित दर्ज कराई उससे लगता है गजलें कहीं खोने वाली नही है।